Pat Cummins: भारतीय क्रिकेट टीम को मेलबर्न टेस्ट मैच में हराकर ऑस्ट्रेलिया ने बॉर्डर-गावस्कर सीरीज में 2-1 की बढ़त हासिल कर ली है. इस जीत से ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस काफी खुश हैं. उन्होंने अपनी टीम की खूब तारीफ की और साथ ही बताया कि हेड को बॉलिंग देने का आइडिया किसका था. तो आइए आपको बताते हैं कि पैट कमिंस ने क्या-क्या कहा...
जीत से खुश हैं कैप्टन Pat Cummins
ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 340 रनों का लक्ष्य दिया था. जवाब में भारतीय टीम 155 रन पर ऑलआउट हो गई और कंगारुओं ने 184 रनों से जीत हासिल कर ली. इस सीरीज में अब ऑस्ट्रेलिया के पास 2-1 की बढ़त है. मैच जीतने के बाद कप्तान पैट कमिंस ने क्राउड का भी शुक्रिया अदा किया, जो रिकॉर्ड संख्या में बॉक्सिंग डे टेस्ट देखने मेलबर्न पहुंचे.
पैट कमिंस ने कहा, 'ये बहुत अच्छा टेस्ट मैच था, जिसका हिस्सा बनकर मैं काफी खुश हूं. यहां क्राउड कमाल का था. हमारे ड्रेसिंग रूम में सभी काफी खुश हैं और इस मैच में जीत में योगदान देकर मैं भी खुश हूं. मार्नस ने दूसरी पारी में मेरी काफी मदद की, वाकई पारी शुरू होने तक हमें पता नहीं होता है कि बल्लेबाज कैसा करने वाले हैं लेकिन किस्मत से इस खेल में यह देखने को मिला. स्मिथ ने पहली पारी को संभाले रखने के लिए शानदार पारी खेली.'
बल्लेबाजी में थी गहराई
ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 474 रन बनाकर भारतीय टीम पर दबाव बना लिया था. गौर करने वाली बात ये भी है कि पहली पारी हो या दूसरी ऑस्ट्रेलिया के टेलेंडर्स ने अच्छी बल्लेबाीजी की और टीम के लिए अहम पारियां खेलीं.
पैट कमिंस ने बल्लेबाजी को लेकर कहा, 'पहली पारी में 400 से अधिक रन बनाने से खेल में हमारा पलड़ा भारी हो गया. आपको हमेशा लगता है कि कुछ भी हो सकता है. हमने पहले सेशन में अच्छी गेंदबाजी की और उन्हें 3/30 पर रोक दिया. उन्होंने बीच के सत्र में अच्छी बल्लेबाजी की. हम जानते थे कि हमें एक विकेट लेना है और कुछ भी हो सकता है और बिलकुल ऐसा ही हुआ. हमारी बल्लेबाजी में काफी गहराई थी. हम अपने टेलेंडर्स से बात करते हैं और इसपर काफी मेहनत करते हैं, क्योंकि हम जानते हैं कि ये एक ऐसा पहलू है, जो मैचों को हमारे पक्ष में ला सकता है.'
ट्रेविस हेड को बॉल देने का खोला राज
पैट कमिंस ने बताया कि आखिर लंच के तुरंत बाद उन्होंने किसके कहने पर ट्रेविस हेड को गेंद सौंपी, वो शख्स कोई और नहीं बल्कि टीम के हेड कोच थे. कमिंस ने कहा, मैं इसका क्रेडिट कोच को देता हूं, हम ओवर-रेट में भी पीछे थे इसलिए हमने सोचा कि चलो ट्रेविस को बॉल देते हैं और वह एक विकेट चटका सकते हैं. कमाल है, यह आसान विकेट नहीं था, उसने दिखाया कि इस पर कैसे बल्लेबाजी करनी है. उसे एक मौका मिला और उसने झपट्टा मारा और वास्तव में पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ मुकाबला बढ़ाया. उन्होंने कुछ कैच भी लिए जिनपर अक्सर किसी का ध्यान नहीं जाता. हम जिस तरह से खेले उससे हम खुश हैं, हम सिडनी जाने से पहले इस मैच की जीत को सेलिब्रेट करेंगे.
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