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इंडियन प्रीमियर लीग: VIVO के बाद कौन होगा IPL का नया स्पॉन्सर?

आईपीएल सीजन 13 से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक इस साल आईपीएल का वीवो स्पॉन्सर नहीं होगा. पहले आईपीएल गवर्निंग काउंस की बैठक में बताया गया था कि VIVO ही टूर्नामेंट को स्पॉन्सर कर रहा है.

Updated on: 04 Aug 2020, 08:02 PM

नई दिल्ली:

आईपीएल सीजन 13 (Indian Premier league) से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है. रिपोर्ट्स के मुताबिक इस साल आईपीएल का वीवो (VIVO) स्पॉन्सर नहीं होगा. पहले आईपीएल गवर्निंग काउंस की बैठक में बताया गया था कि VIVO ही टूर्नामेंट को स्पॉन्सर कर रहा है. इस फैसले के बाद हर तरफ से इसका विरोध हो रहा था लेकिन अब साफ कर दिया गया है कि आईपीएल 13 में वीवो स्पॉन्सर नहीं होगा. आईपीएल सीजन 13 का आयोजन 19 सितंबर से 10 नवंबर तक यूएई (UAE) में होने जा रहा है. अब सबसे बड़ा सवाल ये सामने आता है कि VIVO के जाने के बाद आईपीएल को स्पॉन्सर कौन करेगा. इससे पहले आईपीएल को साल 2008 से 2012 तक (DLF) ने स्पॉन्सर किया था. उसके बाद 2013 से 2015 तक पेप्सी ने आईपीएल को स्पॉन्सर किया था. अब आने वाले कुछ दिनों में साफ हो जाएगा कि इस बार दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग को कौन स्पॉन्सर करने वाला है. बीसीसीआई (BCCI) ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर जानकरी दी है. बीसीसीआई ने बताया है कि वो नए स्पॉन्सरशिप की तलाश में है. हालांकि अभी इस नीलामी में कौन कौन शामिल होने वाला है ये तय नहीं हुआ है.  

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इससे पहले इंडियन प्रीमियर लीग के लिए चीनी प्रायोजकों के साथ बने रहने के बीसीसीआई के फैसले पर हैरानी जताते हुए राष्ट्रीय स्वयं सेवक आरएसएस से संबद्ध स्वदेशी जागरण मंच (एसजेएम)  ने सोमवार को कहा कि लोगों को इस T20 क्रिकेट लीग का बहिष्कार करने पर विचार करना चाहिए. एसजेएम के सह-संयोजक अश्वनी महाजन ने एक बयान में कहा कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड और आईपीएल की संचालन समिति ने चीनी सैनिकों के साथ झड़प में शहीद हुए भारतीय सैनिकों का अनादर किया है. अश्वनी महाजन ने कहा कि जब देश अर्थव्यवस्था को चीनी प्रभुत्व से मुक्त बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है, सरकार चीन को हमारे बाजारों से दूर रखने के लिए सभी प्रयास कर रही है, ऐसे में आईपीएल यह फैसला देश की जनभावना के खिलाफ है. 

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बता दें कि आईपीएल संचालन समिति ने रविवार को टूर्नामेंट के प्रमुख प्रायोजकों के रूप में चीनी कंपनियों के साथ बने रहने का फैसला किया था. चीनी मोबाइल फोन निर्माता कंपनी वीवो इस आईपीएल की ‘टाइटल’ प्रायोजक है. वीवो ने पांच साल के इस करार के लिए बीसीसीआई को 2,000 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया है.रविवार को आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की बैठक के बाद बीसीसीआई की ओर से कहा गया था कि इस साल यानी आईपीएल 2020 में प्रायोजक अनुबंध में कोई बदलाव नहीं होगा जिसकी जानकारी शनिवार को दे दी गई थी.