Bihar Election: बिहार दौरे पर चुनाव आयोग की टीम, बैठक में इन दिनों को नहीं किया शामिल, सामने आई वजह

बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर हलचल तेज हो गई है. चुनाव आयोग की एक उच्चस्तरीय टीम दो दिवसीय दौरे पर पटना पहुंच चुकी है. इस दौरान आयोग ने कुछ राजनीतिक दलों को बैठक में नहीं बुलाया है. जानें वजह

बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर हलचल तेज हो गई है. चुनाव आयोग की एक उच्चस्तरीय टीम दो दिवसीय दौरे पर पटना पहुंच चुकी है. इस दौरान आयोग ने कुछ राजनीतिक दलों को बैठक में नहीं बुलाया है. जानें वजह

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Dheeraj Sharma
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Election Commission in Bihar

Bihar Election: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर अब काफी कम वक्त बचा है. जैसे-जैसे चुनाव का समय नजदीक आ रहा है राजनीतिक दलों की तैयारियां भी जोर पकड़ रही हैं. इस बीच चुनाव आयोग भी चुनाव प्रक्रिया को अंतिम रूप देने में जुटा है. यही कारण बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर हलचल तेज हो गई है. चुनाव आयोग की एक उच्चस्तरीय टीम दो दिवसीय दौरे पर पटना पहुंच चुकी है. इस दौरे का मुख्य उद्देश्य चुनावी तैयारियों की समीक्षा करना और राज्य में स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करना है.

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आयोग की टीम राज्य के राजनीतिक दलों, प्रशासनिक अधिकारियों और सुरक्षा एजेंसियों से मिलकर चुनावी व्यवस्था की हर पहलू पर चर्चा कर रही है. 

राजनीतिक दलों से बैठक में किन्हें बुलाया गया, किन्हें नहीं

चुनाव आयोग ने इस दौरे के तहत राज्य के प्रमुख राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय दलों को बैठक के लिए आमंत्रित किया है. इस बैठक में शामिल होने वालों में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा और राजद के नेता अभय कुशवाहा प्रमुख रूप से शामिल रहे. इन नेताओं ने आयोग को अपने सुझाव दिए और चुनाव को लेकर चिंताएं भी साझा कीं. 

इन दिनों को बुलाया गया

राष्ट्रीय पार्टियां: इंडियन नेशनल कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी, आम आदमी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्ससिस्ट), नेशनल पीपुल्स पार्टी

राज्य पार्टियां: जनता दल (यूनाइटेड), राष्ट्रीय जनता दल, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी, कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्ससिस्ट-लेनिनिस्ट) (लिबरेशन)

इन दलों को नहीं किया इन्वाइट

हालांकि, जिन पार्टियों को राज्य पार्टी का दर्जा प्राप्त नहीं है- जैसे वीआईपी, हम (HAM), और आरएलएम (RLM)- उन्हें इस बैठक में आमंत्रित नहीं किया गया. 

प्रशासनिक तैयारियों की समीक्षा

चुनाव आयोग की टीम न केवल राजनीतिक दलों से बात कर रही है, बल्कि प्रशासनिक और सुरक्षा तैयारियों का भी गहन मूल्यांकन कर रही है. टीम के सदस्य बिहार के मंडल आयुक्तों, जिला निर्वाचन अधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ व्यापक बैठकें कर रहे हैं. उद्देश्य है-राज्य में चुनाव के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखना और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करना.

प्रेस कॉन्फ्रेंस में होंगे अहम ऐलान

आयोग का यह दौरा 5 अक्टूबर को समाप्त होगा. इसी दिन दोपहर में आयोग एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करेगा जिसमें अब तक की तैयारियों की जानकारी साझा की जाएगी. साथ ही, आगे के दिशा-निर्देश और संभावित चुनाव तारीखों को लेकर संकेत भी मिल सकते हैं.

निष्पक्ष चुनाव के लिए कमर कस चुका है आयोग

चुनाव आयोग ने साफ कर दिया है कि बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को निष्पक्ष, पारदर्शी और सर्वसमावेशी बनाना उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता है. राजनीतिक दलों से सुझाव लेना, प्रशासनिक तैयारियों की समीक्षा करना और निष्पक्षता के लिए रणनीतियां बनाना इन सभी पहलुओं पर तेजी से काम हो रहा है. अब सबकी नजरें आयोग की आगामी प्रेस कॉन्फ्रेंस पर टिकी हैं, जहां चुनाव की तारीखों की घोषणा की पूरी संभावना है. 

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