Jamui Loksabha Seat: 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर बिगुल बज चुका है. एनडीए और इंडिया महागठबंधन दोनों ही जीत के लिए कोई कसर छोड़ने को तैयार नहीं है. वहीं, इस चुनाव में बिहार के 40 लोकसभा सीटों पर भी सबकी नजरें बनी हुई है. आज हम बिहार के जमुई लोकसभा सीट की बात कर रहे हैं, जो अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. बता दें कि यह सीट 2009 के लोकसभा चुनाव के समय फिर से अस्तित्व में आई. 1973 में हुए परिसीमन के दौरान इसका अस्तित्व मिट गया था, लेकिन 2009 में यह सीट दोबारा से अस्तित्व में आई. जब से जमुई लोकसभा सीट अस्तित्व में आया है, इस पर एनडीए ने कब्जा जमाया हुआ है. 2009, 2014 और 2019 के चुनाव में एनडीए के सिर पर विजय का ताज सजा.
2009 से एनडीए का जमुई लोकसभा सीट पर कब्जा
साल 2009 में हुए चुनाव में जमुई लोकसभा सीट से जदयू के भूदेव चौधरी ने जीत दर्ज की थी, उस समय जदयू एनडीए में शामिल थी. वहीं, 2014 के चुनाव में जदयू एनडीए से अलग हो गई. जिसके बाद एनडीए की ओर से लोजपा के टिकट से चिराग पासवान ने चुनाव लड़ा और जीत हासिल की.
2019 में भी चिराग ने रालोसपा के टिकट से लड़े भूदेव चौधरी को चुनाव में हार दी और दूसरी बार जीत का ताज अपने सिर पहना. वहीं, राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो 2024 के चुनाव में चिराग पासवान खुद या एनडीए से उनके कोई करीबी को टिकट मिल सकती है.
जमुई लोकसभा सीट का जातीय समीकरण
जमुई लोकसभा सीट यूं तो अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित है, लेकिन यहां मुस्लिम और यादव वोटरों की भी बड़ी आबादी है. जमुई में एससी वोटर्स करीब 17.1 प्रतिशत, एसटी 3.3 प्रतिशत, मुस्लिम 10.7 प्रतिशत, यादव 17.8 प्रतिशत हैं.
जमुई के अंदर 6 विधानसभा क्षेत्र
जमुई लोकसभा सीट के अंदर 6 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिसमें तारापुर, शेखपुरा, सिंकदरा, जमुई, झाझा और चकाई शामिल है.
नाम MLA राजनीतिक पार्टी
तारापुर राजीव कुमार सिंह JD(U)
शेखपुरा विजय कुमार RJD
सिंकदरा (SC) प्रफुल कुमार मांझी HAMS
जमुई श्रेयसी सिंह BJP
झाझा दामोदर राउत JD(U)
चकई सुमित कुमार सिंह आईएनडी
चिराग पासवान की जगह संजय पासवान हो सकते हैं नया चेहरा!
लोकसभा चुनाव को लेकर कुछ ही महीने बचे हुए हैं, लेकिन अभी तक किसी पार्टी ने अपने पत्ते नहीं खोले हैं. बता दें कि 2019 के चुनाव के बाद चिराग पासवान ने एनडीए का साथ छोड़ दिया था, लेकिन फिर से भाजपा के करीब आ गए हैं. हालांकि चिराग हाजीपुर सीट से भी चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुके हैं. बता दें कि 2019 में चिराग के चाचा पशुपति पारस ने हाजीपुर सीट से जीत दर्ज की थी. वहीं, इस सीट को लेकर चाचा-भतीजे में टकरार भी देखा जा चुका है. अगर चिराग हाजीपुर सीट से लड़ते हैं तो लोजपा रामविलास के प्रदेश महासचिव संजय पासवान जमुई सीट से लड़ सकते हैं.
भूदेव चौधरी को महागठबंधन दे सकती है टिकट!
वहीं, 2009 में जमुई से जीत दर्ज कर चुके भूदेव चौधरी महागठबंधन की ओर से एक बार फिर यहां से टिकट की मांग कर सकते हैं. फिलहाल वह रालोसपा को छोड़कर आरजेडी का दामन थाम चुके हैं. देखना यह होगा कि महागठबंधन में सीट का बंटवारा कैसे होता है और यहां से राजद या जदयू कौन अपना प्रत्याशी उतारता है. फिलहाल सीट का बंटवारा नहीं हुआ है.
HIGHLIGHTS
- 2009 से NDA का जमुई सीट पर कब्जा
- जानिए जातीय समीकरण!
- जमुई के अंदर 6 विधानसभा क्षेत्र
Source : Vineeta Kumari