IND vs ENG: मैनचेस्टर टेस्ट मैच में भारतीय गेंदबाजों की बुरी तरह पिटाई हुई, जिसके बाद से ही भारतीय मैनेजमेंट और कप्तान शुभमन गिल की आलोचना हो रही है. इस बीच पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुनील गावस्कर, जो अपने बेबाक बयानों के लिए जाने जाते हैं, उन्होंने शुभमन गिल और गौतम गंभीर को लेकर बयान दिया है, जो चर्चा में आ गया है.
मैनचेस्टर टेस्ट का क्या होगा परिणाम?
इंग्लैंड के साथ खेले जा रहे मैनचेस्टर टेस्ट मैच में भारतीय टीम के प्लेइंग-11 सिलेक्शन को लेकर सवाल उठ रहे हैं. ऐसा माना जा रहा है कि कुलदीप यादव और शार्दुल ठाकुर को प्लेइंग-11 में शामिल किया जाता है, तो चीजें बेहतर हो सकती थीं.
उन्होंने कहा, 'सबसे अहम मुद्दा तो ये है कि ये कैप्टन की टीम है, जैसा कि नासिर ने कहा. आप ये नहीं कह सकते कि वह किसी को नहीं चाहते थे, शायद शार्दुल ठाकुर या कुलदीप यादव के मामले में उन्हें टीम में होना चाहिए था. वो कप्तान हैं. लोग उनके और उनकी कप्तानी के बारे में बात करेंगे. इसलिए ये उनका फैसला है.'
गावस्कर ने अपने दिनों को किया याद
भारतीय स्टार सुनील गावस्कर ने अपने समय की तुलना आज के मैनेजमेंट से की, जब टीम में कोच नहीं हुआ करते थे और जिम्मेदारियां मैनेजर को संभालनी होती थीं. गावस्कर ने कहा, 'हमारे टाइम में कोच नहीं होते थे. हमारे पास सिर्फ पूर्व खिलाड़ी ही मैनेजर या सहायक मैनेजर के रूप में होते थे. वे ऐसे लोग थे, जिनके पास जाकर आप बात कर सकते थे. लंच के समय, दिन के खेल के अंत में या मैच से पहले पर वे आपको सलाह देते थे. इसलिए, मेरे लिए कैप्टन और कोच के कॉम्बिनेशन को समझना मुश्किल है. जब मैं कप्तान था, तब हमारे पास कोई भी पूर्व खिलाड़ी नहीं था.'
टीम इंडियता पर किया कटाक्ष
सुनील गावस्कर ने भारतीय टीम पर कटाक्ष करते हुए संकेत दिए कि सभी सिलेक्शन के फैसले कप्तान की इच्छा को नहीं दिखाते बल्कि यूनिटी का दिखावा करने के लिए हैं. दिग्गज ने कहा, मुझे पता है कि सब कुछ सही दिखाने के चक्कर में ये बातें सामने नहीं आ पाएंगी. लेकिन, सच तो ये है कि कप्तान ही जिम्मेदार है. वही इन सबको लीड करने वाला है.
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