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WTC Final : विराट कोहली जीत पाएंगे पहली आईसीसी ट्रॉफी...

दुनिया का नंबर एक बल्लेबाज, बड़े से बड़ा गेंदबाज जब अपने रनअप पर जाता है तो यही सोचता है कि ना जाने इस गेंद का क्या हश्र होगा. सचिन तेंदुलकर के शतकों के शतक के सबसे करीब. जी हां, हम बात कर रहे हैं टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली की.

Updated on: 01 Jun 2021, 02:18 PM

highlights

इंग्लैंड में 18 जून से खेला जाएगा विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल
साउथम्पटन में खेला जाएगा भारत और न्यूजीलैंड के बीच खिताबी मैच
टीम इंडिया 2 जून को चार्टर प्लेन से होगी इंग्लैंड के लिए रवाना 

नई दिल्ली :

WTC Final : दुनिया का नंबर एक बल्लेबाज, बड़े से बड़ा गेंदबाज जब अपने रनअप पर जाता है तो यही सोचता है कि ना जाने इस गेंद का क्या हश्र होगा. सचिन तेंदुलकर के शतकों के शतक के सबसे करीब. जी हां, हम बात कर रहे हैं टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली की. विराट कोहली के पास एक और मौका है. उन्हें केवल अब एक ही टेस्ट जीतना है और आईसीसी की ट्रॉफी उनके हाथ में होगी. जिससे विराट कोहली सालों से महरूम हैं और उनकी आलोचना का सबसे बड़ा कारण भी यही है. विश्व टेस्ट चैंपियनशिप, जिसे अंग्रेजी में डब्ल्यूटीसी भी कह सकते हैं,  का फाइनल अब बहुत दूर नहीं रह गया है. देखना होगा कि अंग्रेजों के देश में कोहली और भी विराट हो जाएंगे या फिर पहले जैसे ही खाली हाथ लौटकर घर आएंगे.

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टीम इंडिया आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए दो जून को इंग्लैंड के लिए रवाना होगी. मैच 18 जून से न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला जाएगा. न्यूजीलैंड इसलिए क्योंकि भारत और न्यूजीलैंड की टीमें विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की प्वाइंट्स टेबल की टॉप की दो टीमे हैं. और सबसे बड़ी बात, फाइनल मैच होगा साउथम्पटन के मैदान पर. वहीं साउथम्पटन का मैदान जो टीम इंडिया के लिए अभी तक अच्छा नहीं रहा है. टीम इंडिया ने इस मैदान पर अभी तक दो टेस्ट मैच खेले हैं और दोनों में हार ही मिली है. इस पुराने आंकड़े से विराट कोहली ही नहीं पूरी टीम इंडिया की धुकधुकी तो बढ़ी ही होगी. एक स्टेडियम, दो मैच और दोनों में हार. आंकड़े का शर्मनाक है. लेकिन क्या विराट और उनकी टीम इस आंकड़े में कुछ बदलाव कर पाएगी, देखना होगा.

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अब दूसरी बात. भारत को टेस्ट खेलते हुए 89 साल हो गए हैं. इस दौरान टीम इंडिया ने कभी किसी न्यूट्रल वेन्यू पर मैच नहीं खेला है. भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ये पहली बार होगा कि टीम इंडिया टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए किसी न्यूट्रल वेन्यू पर उतरेगी. अगर आप हिन्दी पसंद हैं तो आप इसे तटस्थ स्थान भी कह सकते हैं. दुनिया में टेस्ट खेलने वाले केवल दो ही देश हैं, जो अभी तक न्यूट्रल वेन्यू पर टेस्ट नहीं खेले हैं. एक तो आपको हम बता ही चुके हैं, भारतीय टीम और दूसरी बांग्लादेश की टीम. अब तो मामला और भी कुछ डरावना हो गया है. अभी रुक जाइए, करेला और नीम चढ़ा ये कि विराट ने अभी तक एक भी आईसीसी की ट्रॉफी नहीं जीती है. अरे बाप रे बाप. ये हर जगह से निगेटिव ही निगेटिव बू आ रही है. लेकिन ये मत भूलिए कि ये कोरोना काल चल रहा है. इस वक्त जो निगेटिव है, वही अच्छा है. तो फिर इस निगेटिव बात से भी अच्छी बात खोज निकालिए और उम्मीद कीजिए कि इस बार विराट अंग्रेजों के यहां से खाली हाथ नहीं आएंगे और आईसीसी की पहली ट्रॉफी लेकर ही देश के भीतर कदम रखेंगे.