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लीड्स ने अपने स्टैंड्स से लगाया ओसामा बिन लादेन का कट-आउट, जानिए उसके बाद अब क्‍या हुआ

दुनिया के सबसे बड़े आतंकियों में से एक ओसामा बिन लादेन, मौत के इतने दिन बाद अचानक से फिर से सुर्खियों में आ गया है. एक बार तो उसे पाकिस्‍तान में याद किया गया, दूसरी जगह इंग्‍लैंड में खेल के दौरान उसे याद कर लिया गया.

Updated on: 26 Jun 2020, 07:26 AM

New Delhi:

दुनिया के सबसे बड़े आतंकियों में से एक ओसामा बिन लादेन (Osama Bin Laden), मौत के इतने दिन बाद अचानक से फिर से सुर्खियों में आ गया है. एक बार तो उसे पाकिस्‍तान में याद किया गया, दूसरी जगह इंग्‍लैंड में खेल के दौरान उसे याद कर लिया गया. हालांकि पाकिस्‍तान में उसका नाम लेना और उसे महत्‍व देना कोई बड़ी बात नहीं है, लेकिन खेल से उसका क्‍या लेना देना. 

इंग्लिश चैंपियनशिप (English Championship) की टीम लीड्स यूनाइटेड (Leeds United) ने एलैंड रोड स्टेडियम पर स्टैंड्स से अल-कायदा (al Qaeda) के पूर्व सरगना ओसामा बिन लादेन के एक कार्डबोर्ड कट-आउट को हटा दिया है. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार कोरोनावायरस के कारण स्टेडियम में फैन्स को प्रवेश करने की इजाजत नहीं है. ऐसे में फुटबॉल क्लब ने अपने दर्शकों को ये ऑफर दिया था कि वे अपने कट-आउट्स को स्टेडियम में लगाने के लिए आवेदन दे सकते हैं.

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एक फुटबॉल फैन ने क्लब के साथ प्रैंक करते हुए ओसामा बिन लादेन का कट-आउट भेजी और फिर आयोजकों ने भी उसे दर्शकों की सीट पर रख दिया. बीबीसी ने लीड्स के हवाले से कहा कि वे यह सुनिश्चित करेंगे कि फुल्हम के खिलाफ शनिवार को होने वाले मैच से पहले इस तरह की और कोई तस्वीर स्टेडियम के स्टैंड में न हो.

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उधर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अमेरिकी कार्रवाई में अपने देश में मारे गए ओसामा बिन लादेन को शहीद करार देते हुए गुरुवार कहा कि आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका की लड़ाई में साथ देकर पाकिस्तान को शर्मिंदगी झेलनी पड़ी है. बजट सत्र के दौरान खान ने संसद में कहा कि इस्लामाबाद को सूचित किए बिना ही अमेरिकी कमांडो पाकिस्तान में घुसे और ओसामा बिन लादेन की हत्या कर दी, उसके बाद से सभी ने पाकिस्तान को गालियां देना शुरू कर दिया. इमरान खान ने कहा, मुझे नहीं लगता कि कोई भी ऐसा अन्य देश है, जिसने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में साथ दिया हो और उसके लिए उसे शर्मिंदगी भी उठानी पड़ी हो. अफगानिस्तान में अमेरिका की असफलता के लिए साफ-साफ पाकिस्तान पर दोष मढ़ा गया. उन्होंने कहा, अमेरिकी कमांडो जब ऐबटाबाद में घुसे और उन्होंने ओसामा बिन लादेन को मार दिया...शहीद कर दिया...तो वह पूरी दुनिया में बसे पाकिस्तानियों के लिए शर्मिंदगी का पल था. उसके बाद पूरी दुनिया हमें गालियां देने लगी. हमारा सहयोगी हमारे देश में घुसा और बिना सूचना दिए उसने किसी को मार दिया. और, आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका की लड़ाई में 70 हजार पाकिस्तानी मारे गए हैं. आपको बता दें कि ओसामा बिन लादेन को मई 2011 में पाकिस्तान के एबटाबाद में अमेरिकी नेवी सील्स ने मार गिराया था.

(एजेंसी इनपुट)