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मोहम्मद अजहरुद्दीन को हैदराबाद क्रिकेट संघ के अध्यक्ष पद से हटाया गया, जानिए क्यों 

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन फिर संकट में फंस गए हैं. मोहम्मद अजहरुद्दीन पर हैदराबाद क्रिकेट संघ यानी एचसीए के नियमों के उल्लंघन का आरोप है. मोहम्मद अजहरुद्दीन को हैदराबाद क्रिकेट संघ के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है.

Updated on: 17 Jun 2021, 12:01 PM

नई दिल्ली :

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन फिर संकट में फंस गए हैं. मोहम्मद अजहरुद्दीन पर हैदराबाद क्रिकेट संघ यानी एचसीए के नियमों के उल्लंघन का आरोप है. मोहम्मद अजहरुद्दीन को हैदराबाद क्रिकेट संघ के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है, साथ ही उनकी सदस्यता भी रद कर दी गई है. एचसीए की एपेक्स काउंसिल ने ये फैसला लिया, साथ ही मोहम्मद अजहरुद्दीन को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है. नोटिस में कहा गया है कि जब तक उन पर लगे आरोपों की जांच नहीं हो जाती, तब तक वे सस्पेंड ही रहेंगे. मोहम्मद अजहरुद्दीन ने भारत के लिए 99 टेस्ट मैच खेले हैं, एक टेस्ट से वे शतक लगाने से रह गए थे. मोहम्मद अजहरुद्दीन की इंटरनेशनल क्रिकेट में एंट्री बहुत ही शानदार ढंग से हुई थी. ये सिलसिला लंबे अर्से तक जारी रहा. मोहम्मद अजहरुद्दीन भारत के शानदार कप्तानों में से एक रहे हैं. हालांकि मैच फिक्सिंग प्रकरण में भी उनका नाम आया था, बाद में ये आरोप खारिज भी हो गए थे. 

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बताया जाता है कि मोहम्मद अजहरुद्दीन की शिकायत की गई थी. इसके बाद हैदराबाद क्रिकेट संघ के सदस्यों की ओर से ये फैसला लिया गया. मोहम्मद अजहरुद्दीन पर आरोप है कि उन्होंने नियमों का उल्लंघन किया है. उन्हें नोटिस जारी कर उनसे जवाब मांगा गया था. बता दें कि मोहम्मद अजहरुद्दीन दुबई में एक क्रिकेट क्लब के सदस्य भी हैं, इसके बारे में मोहम्मद अजहरुद्दीन ने कुछ नहीं बताया था, वहीं ये क्रिकेट क्लब एक टूर्नामेंट में हिस्सा लेता है, लेकिन बीसीसीआई की ओर से ये मान्यता प्राप्त नहीं है. 
मोहम्मद अजहरुद्दीन सितंबर 2019 में ही हैदराबाद क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बने थे. इसके बाद वे किसी न किसी कारण से लगातार चर्चा में रहे हैं. बता दें कि साल 2000 में मोहम्मद अजहरुद्दीन का नाम मैच फिक्सिंग प्रकरण में सामने आया था. इसके बाद मोहम्मद अजहरुद्दीन पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया गया था. इसके कारण 12 साल बाद मोहम्मद अजहरुद्दीन पर लगे आरोपों को आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट ने खारिज कर दिए थे. हालांकि मोहम्मद अजहरुद्दीन का क्रिकेट करियर साल 2000 के बाद ही खत्म हो गया था.