logo-image

टोक्यो पारालंपिक में मनीष नरवाल का धमाल, पिस्टल में जीता गोल्ड

पी4 मिक्स्ड 50 मीटर पिस्टल एसएच1 में मनीष नरवाल ने गोल्ड जीतकर देश का नाम ऊंचा किया है. उन्होंने 218.2 का स्कोर हासिल कर पहला स्थान हासिल किया. वहीं सिंहराज अधाना ने सिल्वर मेडल पर कब्जा जमाकर इतिहास रचा है.

Updated on: 04 Sep 2021, 11:29 AM

highlights

  • पी4 मिक्स्ड 50 मीटर पिस्टल एसएच1 में मनीष ने गोल्ड जीता
  • भारत ने अबतक इस स्पर्धा में 15 मेडल अपने नाम कर लिए हैं
  • हरियाणा सरकार ने दोनों खिलाड़ियों को बधाई भी दी

 

 

 

नई दिल्ली:

टोक्यो पारालंपिक में भारतीय खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन जारी है. यहां पी4 मिक्स्ड 50 मीटर पिस्टल एसएच1 में मनीष नरवाल ने गोल्ड जीतकर देश का नाम ऊंचा किया है. उन्होंने 218.2 का स्कोर हासिल कर पहला स्थान हासिल किया. वहीं सिंहराज अधाना ने सिल्वर मेडल पर कब्जा जमाकर इतिहास रचा है. सिंहराज इससे पहले 10 मीटर एयर पिस्टल में भी ब्रॉन्ज जीत चुके हैं. उन्होंने इसबार 216.7 का स्कोर किया. इसी के साथ भारत ने अबतक इस स्पर्धा में 15 मेडल अपने नाम कर लिए हैं. वहीं हरियाणा सरकार ने टोक्यो पैरालंपिक में शूटिंग पी4 मिक्स्ड 50 मीटर पिस्टल एसएच1 में स्वर्ण पदक जीतने वाले मनीष नरवाल को 6 करोड़ जबकि रजत पदक विजेता सिंहराज अधाना को 4 करोड़ रुपये का इनाम देने की घोषणा की है. इसके साथ ही हरियाणा सरकार ने दोनों खिलाड़ियों को बधाई भी दी है. इसके साथ ही टोक्यो ओलंपिक में भारत की पदकों की संख्या 15 हो गई है. भारत ने अब तक तीन स्‍वर्ण, सात रजत और पांच कांस्‍य पदक जीते हैं. जबकि निशानेबाजी में भारत 5 पदक जीत चुका है. सिंहराज का टोक्यो पैरालंपिक में यह दूसरा पदक है. इससे पहले उन्‍होंने पैरालंपिक खेलों में 31 अगस्त को पी1 पुरुष 10 मीटर एयर पिस्टल एसएच1 में कांस्य पदक जीता था. भारत दो रजत पदक पहले ही बैडमिंटन में शनिवार को पक्का कर चुका है.

यह भी पढ़ें : टोक्यो पैरालंपिक में अवनी लेखरा का कमाल, शूटिंग में गोल्ड के बाद अब जीता ब्रांज

 

नरवाल ने रिकॉर्ड बनाते हुए 218.2 स्कोर किया

उन्नीस वर्ष के नरवाल ने पैरालम्पिक का रिकॉर्ड बनाते हुए 218.2 स्कोर किया. वहीं पी1 पुरूषों की एस मीटर एयर पिस्टल एसएच1 स्पर्धा में मंगलवार को कांस्य जीतने वाले अधाना ने 216.7 अंक बनाकर रजत पदक अपने नाम किया. रूसी ओलंपिक समिति के सर्जेइ मालिशेव ने 196.8 अंकों के साथ कांस्य पदक जीता. इससे पहले क्वालीफाइंग दौर में अधाना 536 अंक लेकर चौथे और नरवाल 533 अंक लेकर सातवें स्थान पर थे. भारत के आकाश 27वें स्थान पर रहकर फाइनल में जगह नहीं बना सके. फाइनल मुकाबले में अधाना ने अन्य दोनों भारतीयों के मुकाबले में अच्छी शुरुआत की. पहले 10 शाॅट के बाद वह 92.1 अंक के साथ अंक तालिका में बढ़त ली थी. वहीं क्वालीफिकेशन में सातवें स्थान पर रहे नरवाल ने फाइनल में बेहद खराब शुरुआत की. उनसे प्रतियोगिता के पहले चरण में 87.2 अंक जुटाए.  हालांकि दोनों ही निशानेबाजों ने उस वक्त सबसे अच्छा प्रदर्शन किया, जब उन्हें इसकी जरूरत थी. 18वें शाॅट के बाद मनीष नरवाल चौथे स्थान पर आ गए. इसके बाद 19वें और 20वें शाॅट में 19 वर्षीय भारतीय ने सनसनीखेज 10.8 और 10.5 अंक जुटाकर पहला स्थान हासिल किया.  इस वर्ग में निशानेबाज एक ही हाथ से पिस्टल पकड़ते हैं क्योंकि उनके एक हाथ या पैर में विकार होता है जो रीढ में चोट या अंग कटने की वजह से होता है. कुछ निशानेबाज खड़े होकर तो कुछ बैठकर निशाना लगाते हैं.

अवनि लेखरा ने जीता था गोल्ड

मनीष से पहले निशानेबाजी में ही 19 साल की अवनि लेखरा ने 10 मीटर एयर राइफल स्टैडिंग एसएच1 इवेंट में गोल्ड मेडल जीता था. यह भारत का निशानेबाजी में पहला गोल्ड मेडल था. अवनि ने इसके अलावा 50 मीटर राइफल थ्री पॉजिशन एसएच1 इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया था. अवनि इस तरह दो पैरालंपिक मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनी थीं. उनके अलावा भाला फेंक खिलाड़ी सुमित अंतिल ने इन खेलों में पुरुषों की एफ64 स्पर्धा में कई बार वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ते हुए दूसरा गोल्ड मेडल दिलाकर शानदार डेब्यू किया था. उन्होंने 62.88 मीटर के अपने ही पिछले वर्ल्ड रिकॉर्ड को दिन में पांच बार बेहतर किया और गोल्ड पर निशाना साधा था.