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टोक्यो ओलंपिक 2021 : सायना नेहवाल और श्रीकांत के ओलंपिक में हिस्सा लेने की उम्मीदें धूमिल 

कोरोना महामारी के कारण अब कोई ओलंपिक क्वालीफाईंग टूर्नामेंट नहीं होंगे, जिसके बाद ओलंपिक में पदक जीत चुकीं भारत की बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल और किदांबी श्रीकांत की इस साल टोक्यो ओलंपिक में शामिल होने की उम्मीदें धूमिल हो गई हैं.

Updated on: 29 May 2021, 04:17 PM

नई दिल्ली :

कोरोना महामारी के कारण अब कोई ओलंपिक क्वालीफाईंग टूर्नामेंट नहीं होंगे, जिसके बाद ओलंपिक में पदक जीत चुकीं भारत की बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल और किदांबी श्रीकांत की इस साल टोक्यो ओलंपिक में शामिल होने की उम्मीदें धूमिल हो गई हैं. विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) ने कहा है कि बैडमिंटन की विश्व संस्था इस बात की पुष्टि करती है कि टोक्यो ओलंपिक के लिए अब कोई क्वालीफाईंग टूर्नामेंट नहीं होंगे. टोक्यो 2020 क्वालीफिकेशन प्रणाली के अनुसार क्वालीफिकेशन पीरियड आधिकारिक रूप से 15 जून को खत्म होगा, लेकिन टोक्यो की रेस के लिए रैंकिंग लिस्ट में बदलाव नहीं किया जाएगा. 

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भारत की ओर से पीवी सिंद्धू, बी. साई प्रणीत, सात्विकसाईराज रैंकी रेड्डी और चिराग शेट्टी ने इस साल जुलाई- अगस्त में होने वाले टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया है. ओलंपिक की रजत पदक विजेता सिंद्धू और 2019 विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता प्रणीत क्रमश: महिला और पुरुष के एकल वर्ग में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे जबकि रैंकी रेड्डी और शेट्टी पुरुष युगल इवेंट में चुनौती पेश करेंगे. श्रीकांत और सायना भारतीयों में क्वालीफाई करने के करीब थे जबकि अश्विनी पोनप्पा और एन. सिक्की रेड्डी के पास भी महिला युगल वर्ग में क्वालीफाई करने का मौका था. एकल वर्ग में शीर्ष-16 रैंक तक रहने वाले खिलाड़ी टोक्यो में हिस्सा लेंगे और शीर्ष आठ रैंकिंग के खिलाड़ियों को युगल वर्ग में क्वालीफिकेशन हासिल होगा. सायना 22वें जबकि श्रीकांत 20वें नंबर पर हैं. अश्विनी और सिक्की 26वें स्थान पर हैं. 2019 विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली सिंद्धू रैंकिंग में सातवें और प्रणीत 13वें स्थान पर हैं. सायना और श्रीकांत की उम्र को देखते हुए इनका पेरिस में 2024 में होने वाले ओलंपिक में खेलना कठिन है. सायना 31 और श्रीकांत 28 वर्ष के हैं. उम्मीद है कि श्रीकांत 2024 ओलंपिक के लिए चुनौती पेश कर सकते हैं क्योंकि उस वक्त वह 31 साल के होंगे. 
इस बीच, सायना के लिए ओलंपिक में दूसरी बार पदक जीतने का आखिरी मौका टोक्यो होता, क्योंकि 2024 पेरिस ओलंपिक के समय वह 35 वर्ष की होंगी. कोरोना के कारण इंडिया ओपन, मलेशिया ओपन और सिंगापुर ओपन को स्थगित किया गया था जिसके कारण ये खिलाड़ी ओलंपिक क्वालीफाइंग इवेंट में हिस्सा नहीं ले सके थे.