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रोहन गावस्कर ने उठाई खिलाड़ियों के हित की बात, कही ये बड़ी बात 

भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी और दिग्गज बल्लेबाज व पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर के बेटे रोहन गावस्कर ने कहा है कि सभी राज्य संघों को अपने खिलाड़ियों के साथ सालाना अनुबंध होना चाहिए.

Updated on: 26 May 2021, 04:01 PM

नई दिल्ली :

भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी और दिग्गज बल्लेबाज व पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर के बेटे रोहन गावस्कर ने कहा है कि सभी राज्य संघों को अपने खिलाड़ियों के साथ सालाना अनुबंध होना चाहिए. जैसे कि क्रिकेट में बीसीसीआई करती है. बीसीसीआई अपने खिलाड़ियों के साथ अलग अलग कैटेगरी में कॉन्ट्रेक्ट करती है और उसी के अनुसार पैसों का भुगतान  किया जाता है. ये कैटेगरी ए, बी और सी आदि होती हैं. रोहन गावस्कर ने कहा कि अगर अनुबंध नहीं होता है तो ऐसी स्थिति में घरेलू खिलाड़ियों को भुगतान करना असंभव है. साथ ही रोहन गावस्कर ने ये भी जोड़ा कि राज्य संघों को अपने खिलाड़ियों की देखभाल करने की जरूरत है. उन्होंने ये भी कहा कि घरेलू खिलाड़ी वास्तव में वही है, जो खेल को जारी रखता हो. उनकी देखभाल करनी होगी. उनके लिए सालाना अनुबंध शुरू किया जाना चाहिए.

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बता दें कि रोहन गावस्कर ने भी भारत के लिए क्रिकेट खेली है, लेकिन उन्हें मोटे तौर पर अपने पिता सुनील गावस्कर की वजह से ही जाना जाता है. रोहन गावस्कर ने भारतीय टीम के लिए साल 2003-04 में डेब्यू किया था, तब भारतीय टीम वीबी सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर थी. उन्होंने 18 जनवरी 2004 को अपना पहला मैच खेला  था. उन्हें लगातार टीम में मौके भी मिले, लेकिन इस सीरीज में वे अपनी छाप नहीं छोड़ पाए. उन्होंने इस सीरीज में जिम्बाब्वे के खिलाफ एक अर्धशतक लगाया था. इसके बाद रोहन गावस्कर को कुछ समय बाद फिर टीम इंडिया के लिए खेलने का मौका मिला. लेकिन वहां भी वे कुछ नहीं कर पाए. उनकी तुलना लगातार उनके पिता से ही की जाती रही और उसी तरह के प्रदर्शन की भी उम्मीद लगाई जाती रही. हालांकि अपने डेब्यू के करीब नौ महीने बाद ही रोहन गावस्कर ने अपना आखिरी मैच भी खेल लिया और उनके करियर का अंत हो गया. 

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बड़ी बात ये भी रही कि भारत में साल 2007 में इंडियन क्रिकेट लीग शुरू हुई और रोहन गावस्कर इसमें शामिल हो गए. बीसीसीआई इस लीग के खिलाफ थी. इसलिए इंडियन क्रिकेट लीग में खेलने वाले खिलाड़ियों पर भी बैन लगा दिया गया था. हालांकि इस लीग का डिब्बा बंद हो गया और बीसीसीआई ने कुछ खिलाड़ियों पर से बैन भी हटा लिया था. इसके बाद वे आईपीएल में भी खेलते हुए नजर आए थे. सौरव गांगुली की कप्तानी वाली कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए वे खेले, लेकिन यहां भी उनका करियर लंबे वक्त तक नहीं चल सका. इसके बाद उन्होंने संन्यास का भी ऐलान कर दिया था. हालांकि रोहन गावस्कर का घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन रहा है. यहां उनके आंकड़े काबिले तारीफ रहे हैं.