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'जंगलराज' लाने वालों को 'भारत माता की जय' और 'जय श्रीराम' से दिक्कत- PM मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को विपक्षी महागठबंधन पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि बिहार में ‘जंगलराज’ लाने वालों को ‘भारत माता की जय’ और ‘जय श्रीराम’ से दिक्कत है.

Updated on: 03 Nov 2020, 03:34 PM

सहरसा:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को विपक्षी महागठबंधन पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि बिहार में ‘जंगलराज’ लाने वालों को ‘भारत माता की जय’ और ‘जय श्रीराम’ से दिक्कत है और प्रदेश के लोगों को इनसे सतर्क रहना चाहिए और इन्हें मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए. सहरसा में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार की अनेक वीर माताएं अपने लाल, अपनी लाडलियों को राष्ट्ररक्षा के लिए समर्पित करती हैं जो देश की सीमा, संप्रभुता की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान देते हैं.

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उन्होंने कहा, 'लेकिन बिहार को जंगलराज बनाने वालों के साथी और उनके करीबी चाहते हैं कि आप भारत माता की जय के नारे न लगाएं.' मोदी ने कहा, 'छठी मैया को पूजने वाली इस धरती पर, जंगलराज के साथी चाहते हैं कि भारत माता की जय के नारे न लगें.' राजद और कांग्रेस समेत अन्य दलों के विपक्षी महागठबंधन पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि ऐसे लोग चाहते हैं कि लोग ‘जय श्री राम’ भी न बोलें.

प्रधानमंत्री ने कहा, 'कभी एक टोली कहती है कि भारत माता की जय के नारे मत लगाओ, कभी दूसरी टोली को भारत माता की जय से सिरदर्द होने लगता है. ये भारत माता के विरोधी अब एकजुट होकर बिहार के लोगों से वोट मांग रहे हैं.' मोदी ने कहा कि अगर ऐसे लोगों को 'भारत माता' से दिक्कत है तो बिहार के लोगों को भी इनसे दिक्कत है. उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता को ऐसे लोगों से सतर्क रहना है जिनका इतिहास ‘जंगलराज’ का है और जो सिर्फ अपने और अपने परिवार के लिये जीते हैं.

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प्रधानमंत्री ने लोगों से ‘भारत माता की जय’ के नारे भी लगाने को कहा. प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में आत्मनिर्भर भारत, ‘लोकल फॉर वोकल’ और सरकार की कल्याणकारी योजनाओं आदि का जिक्र किया. मोदी ने कहा, 'बिहार के लोग आत्मनिर्भर भारत-आत्मनिर्भर बिहार के लिए प्रतिबद्ध हैं, कटिबद्ध हैं. बीते वर्षों में एक नए उदीयमान, आत्मनिर्भर और गौरवशाली अतीत से प्रेरित बिहार की नींव रखी जा चुकी है. अब इस मजबूत नींव पर एक भव्य और आधुनिक बिहार के निर्माण का समय है.'

उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर बिहार के लिए हर जिलों के ऐसे उत्पादों को निखारने, संवारने के लिए जरूरी बुनियादी ढांचे के निर्माण की प्रक्रिया शुरु हो चुकी है. प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार के हर जिले में कम से कम एक ऐसा उत्पाद है, जो देश-विदेश के बाजारों में धूम मचा सकता है. उन्होंने इस संबंध में खादी, मखाने, मधुबनी पेंटिंग, जूट उद्योग आदि का जिक्र किया. उन्होंने कहा, 'मैं आज देश के 130 करोड़ देशवासियों से आग्रह करता हूं. आने वाले दिनों में धनतेरस, दिवाली, छठ का त्योहार आ रहा है. मेरा आपसे आग्रह है कि जितना संभव हो सके, स्थानीय चीजें ही खरीदें. इससे दिवाली सिर्फ आपके घर ही नहीं, उस गरीब सामान बेचने वाले के घर भी होगी.'

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प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में यादव समुदाय को जोड़ने का प्रयास करते हुए कहा कि जिस प्रकार से श्रीकृष्ण ने एक उंगली पर गोवर्धन को उठाया था, जिस प्रकार से ग्वालों ने समर्थन किया था, वैसे ही आपकी उंगली पर लोकतंत्र के सौभाग्य का चिह्न लगने वाला है. राजग सरकार के कामकाज का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि आज बिहार देश के उन राज्यों में है, जहां शहरों में सड़कें देर रात तक भी आबाद रहती हैं और बाज़ारों में चहल-पहल रहती है.

उन्होंने कहा कि आज बिहार असुरक्षा और अराजकता के अंधेरे को पीछे छोड़ चुका है. कोरोना काल में सरकार के कार्यो का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि आज पूरी दुनिया ये देखकर हैरान है कि भारत कैसे अमेरिका और यूरोप की कुल आबादी से भी ज्यादा लोगों के लिए राशन का इंतजाम कर रहा है. उन्होंने कहा, ' कोई गरीब भूखा न सोए, ये कोरोना काल में सरकार की बहुत बड़ी प्राथमिकता है. बीते आठ महीने से ये काम पूरी तन्मयता से, पूरी निष्ठा से चल रहा है.'