/newsnation/media/media_files/2025/09/10/union-minister-ashwini-vaishnaw-2025-09-10-15-25-38.jpg)
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव Photograph: (x/ani)
केंद्रीय कैबिनेट ने बिहार के विकास को नई गति देने के लिए एक बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने बक्सर-भागलपुर हाई-स्पीड कॉरिडोर के मोकाामा-मुंगेर खंड को मंज़ूरी दे दी है. यह खंड ग्रीनफ़ील्ड, एक्सेस-कंट्रोल्ड 4-लेन हाईवे के रूप में बनाया जाएगा. परियोजना की लंबाई 82.4 किलोमीटर होगी और इसे हाइब्रिड एन्युइटी मोड (HAM) पर तैयार किया जाएगा. इसके लिए कुल ₹4,447.38 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है.
दक्षिण बिहार के लिए अहम होगा ये कदम
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी कि यह कॉरिडोर दक्षिण बिहार के लिए बेहद अहम साबित होगा. उन्होंने बताया कि बक्सर से पटना तक पहले से ही अच्छा नेटवर्क मौजूद है. वहीं, पटना से फतुहा और फतुहा से बेगूसराय तक की सड़कें भी लगभग पूरी हो गई हैं, जिनमें कुछ हिस्से 6-लेन और कुछ हिस्से 4-लेन के रूप में बन रहे हैं. अब मोकाामा से मुंगेर तक 82 किलोमीटर लंबे इस सेक्शन को मंज़ूरी मिलने के बाद मुंगेर से भागलपुर तक का रास्ता भी तेजी से जुड़ जाएगा.
लोगों को होगा सीधा लाभ
परियोजना पूरी होने के बाद यात्रियों को सीधा लाभ मिलेगा. करीब 1 घंटे की यात्रा का समय बच सकेगा, जिससे सफर अधिक सहज और तेज़ हो जाएगा. साथ ही, सड़क नेटवर्क की मजबूती से माल ढुलाई और औद्योगिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा. मुंगेर और भागलपुर जैसे औद्योगिक और शैक्षिक केंद्रों की कनेक्टिविटी बेहतर होने से व्यापार, निवेश और पर्यटन को नई दिशा मिलेगी.
बिहार की होगी आर्थिक प्रगति
सरकार का मानना है कि यह हाई-स्पीड कॉरिडोर बिहार की आर्थिक प्रगति में मील का पत्थर साबित होगा. सड़क अवसंरचना के विस्तार से न केवल रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे बल्कि कृषि और स्थानीय उद्योगों को भी राष्ट्रीय बाज़ारों तक आसानी से पहुंचने का मौका मिलेगा.
विशेषज्ञों का कहना है कि हाई-स्पीड सड़क परियोजनाएं बिहार जैसे राज्य में विकास का आधार तैयार करती हैं. बेहतर कनेक्टिविटी से शिक्षा, स्वास्थ्य और उद्योगों में भी सुधार होगा. इस कदम से न केवल यात्रियों को सुविधा मिलेगी, बल्कि राज्य की समग्र अर्थव्यवस्था पर भी सकारात्मक असर पड़ेगा.
ये भी पढ़ें- CM नीतीश कुमार ने महिलाओं को दिया बड़ा तोहफा, आंगनबाड़ी सेविकाओं-सहायिकाओं का बढ़ा मानदेय