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बिहार विधानसभा चुनाव 2025 Photograph: (ANI)
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले विपक्षी महागठबंधन में गहराता विवाद अब खुलकर सामने आने लगा है. कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के बीच सीट बंटवारे और मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर जबरदस्त तनातनी चल रही है. इस खींचतान का सबसे बड़ा उदाहरण औरंगाबाद की कुंटुंबा (आरक्षित) सीट बन गई है, जहां दोनों दल आमने-सामने आ गए हैं.
महागठबंधन में लठबंधन की नौबत
राजद ने यहां कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम के खिलाफ अपने उम्मीदवार को उतारने का ऐलान कर दिया है. राजद की ओर से पूर्व मंत्री सुरेश पासवान को टिकट दिया गया है, जो पहले ही चुनाव प्रचार में जुट चुके हैं. उधर, कांग्रेस इस सीट को अपनी परंपरागत मजबूत सीट मानती है और राजेश राम यहां से नामांकन दाखिल करने की तैयारी में हैं.
दोनों पार्टी में बन रही है गहरी खाई
यह कदम कांग्रेस के लिए न केवल राजनीतिक बल्कि प्रतिष्ठा का भी सवाल बन गया है. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह सिर्फ एक सीट की लड़ाई नहीं, बल्कि दोनों दलों के बीच गहराते मतभेदों का संकेत है.
कहां फंस रहा है मामला?
सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस ने बिहार में 61 सीटों की मांग की है. वहीं RJD ने शर्त रख दी है कि कांग्रेस को पहले तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का चेहरा स्वीकार करना होगा, तभी आगे सीट बंटवारे पर बात होगी. इसी मुद्दे को लेकर बातचीत पूरी तरह ठप हो गई है और गठबंधन की एकजुटता पर सवाल खड़े हो गए हैं.
आलाकमान का क्या कहना है?
बताया जा रहा है कि इस विवाद को कांग्रेस की बिहार इकाई ने दिल्ली हाईकमान तक पहुंचाया है, लेकिन आलाकमान ने हस्तक्षेप करने से इनकार करते हुए फैसला राज्य इकाई पर ही छोड़ दिया है. वहीं झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने भी 6 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है, जिससे गठबंधन में और मुश्किलें बढ़ गई है.
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