INDvsAUS : अब तीसरे टेस्ट में जसप्रीत बुमराह पर होगा ज्यादा भार, जानिए क्यों
जसप्रीत बुमराह ऑस्ट्रेलिया के साथ बाकी बचे दो टेस्ट मैचों में खेलने वाले उस गेंदबाजी आक्रमण के इकलौते गेंदबाज होंगे जिसने 2018-19 में ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर भारतीय टीम को अहम जीत दिलाई थी.
नई दिल्ली :
जसप्रीत बुमराह ऑस्ट्रेलिया के साथ बाकी बचे दो टेस्ट मैचों में खेलने वाले उस गेंदबाजी आक्रमण के इकलौते गेंदबाज होंगे जिसने 2018-19 में ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर भारतीय टीम को अहम जीत दिलाई थी. उन्होंने अभी तक 16 टेस्ट मैच खेले हैं और अब वह टीम में सबसे सीनियर गेंदबाज हैं. जसप्रीत बुमराह की वापसी अभी तक अच्छी रही है. वह दो टेस्ट मैचों में आठ विकेट लेने में सफल रहे हैं. मेलबर्न टेस्ट की पहली पारी में उन्होंने चार विकेट ले ऑस्ट्रेलिया को जल्दी ढेर करने में अहम भूमिका निभाई.
भारत के पूर्व तेज गेंदबाज अतुल वासन ने कहा है कि वह परिपक्वता दिखा रहे हैं. वह सोचने वाले गेंदबाज हैं और सीमाओं के बाद भी उन्होंने सभी प्रारूपों में अच्छा किया है. उन्होंने काबिलियत दिखाई है, जो शानदार है. मुझे लगा था कि वह चोटिल हो जाएंगे लेकिन वह काफी मजबूत हैं. जसप्रीत बुमराह इतने प्रभावी हैं इसका एक कारण उनका छोटा रनअप है जो उनकी ऊर्जा को बचाता है. उनकी सफलता का एक कारण उनकी सटीकता भी है. उन्होंने डेब्यू करने वाले मोहम्मद सिराज से सटीकता को लेकर टिप्स भी शेयर किए थे.
यह भी पढ़ें : साल 2020 क्रिकेट : तमाम दर्द के बावजूद जाते-जाते जीत की राह दे गया 2020
मोहम्मद शमी पहले ही सीरीज से बाहर हैं और गुरुवार को यह भी साफ हो गया कि उमेश यादव भी सीरीज से बाहर हो चुके हैं. इसके बाद भारत को रिजर्व गेंदबाजों के भरोसे रहना होगा. ईशांत शर्मा तो चोट के कारण आस्ट्रेलिया नहीं आए हैं. भारतीय रिजर्व गेंदबाजों के पास कुल मिलकर दो टेस्ट मैचों का अनुभव है. सिराज ने एक टेस्ट मैच खेला है और शार्दूल ठाकुर ने भी एक ही टेस्ट मैच खेला है. रिजर्व में मौजूद बाकी गेंदबाज- टी.नटराजन, कार्तिक त्यागी ने अभी तक टेस्ट नहीं खेले हैं.
आखिरी के दो टेस्ट सिडनी और ब्रिस्बेन में हैं. ऐसे में यह दोनों टेस्ट बुमराह के दिमाग, परिपक्वता और शरीर की परीक्षा भी ले सकते हैं. बुमराह को पिछले साल दक्षिण अफ्रीका सीरीज से पहले पीठ के निचले हिस्से में चोट लग गई थी. वह इस सीरीज में नहीं खेले थे और इसके बाद बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज में भी नहीं खेले थे. दूसरे टेस्ट मैच में दूसरी पारी में उमेश के चोटिल होने के बाद बुमराह का बोझ बढ़ गया था. यह साफ तौर पर दिखा था. दूसरे टेस्ट के चौथे दिन जब बुमराह कुछ देर के लिए बाहर गए तो इसने अटकलों को जन्म दे दिया. वह हालांकि वापस आए और गेंदबाजी की.
यह भी पढ़ें : INDvsAUS : शार्दूल ठाकुर या नटराजन, किसे मिलेगा तीसरे टेस्ट में मौका
अतुल वासन ने कहा कि राउंड दा विकेट गेंदबाजी करने से गेंदबाज पर दबाव पड़ता है. जसप्रीत बुमराह हालांकि बांए हाथ के तेज गेंदबाज के सामने ही राउंड दा विकेट आते हैं. उन्होंने कहा कि इससे हर गेंदबाज को थोड़ा बहुत फर्क पड़ता है क्योंकि आपको गेंद को ज्यादा मूव कराना होता है (बाएं हाथ के तेज गेंदबाज के लिए). उन्हें तुरंत मुड़ना होता है और फॉलोथ्रो के दौरान डेंजर एरिया में जाने से बचना होता है. आपको अपने फॉलो थ्रो को भी बदलना होता है. आपके शरीर का वजन आपको बाईं तरफ ले जाता है, लेकिन आप बाईं तरफ नहीं जा सकते नहीं तो आपको चेतावनी मिल जाएगी. अगले दो मैचों में यह देखना होगा कि रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा के अलावा बाकी के गेंदबाज किस तरह से बुमराह के ऊपर से बोझ कम करते हैं.
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
-
Kajol Workout Routine: 49 की उर्म में ऐसे इतनी फिट रहती हैं काजोल, शेयर किया अपना जिम रुटीन
-
Viral Photos: निसा देवगन के साथ पार्टी करते दिखे अक्षय कुमार के बेटे आरव, साथ तस्वीरें हुईं वायरल
-
Moushumi Chatterjee Birthday: आखिर क्यों करियर से पहले मौसमी चटर्जी ने लिया शादी करने का फैसला? 15 साल की उम्र में बनी बालिका वधु
धर्म-कर्म
-
Vikat Sanakashti Chaturthi 2024: विकट संकष्टी चतुर्थी व्रत कब? बस इस मूहूर्त में करें गणेश जी की पूजा, जानें डेट
-
Shukra Gochar 2024: शुक्र ने किया मेष राशि में गोचर, यहां जानें किस राशि वालों पर पड़ेगा क्या प्रभाव
-
Buddha Purnima 2024: कब है बुद्ध पूर्णिमा, वैशाख मास में कैसे मनाया जाएगा ये उत्सव
-
Shani Shash Rajyog 2024: 30 साल बाद आज शनि बना रहे हैं शश राजयोग, इन 3 राशियों की खुलेगी लॉटरी