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tejaswi yadav Photograph: (Social)
Patna: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. रविवार को पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के पटना स्थित 10 सर्कुलर रोड आवास पर गठबंधन की हाई लेवल बैठक हुई, जिसमें सीट बंटवारे को लेकर लंबी चर्चा चली. सूत्रों के मुताबिक, ज्यादातर सीटों पर सहमति बन चुकी है, लेकिन पशुपति पारस और विकासशील इंसान पार्टी (VIP) प्रमुख मुकेश सहनी को लेकर स्थिति अभी भी स्पष्ट नहीं हो पाई है.
दो दिन में साफ होगी तस्वीर- कांग्रेस विधायक
बैठक के बाद राजद विधायक और वरिष्ठ नेता आलोक मेहता ने मीडिया से बातचीत में बताया कि “लगभग सभी दलों के बीच सीट बंटवारे पर सहमति बन गई है. अब बस एक-दो दिनों का वक्त और लगेगा, उसके बाद सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा.” जब उनसे पशुपति पारस और मुकेश सहनी के महागठबंधन में शामिल होने को लेकर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने सीधा जवाब देने से बचते हुए कहा कि इस मुद्दे पर अभी चर्चा नहीं हुई है.
पारस और सहनी के कारण फंसा ऐलान
राजनीतिक गलियारों में इस बयान के बाद कई कयास लगाए जा रहे हैं. सूत्रों का कहना है कि पशुपति पारस की राष्ट्रीय लोक जनता पार्टी (आरएलजेपी) महागठबंधन में शामिल होना चाहती है, लेकिन सीटों की संख्या और क्षेत्रीय संतुलन पर सहमति नहीं बन पा रही. वहीं, मुकेश सहनी की भी अपनी मांगें हैं, जिन पर साथी दलों के बीच अब तक राय नहीं बन सकी है. बताया जा रहा है कि बैठक में राजद, कांग्रेस, वामदल और अन्य सहयोगी दलों के शीर्ष नेता मौजूद थे. हालांकि पारस और सहनी को लेकर मतभेद के चलते सीट बंटवारे की औपचारिक घोषणा टाल दी गई.
दो दिनों में हो सकता है बड़ा ऐलान
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि महागठबंधन इन दोनों नेताओं को साथ जोड़ने के लिए रणनीतिक संतुलन साधने की कोशिश कर रहा है. अगर पशुपति पारस और मुकेश सहनी महागठबंधन में शामिल होते हैं, तो यह विपक्षी गठबंधन के लिए चुनावी तौर पर फायदेमंद साबित हो सकता है.
फिलहाल, सभी की निगाहें आने वाले दो दिनों पर टिकी हैं, जब महागठबंधन सीट बंटवारे की अंतिम घोषणा कर सकता है. माना जा रहा है कि इसी के साथ बिहार चुनावी राजनीति की तस्वीर और भी साफ हो जाएगी.