शोएब अख्तर (Photo Credit: फाइल फोटो)
क्राइस्टचर्च:
पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने न्यूजीलैंड दौरे पर टीम के प्रदर्शन की कड़ी आलोचना की है और कहा है कि टीम बुरे तरीके से हारी है. उन्होंने साथ ही कहा कि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने जो बोया है, वही वह काट रहा है. अख्तर ने पीसीबी को भी जमकर खरी खोटी सुनाई है. उन्होंने ट्विटर पर पीसीबी की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि बोर्ड ने जो बोया है, वही वो काट रहा है.
So disappointed. This is the lowest we could go. Humiliating defeat. pic.twitter.com/YIBmMzlyoE
— Shoaib Akhtar (@shoaib100mph) January 6, 2021
अख्तर ने ट्विटर पर कहा आप औसत खिलाड़ी लाते रहेंगे, औसत खिलाड़ी खिलाते रहेंगे. औसत टीम बनाते रहेंगे, औसत ही रिजल्ट आते हैं और औसत ही काम करते रहेंगे. पाकिस्तान जब भी टेस्ट क्रिकेट खेला, तब तब उसकी पोल खुलती रहेगी. ये लोग स्कूल स्तर की क्रिकेट खेल रहे हैं और प्रबंधन ने स्कूल स्तर का क्रिकेटर बना दिया है.
Clubs teams would play better than this. pic.twitter.com/r9m4ekqbeq
— Shoaib Akhtar (@shoaib100mph) January 5, 2021
उन्होंने कहा कितने चेयरमैन आए और गए. पाकिस्तान क्रिकेट बर्बाद हो गया है. ऐसा तब तक रहेगा, जब कि औसत खिलाड़ी आते रहेंगे. टीम में न तो कैरेक्टर है, न पर्सनेलिटी है, न कद है और न बल्लेबाजी आती है और कैच तो ऐसे छोड़ते हैं, जैसे नींद में खड़े हैं. न्यूजीलैंड ने हेग्ले ओवल मैदान पर खेले गए दूसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन बुधवार को पाकिस्तान को पारी और 176 रनों से हराकर दो मैचों की टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप किया.
ये भी पढ़ें: पहली बार टेस्ट में नंबर-1 टीम बनी न्यूजीलैंड, टीम इंडिया की बढ़ी मुश्किलें
पूर्व तेज गेंदबाज ने पाकिस्तान की हार पर कहा यह एक शर्मनाक और बुरी हार है. मैं पूछता हूं कि तो क्या अब कान पकड़ने का समय आ गया है पाकिस्तान टीम का या बोर्ड का. सवाल यह नहीं है कि हम टेस्ट मैच हारे हैं, बल्कि बात यह है कि हम बहुत बुरी तरीके से हारे हैं. अख्तर ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा आपने मैच देखा क्लब और न्यूजीलैंड टीम के बीच का. आप सोच रहे होंगे कि मैं पाकिस्तान टीम को क्लब टीम क्यों कह रहा हूं. टीम प्रबंधन को चाहिए थे और टीम प्रबंधन ने भी उसी तरीके की ही टीम चुनी. हमारी बल्लेबाजी या गेंदबाजी में कहीं अनुभव ही नजर नहीं आया. न्यूजीलैंड ने हमें खूब धोया। वे हमारी सिस्टम की कमियों को उजागर कर रहे थे।"