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दो खेलों को गोद लेगी योगी सरकार, एक होगा कुश्ती और दूसरा कौन सा

योगी सरकार ने दो खेलों को गोद लेने की घोषणा की है. इसमें से एक कुश्ती होगा लेकिन दूसरा कौन सा होगा इस पर चर्चा का बाजार गर्म है.

Updated on: 20 Aug 2021, 01:50 PM

highlights

  • दूसरा खेल कौन सा होगा, इसके लिए सोशल मीडिया पर तमाम डिमांड
  • दूसरे खेल का चयन खेलकूद विभाग द्वारा किया जाएगा
  • खेलों के विकास के लिए अन्य तमाम घोषणाएं कीं

नई दिल्ली :

खेलों के विकास के लिए योगी सरकार ने दो खेलों को गोद लेने की घोषणा की है. इसमें से एक कुश्ती होगा लेकिन दूसरा कौन सा होगा इस पर चर्चा का बाजार गर्म है. लोग सोशल मीडिया पर तमाम कयास लगा रहे हैं. इसमें बैडमिंटन से लेकर फुटबॉल तक तमाम खेलों की डिमांड हो रही है. हालांकि दूसरे खेल का चयन खेलकूद विभाग द्वारा होगा. दरअसल, गुरुवार को लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम में भारतीय ओलंपिक दल के खिलाड़ियों का सम्मान समारोह था. इसमें राज्यपाल आनंदी बेन पटेल भी मौजूद थीं. समारोह के दौरान टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक लाने वाले नीरज चोपड़ा सहित तमाम खिलाड़ियों को पुरस्कृत किया गया. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की कि राज्य सरकार दो खेलों को गोद लेकर 10 वर्ष तक उनका विकास करेगी. उन दो खेलों के खिलाड़ियों को तैयार करने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी. इसमें से एक खेल कुश्ती होगा. दूसरा खेल खेलकूद विभाग द्वारा चयनित किया जाएगा. तभी से इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि दूसरा खेल कौन सा होगा. 

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वहीं, इस आयोजन में सीएम योगी ने यह भी घोषणा की कि प्रदेश सरकार मेजर ध्यानचंद के नाम पर एक खेल विश्वविद्यालय स्थापित करेगी. लखनऊ में एक कुश्ती अकादमी भी स्थापित की जाएगी. यही नहीं खेल कॉलेज में खिलाड़ियों की आहार धनराशि को भारतीय खेल प्राधिकरण की तर्ज पर अब 250 रुपये से बढ़ाकर 375 प्रतिदिन किया जाएगा. सीएम योगी की इस घोषणा को 2024 में होने वाले पेरिस ओलंपिक से जोड़कर देखा जा रहा है. माना जा रहा है कि यह अगले ओलंपिक की तैयारी है. गौरतलब है कि हाल ही में टोक्यो ओलंपिक खत्म हुए हैं. इसमें भारत ने एक स्वर्ण 
पदक सहित सात पदक जीते थे. भारत सभी देशों में 47वें स्थान पर रहा था. यह भारत का अभी तक ओलंपिक में सबसे बेहरतीन प्रदर्शन है. इससे पहले भारत ने वर्ष 2012 के ओलंपिक खेलों में छह पदक जीते थे. इसमें एक भी स्वर्ण पदक नहीं था. उत्तर प्रदेश की बात करें तो भारतीय दल में उत्तर प्रदेश के 10 खिलाड़ी शामिल थे. खेल प्रेमियों को उम्मीद है कि उत्तर प्रदेश सरकार की इस घोषणा से सिर्फ उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में खेल का स्तर सुधरेगा. तमाम खेल प्रेमियों और पूर्व खिलाड़ियों ने उत्तर प्रदेश के इस कदम की सराहना की है. 

सीएम योगी ने यह भी घोषणा की है कि ओलंपिक, राष्ट्रमंडल, वर्ल्ड चैंपियनशिप, वर्ल्ड कप में पदक जीतने वाले उत्तर प्रदेश के खिलाड़ियों को राज्य सरकार राजपत्रित पदों पर व प्रदेश पुलिस में 
उपाधीक्षक पद पर सीधे नियुक्ति देगी.