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नस्लवाद के विरोध में मैदान पर नंगे पांव पहुंची टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलियाई टीम

मैच शुरू होने से पहले टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी मैदान पर नंगे पैर पहुंचे और नस्लवाद विरोधी आंदोलन को अपना समर्थन दिया.

Updated on: 27 Nov 2020, 02:13 PM

नई दिल्ली:

कोरोना वायरस की वजह से भारतीय क्रिकेट पर लगी रोक करीब 9 महीने बाद खत्म हो गई. आज खेले जा रहे मैच से पहले टीम इंडिया ने इसी साल मार्च में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था. जिसके बाद कोरोना वायरस ने देश में दस्तक दी और टीम इंडिया का पूरा शेड्यूल बदलना पड़ा. कोरोना वायरस के बीच क्रिकेट की वापसी होने पर टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने कोई भी अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने से पहले यूएई में खेले गए आईपीएल के 13वें सीजन में हिस्सा लिया.

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आईपीएल खत्म होने के बाद टीम इंडिया अपने मिशन के लिए ऑस्ट्रेलिया पहुंची. जहां विराट सेना शुक्रवार से शुरू हो रही 3 मैचों की वनडे सीरीज का पहला मैच सिडनी में खेल रही है. मैच शुरू होने से पहले टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी मैदान पर नंगे पैर पहुंचे और नस्लवाद के विरोध में अपनी हाजिरी लगाई. टीम इंडिया ने नस्लवाद विरोधी आंदोलन के समर्थन और ऑस्ट्रेलियाई लोगों की संस्कृति को सम्मान देने के लिए आस्ट्रेलियाई टीम के साथ सिडनी के मैदान पर नंगे पैर खड़े होकर सर्कल बनाया. ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज पैट कमिंस ने कहा कि उन्होंने नस्लवाद विरोधी आंदोलन के समर्थन और ऑस्ट्रेलिया की देशज संस्कृति को सम्मान देने के लिए यह तरीका अपनाया है.

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वेस्टइंडीज के महान क्रिकेटर माइकल होल्डिंग ने इंग्लैंड में सीमित ओवरों की सीरीज के दौरान ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ आंदोलन का समर्थन नहीं करने पर ऑस्ट्रेलियाई टीम की आलोचना की थी. ऑस्ट्रेलियाई महिला टीम ने भी सितंबर में न्यूजीलैंड के खिलाफ सीमित ओवरों की सीरीज के दौरान नंगे पैर खड़े होकर मैदान पर सर्कल बनाया था. इसके अलावा पिछले सप्ताह शेफील्ड शील्ड टीमों ने भी बेयरफुट सर्कल बनाकर नस्लवाद विरोधी आंदोलन का समर्थन किया था.

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नस्लवाद विरोधी आंदोलन का समर्थन करने के अलावा दोनों टीम के खिलाड़ी पहले वनडे मैच में पूर्व ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी डीन जोंस और फिलीप ह्यूज की याद में बांह पर काली पट्टी बांधकर मैदान पर उतरे हैं. बता दें कि डीन जोंस का सितंबर में मुंबई में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था. वहीं फिलिप ह्यूज का आज ही के दिन 6 साल पहले निधन हुआ था, जब वे घरेलू मैच में सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर ही सीन एबोट की बाउंसर से चोटिल हो गए थे. बता दें कि दुनियाभर में बढ़ रहे नस्लवाद को देखते हुए क्रिकेटर्स इसका खुलकर विरोध कर रहे हैं. इससे पहले इंग्लैंड दौरे पर पहुंची वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम ने भी अंग्रेज खिलाड़ियों के साथ मिलकर ‘ब्लैक लाइव्स मैटर’ आंदोलन में हिस्सा लिया था.