भारत और इंग्लैंड के बीच 20 जून से टेस्ट सीरीज का पहला मुकाबला हेडिंग्ले में खेला जाने वाला है. शुभमन गिल की कप्तानी वाली भारतीय टीम पिछले कई दिनों से जमकर प्रैक्टिस कर रही है. इस बार टीम इंडिया टेस्ट सीरीज में जीत दर्ज करने के इरादे से मैदान पर उतरेगी. तो आइए इस टेस्ट सीरीज के शुरू होने से पहले आपको उन भारतीय क्रिकेटर्स के बारे में बताते हैं, जिन्होंने इंग्लैंड में सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है.
राहुल द्रविड़
इंग्लैंड में टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में पहला नाम राहुल द्रविड़ का आता है, जिन्होंने 1996 में इंग्लैंड में अपने पहले टेस्ट मैच में 95 रन बनाकर अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी और तब से उन्होंने इस प्रदर्शन को और बेहतर किया है.
उन्होंने औसतन हर टेस्ट में 100 से अधिक रन बनाए हैं और जब भी भारत ने इंग्लैंड का दौरा किया है, तो उनका अहम योगदान रहता. 2002 में उन्होंने हेडिंग्ले में 148 रन बनाए और फिर ओवल में 217 रन बनाकर सीरीज को ड्रॉ करवाया. 2007 में द्रविड़ ने टीम को सीरीज में जीत दिलाई और 2011 में वे 4 टेस्ट में 3 शतकों के साथ शानदार अकेले योद्धा रहे, जिसमें भारत को 4-0 से करारी हार का सामना करना पड़ा.
सौरव गांगुली
सौरव गांगुली का टेस्ट डेब्यू ड्रीम डेब्यू जैसा था. उन्होंने लॉर्ड्स में 131 और ट्रेंट ब्रिज में 136 रन की पारी खेली. फिर 2002 की सीरीज में उन्होंने 99 और आक्रामक 128 रन बनाए और 2007 की सीरीज जीत में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया. इंग्लैंड में 6 टेस्ट मैचों की अपनी पिछली 10 पारियों में गांगुली कभी भी सिंगल फिगर पर आउट नहीं हुए.
उन्होंने गेंद से भी अच्छा प्रदर्शन किया, क्योंकि इंग्लिश कंडीशंस उनके मध्यम गति के गेंदबाजों के लिए सबसे अनुकूल थीं. उन्होंने 31.8 की औसत से 8 विकेट भी लिए.
सचिन तेंदुलकर
इंग्लैंड में मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने खूब रन बनाए. उन्होंने 17 साल की उम्र में इंग्लैंड में अपना पहला टेस्ट शतक लगाया और चौथी पारी में भारत के लिए मैच बचाया. उन्होंने 1996 में एजबेस्टन में 122 रन बनाए थे, जब पारी में अगला उच्चतम स्कोर 18 रन था. सीरीज में और भी बड़े स्कोर थे 177 और 193 और कई अर्धशतक भी शामिल रहे.
तेंदुलकर का पहला इंग्लैंड दौरा 1990 में था और उनका आखिरी दौरा 2011 में था. आपको ये जानकर हैरानी होगी कि 2 दशकों में उन्होंने कभी भी ऐसी कोई सीरीज नहीं देखी जिसमें उन्होंने कम से कम दो महत्वपूर्ण स्कोर न बनाए हों.
दिलीप वेंगसरकर
दिलीप वेंगसरकर ने भी इंग्लैंड में हमेशा ही अच्छा प्रदर्शन किया. उन्होंने अपने टेस्ट करियर के दौरान 4 बार इंग्लैंड का दौरा किया करियर इंग्लैंड के 4 दौरों तक फैला था, और पहले तीन में से प्रत्येक में, उन्होंने लॉर्ड्स में शतक लगाया था. आखिरी बार 1986 में भारत ने तीन मैचों की सीरीज में 2-0 से जीत दर्ज की थी.
1990 में अपने अंतिम दौरे पर उनकी वापसी थोड़ी कम हो गई, हालांकि उन्होंने लॉर्ड्स में एक अर्धशतक लगाया। वेंगसरकर ने भारतीय टीमों में खेला जो अक्सर इंग्लैंड से बहुत कमजोर होती थीं और उस संदर्भ में देखा जाए तो उनकी वापसी शानदार से भी अधिक है.
जसप्रीत बुमराह
जसप्रीत बुमराह अब तक सिर्फ 2 बार इंग्लैंड टूर पर गए हैं, लेकिन उनके आंकड़े कमाल के हैं. इंग्लैंड में किसी भी भारतीय गेंदबाज का औसत उनसे बेहतर नहीं है. वह इंग्लैंड में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाजों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर हैं. इंग्लैंड में बुमराह ने 15 पारियों में बुमराह के साथ सिर्फ एक बार ऐसा हुआ, जब उन्हें विकेट नहीं मिला. वरना उन्होंने हर बार विकेट निकालकर भारत के लिए अहम भूमिका निभाई.
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