logo-image
लोकसभा चुनाव

WTC Final 2023 : इंग्लैंड में खेली आखिरी सीरीज में बेअसर दिखे थे स्पिनर जडेजा

WTC Final 2023 : इंग्लैंड में भारतीय टीम ने पांच टेस्ट मैच खेले थे, जिसमें जडेजा की स्पिन बॉलिंग बेअसर दिखी थी. ऐसे में क्या वो विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में अपना असर छोड़ पाएंगे? ये एक बड़ा सवाल है.

Updated on: 05 Jun 2023, 10:09 AM

highlights

  • ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार रहा है जडेजा का प्रदर्शन
  • बाएं हाथ के बल्लेबाज कर सकते हैं जडेजा को परेशान
  • इंग्लैंड में पिछली सीरीज खेलने के दौरान बेरंग दिखी थी बॉलिंग

नई दिल्ली:

WTC Final 2023, Jadeja had minimal impact with the ball in series vs England : विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में टीम इंडिया के एक खिलाड़ी का नाम पक्का है, वो हैं रविंद्र जडेजा. वो स्पिनर और लोवर मिडिल ऑर्डर इंफोर्सर के तौर पर मैदान में उतरेंगे. उनके साथ भारतीय टीम किसे मैदान में उतारती है, ये एक बड़ा सवाल बना हुआ है. लेकिन क्या जडेजा बल्ले के साथ गेंद से वो कमाल दिखा पाएंगे, जिसके लिए वो जाने जाते हैं? क्योंकि आंकड़े तो उनके खिलाफ जा रहे हैं. जी हां, इंग्लैंड में भारतीय टीम ने 2022-2023 में 5 टेस्ट मैच खेले थे, जिसमें जडेजा का स्पिनर पार्ट रंग नहीं दिखा पाया था.

इंग्लैंड के खिलाफ बॉलिंग रही थी बेअसर

रविंद्र जड़ेजा का पिछला इंग्लैंड दौरा गेंद के साथ सफल नहीं रहा था. उन्हें पूरी सीरीज में महज 6 विकेट ही मिले थे. इसमें से भी 4 विकेट उन्होंने 'द ओवल' में ही लिये थे और टीम की जीत में योगदान दिया था. बाकी के 4 मैचों में उन्हें महज 2 ही विकेट मिले थे. ऐसे में क्या वो इंग्लैंड में अपनी पिछली विफलता को भुला पाएंगे? क्योंकि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में भारतीय टीम उनपर काफी हद तक निर्भर करती है. ऐसे में अगर फाइनल मुकाबले में उनकी स्पिन गेदबाजी का जादू नहीं चल पाया तो? हालांकि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत में खेली गई सीरीज में उन्होंने न सिर्फ खूब विकेट चटकाए थे, बल्कि अश्विन के साथ संयुक्त रूप से मैन ऑफ द सीरीज खिताब के विजेता भी बने थे.

ये भी पढ़ें : WTC Final 2023 : फाइनल मुकाबले में इन 8 खिलाड़ियों का खेलना पक्का, तीन जगहों पर किसकी एंट्री?

गेद से फेल, लेकिन बल्ले से चमके

इंग्लैंड के खिलाफ जडेजा गेद से भले विफल रहे थे, लेकिन उन्होंने बल्ले से शानदार योगदान दिया था. जडेजा ने इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में शतक के साथ 287 रन जोड़े थे और अहम मौकों पर टीम इंडिया के संकटमोचक बनकर उभरे थे. यही वजह है कि उन्हें पहले आल राउंडर के तौर पर प्राथमिकता मिल रही है. चूंकि द ओवल में उनका रिकॉर्ड अपेक्षाकृत बेहतर ही रहा है. लेकिन ऑस्ट्रेलियाई टीम के टॉप ऑर्डर में 7 में से 5 बाएं हाथ के बल्लेबाजों की मौजूदगी उन्हें परेशान कर सकती है.