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हेमंत बिस्वा सरमा बने असम के नए मुख्यमंत्री, 13 कैबिनेट मंत्रियों के साथ ली पद की शपथ

हाल ही में हुए विधानसभा चुनानों में भारतीय जनता पार्टी की शानदार जीत के बाद हेमंत बिस्वा सरमा अब असम के नए मुख्यमंत्री बन गए हैं.

Updated on: 10 May 2021, 01:13 PM

highlights

  • हेमंत बिस्वा सरमा बने असम के CM
  • 13 मंत्रियों के साथ ली पद की शपथ
  • राज्यपाल जगदीश मुखी ने दिलाई शपथ

गुवाहाटी:

हाल ही में हुए विधानसभा चुनानों में भारतीय जनता पार्टी की शानदार जीत के बाद हेमंत बिस्वा सरमा अब असम के नए मुख्यमंत्री बन गए हैं. हेमंत बिस्वा सरमा ने राजभवन में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. उन्हें राज्यपाल जगदीश मुखी ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. इसी के साथ हिमंत बिस्वा सरमा असम के 15वें मुख्यमंत्री बन गए हैं. हिमंत के अलावा आज उनके मंत्रिमंडल ने भी शपथ ली है. सरमा के साथ 13 कैबिनेट मंत्रियों ने अपने पद की शपथ ग्रहण की. इस शपथ ग्रहण कार्यक्रम में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहे.

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इससे पहले रविवार को हिमंत बिस्वा सरमा को विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद पूर्व सीएम सर्बानंद सोनोवाल, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और बीजेपी के अन्य नेताओं ने राज्यपाल जगदीश मुखी से मुलाकात की थी और सरकार बनाने का दावा पेश किया था. इस दौरान बीजेपी के सहयोगी दल एजीपी, यूपीपीएल के नेता भी मौजूद रहे. बता दें कि असम में लगातार दूसरी बार भगवा पार्टी सत्ता में लौटी है. हालांकि रविवार दोपहर तक असम के अगले मुख्यमंत्री के नाम पर लेकर बीजेपी में माथापच्ची होती रही. बाद में बीजेपी विधायक दल की बैठक में हिमंत बिस्व सरमा को नेता चुना गया.

हिमंत बिस्व सरमा के बारे में जानिए

बता दें कि 2001 से पांचवीं बार जलकुबरी विधानसभा सीट से चुने गए हिमंत बिस्व सरमा सोनोवाल सरकार में महत्वपूर्ण मंत्री रहे. खास बात यह है कि वह पिछले 20 साल से असम की हर सरकार में मंत्री रहे. पहली बार विधानसभा पहुंचे हिमंत को तरुण गोगोई ने कैबिनेट मंत्री बना दिया गया था. असम में हुए साल 2011 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की बड़ी जीत के पीछे हिमंत का बेहद अहम रोल था. इसके बाद साल 2014 में हिमंत की सीएम तरुण गोगोई से खटपट हुई जिसके बाद 21 जुलाई 2014 को हिमंत ने अपने सभी पदों से कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया.

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हिमंत बिस्व सरमा तरुण गोगोई से नाराजगी के बाद  23 अगस्त 2015 को भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा था. हिमंत ने बीजेपी के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के घर पर उनसे मुलाकात की और वहीं पर बीजेपी में शामिल होने का ऐलान किया. इसके बाद बीजेपी ने साल 2016 के विधानसभा चुनाव के लिए हिमंत को असम का संयोजक बना दिया. हिमंत ने भी इस मौके को पूरी तरह से भुनाया और अमित शाह की कसौटी पर खरा उतरते हुए असम में इतिहास रच दिया. उस चुनाव में बीजेपी ने असम से तरुण गोगोई की सरकार को उखाड़ फेंका. यहां पर बीजेपी ने अकेले दम पर 60 सीटें जीतीं, जबकि कांग्रेस पार्टी को महज 26 सीटों पर सिमटना पड़ा. बीजेपी की इस जीत में हिमंत बिस्व सरमा का बड़ा योगदान माना गया. अब इस बार फिर बीजेपी की सत्ता में वापसी हुई है. जिसके बाद हिमंत बिस्व सरमा पहली बार मुख्यमंत्री का पदभार संभालने जा रहे हैं.