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बिहार दिवस पर समाज कल्याण विभाग का खास स्टॉल, गोदभराई-अन्नप्राशन से लेकर पेंशन और नेत्र जांच तक Photograph: (Social Media)
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बिहार दिवस 2025 के मौके पर गांधी मैदान में समाज कल्याण विभाग ने 13 स्टॉल लगाए, जहां गोदभराई-अन्नप्राशन संस्कार, पेंशन योजना, नेत्र जांच, मिलेट्स आहार और आंगनबाड़ी मॉडल जैसी पहल ने लोगों को खूब आकर्षित किया.
बिहार दिवस पर समाज कल्याण विभाग का खास स्टॉल, गोदभराई-अन्नप्राशन से लेकर पेंशन और नेत्र जांच तक Photograph: (Social Media)
बिहार दिवस 2025 के मौके पर पटना के गांधी मैदान में एक से बढ़कर एक स्टॉल लगे, लेकिन समाज कल्याण विभाग का स्टॉल लोगों के लिए खास आकर्षण का केंद्र बन गया. विभाग की ओर से कुल 13 स्टॉल लगाए गए थे, जहां आईसीडीएस, सामाजिक सुरक्षा और दिव्यांगजन सशक्तिकरण निदेशालय की योजनाएं दिखाई गईं.
सबसे ज्यादा भीड़ उस स्टॉल पर नजर आई जहां बुजुर्गों के लिए पेंशन योजना की जानकारी दी जा रही थी. यहां पेंशन आवेदन की पूरी प्रक्रिया को स्टेप बाय स्टेप बताया गया. इसके साथ ही नेत्र जांच की मुफ्त सुविधा भी उपलब्ध कराई गई. कई बुजुर्गों ने मौके पर ही आंखों की जांच करवाई.
आईसीडीएस (Integrated Child Development Services) के स्टॉल पर गर्भवती महिलाओं के लिए गोदभराई संस्कार और छोटे बच्चों के लिए अन्नप्राशन संस्कार (एक हिंदू संस्कार जो शिशु को पहली बार अन्न खिलाने का प्रतीक है) आयोजित किया गया. गोदभराई कार्यक्रम में पोषण, टीकाकरण, स्वच्छता और आराम से जुड़ी अहम बातें बताई गईं. वहीं अन्नप्राशन में बच्चों को ठोस आहार की शुरुआत कराई गई.
स्टॉल पर आंगनबाड़ी मॉडल की भी झलक दिखाई गई. लोगों को बताया गया कि आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों और महिलाओं को कैसे सेवाएं मिलती हैं. इसके अलावा पारंपरिक अनाज मिलेट्स का डेमो भी दिया गया, जिसमें बताया गया कि ये आहार कैसे सेहत के लिए फायदेमंद हैं.
इस आयोजन में आम लोगों की भागीदारी देखने लायक थी. कई परिवार अपने बच्चों के साथ यहां पहुंचे और समाज कल्याण की योजनाओं को करीब से जाना. बिहार दिवस के इस जश्न में समाज कल्याण विभाग का स्टॉल न सिर्फ जानकारी का केंद्र बना बल्कि एक सामाजिक संदेश भी छोड़ गया कि जब सेवा और नवाचार मिलते हैं तो असर गहरा होता है.
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