IND vs ENG: इंग्लैंड के साथ खेले गए मैनचेस्टर टेस्ट मैच को टीम इंडिया ने ऐतिहासिक अंदाज में ड्रॉ कराया, जिसके बाद हर तरफ इसी की चर्चा है. जब इंग्लैंड ने पहली पारी में 669 रन बनाए, तब शायद ही किसी ने सोचा होगा कि मैच का नतीजा ऐसे आएगा, लेकिन कहते हैं ना कि जो हारता नहीं, उसे कोई हरा भी नहीं सकता. तो आइए इस आर्टिकल में आपको 3 ऐसी चीजों के बारे में बताते हैं, जिसके लिए इस टेस्ट मैच को हमेशा-हमेशा याद किया जाएगा.
इंग्लैंड ने पहली पारी में बना ली थी 311 रन की बढ़त
मैनचेस्टर टेस्ट मैच में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 358 रन बनाए थे. मगर, इंग्लिश टीम ने कमाल की बल्लेबाजी की और 669 रन बना लिए और पहली पारी के आधार पर 311 रनों की बढ़त ले ली थी. 11 साल बाद टेस्ट क्रिकेट में ऐसा हुआ था, जब भारत के खिलाफ किसी टीम ने एक पारी में 600 से अधिक रन का स्कोर बनाया हो.
गिल-केएल और फिर जडेजा-सुंदर की पारी रहेगी याद
जब इंग्लैंड ने पहली पारी में 311 रनों की बढ़त बना ली, तो हर तरफ हाय-तौबा मच गई कि अब तो इस मैच में भारत का वापसी करना असंभव है. लेकिन, मुश्किल काम को भारतीय बल्लेबाजों ने किया. पहले शुभमन गिल और केएल राहुल ने मिलकर 188 रनों की पार्टनरशिप की.
मगर, जब केएल (90) और शुभमन (103) रनों पर आउट हो गए, तो जिम्मेदारी रवींद्र जडेजा और वॉशिंगटन सुंदर ने संभाली. सुंदर ने 206 गेंदों का सामना किया और 101 रन पर नाबाद लौटे, तो वहीं रवींद्र जडेजा 185 गेंदों पर 107 रन पर वापस लौटे और भारत ने ऐतिहासिक ड्रॉ किया.
ऋषभ पंत ने टूटे पैर के साथ की बैटिंग
ऋषभ पंत ने मैनचेस्टर टेस्ट में कुछ ऐसा किया, जिसने सभी का दिल जीत लिया. असल में, मैच के पहले ही दिन पंत के पैर में चोट लग गई थी. इस चोट के चलते पंत पहली पारी में रिटायर्ड हर्ट होकर बाहर जाने के बाद टीम को जरूरत पड़ने पर टूटे पैर से दोबारा बैटिंग के लिए उतरे थे. उनके इस जज्बे को हर कोई सलाम कर रहा है, खुद वहां मौजूद मैच रैफरी और अंपायर्स ने भी पंत की चोट की गंभीरता को महसूस किया था.
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