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IPL 2022: क्या बैन हो जाएगी 5 हजार करोड़ रुपये की टीम, आज तय होगा अहमदाबाद का भविष्य 

Ahmedabad Team के भविष्य पर सवाल खड़े हैं. IPL GC Meeting में अहमदाबाद के भविष्य पर फैसला किया जाना है. आरोप थे कि  अहमदाबाद की टीम खरीदने वाली सीवीसी कैपिटल्स का इंवेस्टमेंट एक बैटिंग कंपनी में है. 

Updated on: 03 Dec 2021, 04:37 PM

नई दिल्ली :

IPL Ahmedabad Team and GC Meeting: आईपीएल में जो दो नई टीम शामिल हुई हैं, उसमें अहमदाबाद के भविष्य पर तमाम सवाल खड़े हो गए हैं. आज अहमदाबाद के भविष्य को लेकर आईपीएल जीसी की मीटिंग है. मीटिंग में अहमदाबाद के भविष्य पर फैसला किया जाएगा. उम्मीद है कि मीटिंग के बाद तीन-चार दिन में फैसला सामने आ आएगा. सबसे बड़ी बात है कि 5625 करोड़ रुपये की टीम क्या बैन हो जाएगी. आईपीएल प्रेमी तो यह भी सवाल कर रहे हैं कि क्या अहमदाबाद की टीम आईपीएल में भाग लेने से पहले ही बैन हो जाएगी? क्या आईपीएल 2022 नौ टीमों के बीच ही होगा.

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ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं क्योंकि बीसीसीआई ने अभी तक अहमदाबाद की टीम को लेटर ऑफ इंटेट नहीं दिया है. दरअसल, इस बार आईपीएल में दो नई टीमें शामिल की गई हैं. ये टीमें हैं लखनऊ और अहमदाबाद. लखनऊ की टीम को बीसीसीआई ने लेटर ऑफ इंटेट दे दिया लेकिन अहमदाबाद की टीम को नहीं दिया गया. इस लेटर के मिलने के बाद ही टीम को आईपीएल में भाग लेने की आधिकारिक स्वीकृति मिलती है. 

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ये आरोप लगे थे कि अहमदाबाद की टीम को खरीदने वाली सीवीसी कैपिटल का पैसा इरेलिया नाम की कंपनी में लगा हुआ है. यह कंपनी सट्टेबाजी से जुड़ी कंपनी बताई जा रही है. सट्टेबाजी भारत में बैन है. सट्टेबाजी से जुड़ी कंपनी में इंवेस्टमेंट कर रही सीवीसी कैपिटल्स को भला आईपीएल में हिस्सा लेने का मौका कैसे मिल सकता है. इरेलिया कंपनी से सीवीसी के जुड़ाव की जांच करने के लिए बीसीसीआई ने आईपीएल जीसी का गठन किया था. इसकी मीटिंग आज यानी 3 दिसंबर को होनी है. इस मीटिंग में सभी आरोपों की जांच होगी. इसकी रिपोर्ट तीन-चार दिन में आने की उम्मीद है. 

क्या आईपीएल से हट जाएगी अहमदाबादः कई आईपीएल प्रेमी यह सवाल कर रहे हैं कि अगर आरोप सही निकले तो क्या अहमदाबाद की टीम आईपीएल से हटा दी जाएगी. ऐसे में मीडिया रिपोर्ट्स का दावा है कि ऐसा कुछ नहीं होगा. आरोप सही निकले तो अहमदाबाद की टीम की फ्रेंचाइजी का अधिकार सीवीसी कैपिटल्स से लेकर ऐसी कंपनी को दिया जाएगा, जिसने दूसरा सबसे बड़ा टेंडर डाला था. सीवीसी कैपिटल्स ने अहमदाबाद की टीम खरीदने के लिए 5625 करोड़ रुपये के टेंडर डाले थे, जबकि इसके बाद दूसरे नंबर के टेंडर अडानी की कंपनी के थे. ऐसे में इस टीम के अधिकार अडानी के पास पहुंच जाएंगे. 

ये बोली सीवीसी कैपिटल्सः इस मामले में सीवीसी कैपिटल्स के कुछ अधिकारी मीडिया के सामने ये कह चुके हैं कि इरेलिया कंपनी का भारत में कोई इंवेस्टमेंट नहीं है. भारत में सट्टेबाजी बैन है और सीवीसी कैपिटल्स का सीधे सट्टेबाजी से कोई लेना-देना नहीं है, ऐसे में समस्या की कोई बात नहीं है. हालांकि आईपीएल जीसी क्या फैसला करता है, अब इस पर सबकी निगाहें हैं.