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NEWS STATE की ख़बर का बड़ा असर, मनेर के लोगों की तकलीफ विधान परिषद में गूंजी

इतनी मौतें हुई हैं कि लोग गिन नहीं पा रहे  और इस सब की वजह है पानी.

Updated on: 21 Mar 2023, 04:03 PM

highlights

  • न्यूज स्टेट ने प्रमुखते से चलाई थी खबर
  • मनेर में दूषित पानी पीने की वजह से हो रही लोगों को बीमारी
  • काई लोगों की दूषित पानी पीने की वजह से हो चुकी है मौत
  • JDU MLC गुलाम गौस ने उठाया विधान परिषद में मुद्दा

Patna:

हमने उठाना मुद्दा और बिहार विधान परिषद तक हमारे द्वारा उठाए गए मुद्दे की गूंज सुनाई पड़ी. JDU MLC गुलाम गौस ने विधान परिषद में मनेर के मुद्दे पर सदन का ध्यान आकर्षित कराया और NEWS STATE बिहार झारखंड की खबर का हवाला दिया. बता दें कि न्यूज़ स्टेट ने कैंसर हॉट स्पॉट बने मनेर की खबर प्रमुखता के साथ दिखाई थी. पटना जिले में कैंसर का हॉट स्पॉट. ऐसे गांव जहां के गांव वालों में कैंसर संक्रमण की तरह फैल रहा है. इतनी मौतें हुई हैं कि लोग गिन नहीं पा रहे  और इस सब की वजह है पानी.

दूषित पानी पीने से बीमार हो रहे लोग

दरअसल, मनेर के कई गांवों में पानी में आर्सेनिक की मात्रा इतनी ज्यादा है कि यहां के लोग कैंसर, चर्म रोग और कई जानलेवा बीमारियों का शिकार हो रहे हैं, लेकिन यहां सबसे ज्यादा दुखद बात ये थी कि इन ग्रामीणों की परेशानी सुनने वाला भी कोई नहीं था. लोग मौत के मुंह में समा रहे थे लेकिन किसी को इसकी खबर नहीं थी. ऐसे में न्यूज़ स्टेट बिहार झारखंड ने प्रमुखता से इस खबर को दिखाया. हमने स्पेशल रिपोर्ट बनाकर ग्रामीणों की परेशानी को जन-जन तक पहुंचाया जिसका नतीजा है कि न्यूज़ स्टेट बिहार झारखंड की ओर से उठाए गए मुद्दे की गूंज बिहार विधान परिषद तक सुनाई दी. जहां JDU MLC गुलाम गौस ने विधान परिषद में मनेर के मुद्दे पर ध्यानाकर्षण कराया. MLC गुलाम गौस ने विधान परिषद में न्यूज स्टेट बिहार झारखंड की खबर का हवाला दिया. उन्होंने PHED विभाग से सवाल करते हुए पूछा है कि क्या मनेर में पानी से लोग कैंसर का शिकार हो रहे हैं. 

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न्यूज स्टेट बिहार झारखंड ने प्रमुखता से चलाई थी खबर

दरअसल, 17 फरवरी को न्यूज़ स्टेट बिहार-झारखंड ने इस खबर को दिखाया था. जहां हमे जानकारी मिली थी कि मनेर में आर्सेनिक की वजह से कैंसर के मामले बढ़ रहे हैं. जहां हर साल 20 लोग कैंसर का शिकार हो रहे हैं.. ऐसे में हमारी टीम पटना से करीब 40 किलोमीटर दूर मनेर ब्लॉक पहुंची थी. जहां पता चला कि ब्लॉक के कई गांवों में लोग कैंसर की चपेट में आ रहे हैं. टीम ने मनेर का रुख किया था. सबसे पहले पहुंचे थे हाथी टोला गांव. इस गांव में 1990 के बाद चापाकल लगाए गए थे. लेकिन चापाकल से पानी निकलने पर कुछ देर में ही पानी आर्सेनिक की वजह से लाल हो जाता था. ग्रामीणों को इसका पता तब चला जब साल 2008 में घमने आए विदेशी लोगों ने पानी को खतरनाक बताया. जिसके बाद सरकार की टीम आई और चापाकल पर लाल निशान लगाकर लौट गई. बीच में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का काम भी शुरू हुआ लेकिन पूरा नहीं हो सका.

चोरी छिपे लोग करा रहे हैं इलाज

इस गांव से निकल हम छिहत्तर गांव पहुंचे थे. यहां की स्थिति और भयावह थी. गांव वालों का कहना था कि गांव में कई लोगों को कैंसर की बीमारी है लेकिन सामाजिक शर्म के चलते नहीं बोलते. और चुपचाप इलाज कराते है. कैंसर के साथ ही बड़ी संख्या में लोग टीबी, चर्म रोग, किडनी और लिवर की समस्या से भी ग्रसित हैं. दावा ये भी किया गया कि इन पंचायतों में करीब 20 लोग हर साल कैंसर से मरते हैं. जबकि स्किन की समस्या तो 80 फीसदी लोगों में हैं. 

न्यूज स्टेट फिर बना आमजन की आवाज

NEWS STATE BIHAR JHARKHAND ने एक बार फिर साबित कर दिया कि अगर यहां खबर चलेगी तो उसका असर जरूर होगा. फिर चाहे वो मनेर की समस्या हो. या कोई और जनहित का मुद्दा. NEWS STATE BIHAR JHARKHAND ने हमेशा जनता की आवाज बनने का काम किया है. कोई भी गांव हो या कस्बा. लोगों की परेशानी को हमने आवाज दी है. और उसे शासन प्रशासन तक पहुंचाया है. जिसका नतीजा है कि आज मनेर के ग्रामीणों की दशकों पुरानी समस्या पर सरकार की नजर-ए-इनायत हुई है.