Ranji Trophy: अगर ड्रॉ हुआ रणजी ट्रॉफी फाइनल तो कौन सी टीम उठाएगी ट्रॉफी? ये है विनर चुनने का नियम

Ranji Trophy: रणजी ट्रॉफी 2024-25 का फाइनल मैच अगर ड्रॉ पर खत्म होता है, तो कौन सी टीम ट्रॉफी उठाएगी. आइए आपको इसके नियम के बारे में बताते हैं.

Ranji Trophy: रणजी ट्रॉफी 2024-25 का फाइनल मैच अगर ड्रॉ पर खत्म होता है, तो कौन सी टीम ट्रॉफी उठाएगी. आइए आपको इसके नियम के बारे में बताते हैं.

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Sonam Gupta
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What happens if the Ranji Trophy final is drawn which team will winner

What happens if the Ranji Trophy final is drawn which team will winner Photograph: (social media)

Ranji Trophy Final: जहां एक ओर भारतीय टीम चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में ट्रॉफी की ओर कदम बढ़ा रही है. वहीं, भारत के घरेलू टूर्नामेंट केरल और विदर्भ के बीच रणजी ट्रॉफी 2024-25 का फाइनल मैच खेला जा रहा है. मैच का चौथा दिन शुरू हो चुका है और इस मैच के खत्म होने के चांसेस बहुत ही कम दिख रहे हैं. अब सवाल उठता है कि यदि केरल और विदर्भ के बीच खेला जा रहा ये फाइनल ड्रॉ पर खत्म होता है, तो ट्रॉफी कौन सी टीम उठाएगी? आइए आपको नियम के बारे में बताते हैं.

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ड्रॉ होने पर कैसे चुना जाएगा विजेता?

केरल और विदर्भ की टीम ने लीग मैचों में शानदार प्रदर्शन करते हुए रणजी ट्रॉफी 2024-25 के फाइनल का सफर तय किया. मगर, अब यदि फाइनल मैच ड्रॉ होता है, तो सवाल उठता है कि ट्रॉफी किस टीम को दी जाएगी? दरअसल, रणजी ट्रॉफी के नियमों के मुताबिक, यदि फाइनल ड्रॉ पर खत्म होता है, तो उस टीम को विजेता चुना जाता है, जिसके पास पहली पारी के आधार पर बढ़त रहती है. उदाहरण के तौर पर यदि ये मैच ड्रॉ होगा, तो वो टीम जीतेगी, जिसने पहली पारी में बड़ा स्कोर बनाया होगा.

बता दें, विदर्भ ने अपनी पहली पारी में 379 रन बनाए थे, जबकि केरल की टीम ने पहली पारी में 342 रन बनाए. ऐसे में यदि रणजी ट्रॉफी फाइनल ड्रॉ होता है, तो विदर्भ की टीम तीसरी बार ट्रॉफी उठाएगी.

केरल ने 2 रन की बढ़त से ही तो की थी फाइनल में एंट्री

रणजी ट्रॉफी 2024-256 का पहला सेमीफाइनल मुकाबला केरल और गुजरात के बीच खेला गया था. जहां, दोनों टीमों के बीच एक रोमांचक मैच हुआ. मैच के चौथे दिन तक रिजल्ट नहीं आया और मैच ड्रॉ पर खत्म हुआ. 

मगर, केरल की टीम को विनर घोषित किया गया. नियमों के अनुसार, मैच ड्रॉ होने की कंडीशन में पहली पारी में जिस टीम के पास बढ़त रहती है उसके विजेता माना जाता है. सेमीफाइनल में गुजरात ने पहली पारी में 455 रन बनाए थे, तो वहीं केरल ने 457 रन बनाए थे. यानि सिर्फ 2 रन की बढ़त के कारण केरल को आगे बढ़ने का मौका मिला.

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