logo-image

सिर्फ 5 साल के बच्चे ने पाकिस्तान के पूर्व कप्तान को किया बोल्ड, देखें कैसे किया आउट

वीडियो में सरफराज और उनके बेटे को प्रशंसकों के एक काफी लोगों से घिरे क्रिकेट खेलते हुए देखा जा सकता है. भीड़ अब्दुल्ला के लिए जयकार करती दिख रही है.

Updated on: 21 Jun 2022, 09:49 PM

इस्लामाबाद:

पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सरफराज अहमद (Sarfaraz Ahmed) जो आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2017 (ICC Champions Trophy 2017) जीतने वाली पाकिस्तान क्रिकेट टीम (Pakistan Cricket Team) के कप्तान थे, पाकिस्तान में एक गली क्रिकेट मैच में अपने ही बेटे द्वारा क्लीन बोल्ड (Clean Bowled) हो गए. सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल (Video viral) हो रहा है जिसमें सरफराज को अपने बेटे अब्दुल्ला के खिलाफ बल्लेबाजी करते देखा जा सकता है. सरफराज ने कहा, वह नहीं चाहते कि अब्दुल्ला (Abdullah) क्रिकेट को अपनाएं क्योंकि वह नहीं चाहते कि उनके बेटे को उच्च स्तर पर पाकिस्तान के लिए खेलने के लिए अत्यधिक जांच और दबाव का सामना करना पड़े. 

यह भी पढ़ें : क्या भविष्य के कप्तान हैं हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya)? इस खिलाड़ी ने भी बताया शानदार

वीडियो में सरफराज और उनके बेटे को प्रशंसकों के एक काफी लोगों से घिरे क्रिकेट खेलते हुए देखा जा सकता है. भीड़ अब्दुल्ला के लिए जयकार करती दिख रही है क्योंकि अब्दुल्ला द्वारा फेंके गए यॉर्कर पिता सरफराज अहमद खेलने से चूक जाते हैं और वह क्लीन बोल्ड हो जाते हैं. सरफराज के अपने ही बेटे द्वारा बोल्ड होने के बाद उनके चेहरे पर एक बड़ी मुस्कान थी. पाकिस्तान के पूर्व कप्तान ने कहा, अब्दुल्ला को क्रिकेट खेलने का शौक है, लेकिन मैं नहीं चाहता कि वह क्रिकेटर बने. वास्तव में, एक क्रिकेटर होने के नाते मैंने कई चीजें झेलीं, जो मैं नहीं चाहता कि अब्दुल्ला का सामना करना पड़े. यह मानव स्वभाव है. बेटे अब्दुल्ला वास्तव में क्रिकेट में रुचि रखते हैं और एक तेज गेंदबाज बनना चाहते हैं. 

इस बीच, 2017 आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में टीम इंडिया के खिलाफ जीत में पाकिस्तान की कप्तानी करने वाले सरफराज खान राष्ट्रीय टीम में जगह पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. उन्होंने आखिरी बार नवंबर 2021 में बांग्लादेश के खिलाफ पाकिस्तान के लिए एक T20I खेला था. वह पाकिस्तान सुपर लीग फ्रेंचाइजी क्वेटा ग्लैडिएटर्स के कप्तान हैं. उनकी टीम पिछले सीजन में अंक तालिका में पांचवें स्थान पर रही थी.