IND vs AUS WTC Final 2023 Duke Ball: आईपीएल 2023 के बाद भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के साथ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला खेल रही है. मुकाबला 7 जून से शुरू हो चुका है और आज चौथे दिन का लंच भी हो गया है. हालांकि टेस्ट मैच की बात करें तो भारतीय टीम की स्थिति नाजुक बनी हुई है. ऑस्ट्रेलिया की टीम लगभग 400 रन की लीड लेने को तैयार है. खैर यह तो बात हो गई मुकाबले की. इस मुकाबले में एक नई चीज और आप लोगों ने देखी होगी कि ड्यूक बॉल से खेला जा रहा है. वहीं भारत आईपीएल में एसजी बोल से खेलता है. या फिर दूसरे देश ज्यादातर कूकाबुरा बॉल का इस्तेमाल ज्यादा करते हैं. तो चलिए आपको बताते हैं इस ड्यूक गेंद की खासियत के बारे में. कि इस गेंद से फायदा किसे होता है गेंदबाज को या फिर बल्लेबाजों को.
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ड्यूक बॉल की ये है खासियत
ड्यूक बॉल से मुकाबला इंग्लैंड में ही होते हैं. अमूमन देखा गया है ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, श्रीलंका, पाकिस्तान के अंदर कूकाबुरा इस्तेमाल होती है. वहीं भारत के यहां एसजी बॉल का इस्तेमाल ज्यादा होता है. ड्यूक गेंद की खासियत है कि इसकी सिम उभरी हुई होती है. इसे हाथ से सिला जाता है. साथ में ही काफी ज्यादा हार्ड भी होती है, जिसका फायदा गेंदाबाज को होता ही है. हार्ड होने से बॉल 50 से 60 ओवर तक पुरानी नहीं होती है.
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कूकाबुरा गेंद और एसजी गेंद क्यों हैं अलग
जब सीम उभरी होती है तो तेज गेंदबाजों को स्विंग लेने में मदद मिलती है. कूकाबुरा गेंद और एसजी गेंद से स्विंग अमूमन 40 से 50 ओवर के बाद मिलती है. तो वहीं इस ड्यूक से गेंदबाज 20 ओवर के बाद स्विंग प्राप्त कर सकता है. यानी कह सकते हैं तेज गेंदबाजों के लिए यह एक अच्छा हथियार है विकेट लेने का. उम्मीद करते हैं भारतीय गेंदबाज इस विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में शानदार प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलिया को मात देंगे.
क्या कहता है आईसीसी का नियम
आईसीसी के नियम की बात करें तो ऐसा कोई नियम नहीं है कि कोई सीरीज किसी निश्चित बॉल से ही खेलेगी. दो देश जिससे चाहें उस गेंद से मुकाबले करा सकते हैं. आईसीसी की तरफ से कोई भी इसके लिए नियम कानून नहीं बनाए हैं.