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किसान के बेटे ने पहले ही प्रयास में पाई BPSC में सफलता, नाम किया रोशन

बेगूसराय में एक किसान के पुत्र ने अपने पहले ही प्रयास में बीपीएससी की परीक्षा में 46वां रैंक प्राप्त किया है.

Updated on: 04 Aug 2022, 04:50 PM

Begusarai:

बेगूसराय में एक किसान के पुत्र ने अपने पहले ही प्रयास में बीपीएससी की परीक्षा में 46वां रैंक प्राप्त किया है. जिले के सदर प्रखंड के बागबाड़ा गांव निवासी किसान संजय कुमार चौधरी के पुत्र ऋषभ आनंद उर्फ भानु ने प्रथम प्रयास में ही बीपीएससी की परीक्षा में 46 वां रैंक लाकर पंचायत का नाम रोशन किया है. ये दो भाई हैं और इनके बड़े भाई आदित्य आलोक निजी कंपनी में नौकरी करते हैं. श्रृषभ आनंद मैट्रिक और इंटर की पढ़ाई बेगूसराय के दो निजी विद्यालयों से किया है. उसके बाद इन्होंने बीटेक कोलकाता से से किया.

इसके बाद कुछ दिनों के लिए यह दिल्ली चले गए और वहां उन्होंने यूपीएससी की शुरुआती तैयारी की है. इसके बाद इन्होंने बीपीएससी की ओर कदम बढ़ाया और बेहतर परिणाम हासिल कर जिला का नाम रोशन किया है. श्रृषभ कठिन मेहनत कर यह सफलता हासिल की है, उन्होंने इस सफलता का श्रेय अपने परिजनों के अलावा दोस्तों को भी दिया है. इन्हें एडीपीओ अधिकारी के पद पर चयन हुआ है. श्रृषभ कुमार ने कहा कि बिहार में काम करने का बहुत अवसर है, उनका चयन ट्रांसपोर्ट विभाग में हुआ है.

वह पारदर्शिता के साथ नये टेक्नोलॉजी के साथ काम करेंगे. इनके पिता संजय कुमार चौधरी बताते हैं कि वे किसान हैं और किसान मेहनत से नहीं डरता है. उनके पुत्र का मेहनत और परिवार का सहयोग ने उन्हें आज एक अप्रत्याशित खुशी हासिल किया है. उनकी माता अर्चना कुमारी शिक्षिका है. जैसे ही गांव एवं आसपास के लोगों को पता चला है कि ऋषभ ने बीपीएससी परीक्षा में 46वां रैंक निकला है तो लोगों की शुभकामना देने को लेकर घर पर जुटने लगे. इससे पूरे परिवार में खुशी का माहौल है.

ऋषभ बताते हैं कि उन्होंने सबसे पहले मेंन्स की तैयारी की क्योंकि मेंन्स की तैयारी करने में समय कम मिलता है और साथ ही नेट का सहारा लिया. उन्होंने पहले नोट तैयार किया फिर किताबें पढ़ना शुरू किया. साथ ही साक्षात्कार की तैयारी की. उन्होंने ग्रुप डिस्कशन दोस्तों के साथ किया. वह कहते हैं कि साक्षात्कार बेहतर हो. इसके लिए गहरी समझ और मजबूत जानकारी होना जरूरी है. किसान पिता ने कहा कि वे अपने बेटे से इमानदारी पूर्वक समाज सेवा करने का आशीर्वाद दिया.