बजरंग पुनिया की राह नहीं थी आसान, टोक्यो ओलंपिक से पहले लगी थी चोट, लेकिन...

भारत के पहलवान बजरंग पुनिया ने शनिवार को शानदार प्रदर्शन करते हुए 65 किग्रा भार वर्ग में कांस्य पदक जीत लिया है. बजरंग पुनिया ने इस तरह भारत की झोली में चौथा कांस्य और कुल छठा पदक डाला है.

भारत के पहलवान बजरंग पुनिया ने शनिवार को शानदार प्रदर्शन करते हुए 65 किग्रा भार वर्ग में कांस्य पदक जीत लिया है. बजरंग पुनिया ने इस तरह भारत की झोली में चौथा कांस्य और कुल छठा पदक डाला है.

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Pankaj Mishra
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bajrang punia ( Photo Credit : ians)

भारत के पहलवान बजरंग पुनिया ने शनिवार को शानदार प्रदर्शन करते हुए 65 किग्रा भार वर्ग में कांस्य पदक जीत लिया है. बजरंग पुनिया ने इस तरह भारत की झोली में चौथा कांस्य और कुल छठा पदक डाला है. माकुहारी मेसे हॉल-ए मैट बी पर बजरंग का सामना कजाकिस्तान के दौलत नियाबेकोव से था. बजरंग ने शुरुआत से ही बढ़त बनाए रखते हुए इस मुकाबले को 8-0 से अपने नाम किया और विश्व चैम्पियनशिप, एशियाई चैम्पियनशिप और एशियाई खेलों के बाद अपने नाम ओलंपिक पदक भी कर लिया है. बजरंग ने राउंड आफ-8 मुकाबले में किर्गिस्तान के इरनाजार अकामातालीव को हराया था. इसके बाद वह क्वार्टर फाइनल में ईरान के मुर्तजा घियासी के खिलाफ विजयी रहे थे लेकिन सेमीफाइनल में वह अजरबैजान के हाजी अलीयेव के हाथों बुरी तरह हार गए थे. इससे पहले बजरंग पुनिया को सेमीफाइनल मुकाबले में अजरबैजान के हाजी अलियेव के हाथों 5-12 से हार का सामना करना पड़ा था. 

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बता दें कि बजरंग पुनिया को रूस में एक प्रतियोगिता के दौरान घुटने में चोट लगी थी. इसके बाद लगातार मेहनत करते रहे और ओलंपिक के लिए न केवल क्वालीफाई किया, बल्कि पदक भी भारत के लिए जीता.  बजरंग पुनिया की घुटने की चोट ज्यादा गंभीर नहीं थी, लेकिन वह मैट में लौटने के लिए जोखिम नहीं लेना चाहते थे. इसलिए मैट ट्रेनिंग के लिए भी वे कुछ देरी से आए. भारत के करीब 27 साल के पहलवान ने टोक्यो ओलंपिक में 65 किग्रा फ्रीस्टाइल वर्ग में क्वालीफाई किया था. उन्हें 26 जून को अली अलियेव टूर्नामेंट के सेमीफाइनल मुकाबले के दौरान चोट लग गई थी. जहां तक सेमीफाइनल की बात है, जहां बजरंग पुनिया को हार मिली थी, उसमें शुरुआत बेहतर तरीके से की और एक अंक हासिल किया, लेकिन हाजी ने तुरंत वापसी कर चार अंक बटोरे. बजरंग पहले पीरियड में 1-4 से पिछड़ गए. दूसरे पीरियड में भी हाजी बजरंग पर पूरी तरह भारी पड़े और चार अंक हासिल किए. बजरंग ने हालांकि फिर दो अंक बटोरे और अंकों का फासला कम करने की कोशिश की। लेकिन हाजी ने फिर उन्हें चित्त कर एक अंक लिया. बजरंग ने इसके बाद दो अंक लिए और इस वक्त मुकाबला कठिन लगने लगा. हालांकि, हाजी ने फिर दो और अंक हासिल कर लिए. हाजी ने एक और अंक लेकर मुकाबला एकतरफा बनाकर जीत दर्ज की. दूसरे पीरियड में हाजी ने 8-4 की बढ़त बनाई थी. 

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हाजी 2016 के रियो ओलंपिक खेलों में 57 किग्रा वर्ग का कांस्य जीत चुके हैं और इस बार उन्होंने कम से कम अपने लिए रजत पदक पक्का कर लिया है. बजरंग और हाजी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नहीं मिले हैं, लेकिन दोनों के बीच एकमात्र मुलाकात 2019 प्रो रेसलिंग लीग में हुई थी. पुनिया ने हाजी को 8-6 से हराकर अपनी टीम पंजाब रॉयल्स को एमपी योद्धा के खिलाफ जीत दिलाई थी. इससे पहले, क्वार्टर फाइनल मैच में बजरंग ने ईरान के मुतर्जा घियासी चेका को 2-1 से हराया था. टोक्यो में भारत के लिए पदक के दावेदार बजरंग को विक्ट्री बाई फॉल के आधार पर जीत मिली थी. 

Source : Sports Desk

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