Advertisment

आनंद मोहन की रिहाई, सरकार को कहीं पड़ ना जाए भारी!

त्कालीन डीएम जी कृष्णैया की पत्नी भी बिहार सरकार के इस कदम से नाराज हैं. उन्होंने मामले में सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही. वहीं भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माले ने भी रिहाई को गलत ठहराते हुए अपनी ही सरकार को घेरने की प्लानिंग कर ली है.

author-image
Shailendra Shukla
New Update
nitish and anand

फाइल फोटो( Photo Credit : फाइल फोटो)

Advertisment

उम्रकैद की सजा काट रहे बिहार के बाहुबली नेता व पूर्व सांसद  आनंद मोहन की रिहाई में बस औपचारिकता बाकी रह गई है. बेटे की सगाई के लिए पैरोल पर बाहर आए पूर्व सांसद आनंद मोहन ने सहरसा कोर्ट में सरेंडर कर दिया. कल यानि गुरुवार को आनंद मोहन की स्थाई रिहाई हो सकती है. क्योंकि सरकार ने नियमों में बदलाव कर आनंद मोहन की रिहाई की अधिसूचना जारी कर दी थी. अब रिहाई महज कागजी कार्रवाई भर रह गई है. लेकिन गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णैया की हत्या में दोषी पाए गए आनंद मोहन की रिहाई को लेकर अब माहौल गरमाने लगा है. एक तरफ सरकार के सहयोगी दल ही सरकार पर सवालों की बौछार कर रहे हैं, तो दूसरी ओर IAS एसोसिएशन भी नाराजगी जाहिर कर रहा है. तत्कालीन डीएम जी कृष्णैया की पत्नी भी बिहार सरकार के इस कदम से नाराज हैं. उन्होंने मामले में सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही. वहीं भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माले ने भी रिहाई को गलत ठहराते हुए अपनी ही सरकार को घेरने की प्लानिंग कर ली है. अब सवाल ये कि कहीं सरकार को महंगी तो नहीं पड़ जाएगी, आनंद मोहन की रिहाई.

ये भी पढ़ें-आनंद मोहन: जेलर से पहले 'स्पेशल कैदी' करेगा रिहा, जानिए-क्या होती हैं रिहाई की शर्तें!

ये सवाल खड़े हो रहे हैं:

-आनंद मोहन की रिहाई से सियासत क्यों गरमाई?
-रिहाई पर राजनीतिक दलों ने क्यों साधी चुप्पी?
-अपनी ही सरकार को क्यों घेर रहे सहयोगी दल?
-IAS लॉबी की नाराजगी कैसे दूर करेगी सरकार?
-कहीं महंगी तो नहीं पड़ जाएगी आनंद मोहन की रिहाई?

आनंद मोहन का राजनीतिक सफर

-1990     पहली बार विधायक बने महिषी से चुनाव जीता

-1996     समता पार्टी के टिकट पर शिवहर से लोकसभा चुनाव जीता

-1998    लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता पार्टी के टिकट पर शिवहर से जीते 

-1999  और 2004 में भी शिवहर से लड़े लेकिन दोनों ही बार हार गए

महागठबंधन में 'आनंद' की जरूरत!

-सवर्ण वर्ग के बड़े नेता हैं आनंद मोहन
-खासकर युवाओं में आनंद मोहन का क्रेज
-RJD में फिलहाल कोई बड़ा राजपूत नेता नहीं
-महागठबंधन में राजपूत नेताओं की कमी करेंगे दूर
-आनंद मोहन से RJD बन सकती है A to Z की पार्टी
आनंद मोहन के आने से BJP के सवर्ण वोट बैंक में सेंधमारी

आनंद मोहन कल होंगे रिहा

जेल मैन्यूअल के मुताबिक, किन्ही कारणों से रिहाई का आदेश मिल जाने के बाद कैदी को रात में रिहा नहीं किया जाता है तो उसकी रिहाई अगले दिन सुबह 10 बजे तक हर हाल में कर दी जाती है. वहीं, अगर कैदी कहता है कि उसे रात में जेल से रिहा नहीं होना है, वह सुबह रिहा होना चाहता है तो भी जेल प्रशासन कैदी को रात में रिहा नहीं करता, बल्कि अगले दिन सुबह रिहा करता है. ऐसे में माना जा रहा है कि आनंद मोहन कल सुबह रिहा होंगे.

पैरोल खत्म होने पर किया सरेंडर

बिहार के बाहुबली नेता  पूर्व सांसद  आनंद मोहन का आज पैरोल अवधि खत्म गई. उन्होंने पैरोल अवधि खत्म होने के बाद सहरसा जेल में जाकर सरेंडर कर दिया है. हालांकि, आनंद मोहन को आज 12 बजे तक ही सरेंडर करना था लेकिन वह लगभग 4 बजे शाम को जेल में सरेंडर करने पहुंचे. माना जा रहा है कि आनंद मोहन आज देर शाम तक रिहा हो सकते हैं. दरअसल, आनंद मोहन समेत 27 कैदियों की रिहाई का आदेश बिहार सरकार द्वारा दो दिन पहले ही जारी किया जा चुका है. ऐसे में ये लगभग तय है कि आज ही आनंद मोहन को रिहा किया जा सकता है. हालांकि, यदि रिहाई में देरी होती है तो आज की राज आनंद मोहन को जेल में और बितानी पड़ सकती है.

HIGHLIGHTS

  • आनंद मोहन की रिहाई का सरकार ने जारी किया है आदेश
  • कल रिहा हो सकते हैं आनंद मोहन
  • 26 अन्य कैदियों की भी रिहाई का जारी है आदेश
  • आनंत मोहन की रिहाई पर खड़े हो रहे हैं सवाल

Source : News State Bihar Jharkhand

JDU Anand Mohan RJD Nitish Kumar CM Nitish
Advertisment
Advertisment
Advertisment