Bihar Election News: पटना में एनडीए ने चुनाव से पहले अपनी ताकत दिखाने की कोशिश की. जेडीयू, बीजेपी और एलजेपी (रामविलास) के प्रदेश अध्यक्षों ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया कि गठबंधन पूरी मजबूती के साथ चुनाव में उतरेगा.
Bihar Elections: बिहार की सियासत में विधानसभा चुनाव से पहले सीट बंटवारे की खींचतान अब खुलकर सामने आ गई है. एनडीए (NDA) के सहयोगी और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जितन राम मांझी ने बड़ा अल्टीमेटम देते हुए कहा है कि अगर उनकी पार्टी को 15 से 20 सीटें नहीं दी गईं, तो वे अकेले चुनावी मैदान में उतरेंगे और 100 सीटों पर प्रत्याशी खड़ा करेंगे.
मांझी का अल्टीमेटम
गया में अपने आवास पर मीडिया से बात करते हुए मांझी ने कहा कि अगर उनकी पार्टी को 15 सीटें मिलती हैं तो वे कम से कम 8 सीट जीत सकते हैं. उन्होंने दावा किया कि हर विधानसभा क्षेत्र में उनकी पार्टी के 10 से 15 हजार वोटर्स मौजूद हैं. मांझी का कहना है कि अगर वे 50 से 100 सीटों पर भी अकेले चुनाव लड़ते हैं तो कम से कम 6% वोट लाकर मान्यता प्राप्त पार्टी बन सकते हैं. यह बयान साफ संकेत देता है कि एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर दबाव की राजनीति शुरू हो चुकी है.
पटना में एनडीए का शक्ति प्रदर्शन
इधर, पटना में एनडीए ने चुनाव से पहले अपनी ताकत दिखाने की कोशिश की. जेडीयू, बीजेपी और एलजेपी (रामविलास) के प्रदेश अध्यक्षों ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया कि गठबंधन पूरी मजबूती के साथ चुनाव में उतरेगा. जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि एनडीए का साझा कार्यक्रम जोर-शोर से चल रहा है और 2025 में फिर से नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री बनेंगे. वहीं, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने नीतीश कुमार और पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व को "चट्टानी एकता" करार दिया. एलजेपी (रामविलास) के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी ने भी कहा कि एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन ने गठबंधन को नई मजबूती दी है और इसमें महिलाओं की बड़ी भागीदारी शुभ संकेत है.
आनंद मोहन का विवादित बयान
इस बीच जेडीयू नेता और पूर्व सांसद आनंद मोहन के बयान ने माहौल और गरमा दिया है. उन्होंने कहा कि 'इस बार सिंहासन पर कौन बैठेगा, यह भूरा बाल तय करेगा.' उनका कहना था कि पहले भी सत्ता परिवर्तन में भूरा बाल का अहम योगदान रहा है और वही आगे की राजनीति की दिशा तय करेगा. उनके इस बयान पर विपक्ष हमलावर है और एनडीए की किरकिरी होती दिख रही है.
सियासी हलचल और माहौल गर्म
कुल मिलाकर बिहार की राजनीति तीन बयानों से गर्म है, जिसमें पहला मांझी का सीटों पर अल्टीमेटम, दूसरा पटना में एनडीए की एकजुटता का प्रदर्शन और तीसरा आनंद मोहन का विवादित बयान. चुनावी सरगर्मी बढ़ चुकी है और आने वाले दिनों में सीट बंटवारे की राजनीति और ज्यादा तीखी होने की पूरी संभावना है.
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