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बिहार भाजपा विधायक ने विधानसभा में मांगी हनुमान चालीसा पढ़ने की अनुमति

बिस्फी विधानसभा क्षेत्र (Bisfi Assembly) के भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल (BJP MLA Haribhushan Thakur Bachol) ने बिहार विधानसभा में हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) पढ़ने की इजाजत मांगी है.

Updated on: 07 Sep 2021, 04:26 PM

highlights

  • बिहार विधानसभा में हनुमान चालीसा पढ़ने की विधायक ने मांगी अनुमति
  • हनुमान चालीसा पाठ करने के लिए मंगलावार को विधानसभा में अनुमति दी जाने चाहिए - हरिभूषण ठाकुर बचौल

 

नई दिल्ली:

झारखंड विधानसभा में मुस्लिम विधायकों के लिए नमाज रूम बनाए जाने से उपजा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. झारखंड विधानसभा (Jharkhand Assembly) में मुस्लिम विधायकों के लिए नमाज रूम बनाए जाने के बाद अब बिहार विधानसभा (Bihar Assembly) में हनुमान चालीसा पढ़ने की इजाजत मांगी गई है. दरअसल, बिहार के मधुबनी जिले (Madhubani District) के बिस्फी विधानसभा क्षेत्र (Bisfi Assembly)  के भाजपा विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल (BJP MLA Haribhushan Thakur Bachol) ने बिहार विधानसभा में हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) पढ़ने की इजाजत मांगी है. विधायक ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जब नमाज पढ़ने के लिए शुक्रवार को अवकाश दिया जाता है, तो हनुमान चालीसा पाठ करने के लिए मंगलावार को भी अनुमति दी जाने चाहिए. आपको बता दें कि उक्त बातें उन्होंने झारखंड विधानसभा में मुस्लिम विधायकों के लिए नमाज (Namaz) रूम बनाए जाने से उपजे विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कही. 

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गौरतलब है कि झारखंड विधानसभा में नमाज पढ़ने के लिए विशेष व्यवस्था किए जाने के मुद्दे पर इससे पहले भी बीजेपी के साथ कई हिंदू संगठनों ने विरोध जताया था. बता दें कि विश्व हिंदू परिषद और हिंदू महासभा ने सीधे तौर पर आरोप लगाते हुए कहा था कि झारखंड की सरकार मुस्लिम तुष्टीकरण के लिए संविधान की मर्यादा का उल्लंघन कर रही है. भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने भी इस मुद्दें पर प्रतिक्रिया देते हुए झारखंड विधानसभा में नमाज पढ़ने के लिए अलग व्यवस्था किए जाने पर कड़ा विरोध किया था.

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उन्होंने झारखंड सरकार पर मुस्लिम तुष्टीकरण का आरोप लगाते हुए कहा था कि इस को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है. इस दौरान उन्होंने कहा था कि यह वही लोग कर रहे हैं जो ईसाई मिशनरियों को बढ़ावा देते हैं और धर्मांतरण करवाते हैं. इस तरह से लोकतंत्र के मंदिर में मुस्लिम तुष्टिकरण को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. वहीं विश्व हिंदू परिषद ने जम्मू कश्मीर के विधानसभा का हवाला देते हुए कहा कि मुस्लिम बाहुल्य जम्मू कश्मीर में भी नमाज पढ़ने के लिए कोई विशेष व्यवस्था नहीं है, लेकिन झारखंड सरकार मुस्लिम तुष्टिकरण अलग नमाज पढ़ने की व्यवस्था करा रही है.