भारतीय टीम ने 38 साल पहले आज के दिन रचा था इतिहास, लॉर्ड्स ग्राउंड पर....
Today Cricket History : भारतीय क्रिकेट का इतिहास उपलब्धियों से भरा हुआ है. आज का दिन यानी दस जून का दिन भी इसी में से एक है. इस दिन भारतीय टीम ने लॉड्र्स के ऐतिहासिक मैदान पर पहली टेस्ट विजय हासिल की थी.
highlights
- मैच की पहली पारी में दिलीप वेंगसरकर ने जड़ा था शानदार शतक
- सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने 133 गेंद पर बनाए थे 34 रन
- कपिल देव की कप्तानी में पहली बार लॉड्र्स में जीता था टेस्ट मैच
नई दिल्ली :
Today Cricket History : भारतीय क्रिकेट का इतिहास उपलब्धियों से भरा हुआ है. आज का दिन यानी दस जून का दिन भी इसी में से एक है. इस दिन भारतीय टीम ने लॉड्र्स के ऐतिहासिक मैदान पर पहली टेस्ट विजय हासिल की थी. तब भारतीय टीम के कप्तान महान कपिल देव हुआ करते थे. इस जीत से करीब तीन साल पहले ही भारतीय टीम ने 1983 में विश्व कप भी जीता था. साल 1986 में भारत ने क्रिकेट के मक्का कहे जाने वाले लॉड्र्स के मैदान पर इंग्लैंड को पांच विकेट से हराया था. ये वही मैच है, जिसमें सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने 133 गेंद पर मात्र 34 रन ही बनाए थे.
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इस ऐतिहासिक मैच की बात करें तो इंग्लैंड की टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 294 रनों का स्कोर बनाया था. इसमें ग्राहम गूच का शानदार शतक भी शामिल था. वहीं भारत की ओर से चेतन शर्मा ने पांच विकेट अपने नाम किए थे. वहीं रोजर बिन्नी ने तीन, कपिल देव ने एक और मनिंदर सिंह ने भी एक विकेट लिया था. इसके बाद जब भारतीय टीम इन रनों का पीछा करने के लिए मैदान पर उतरी तो भारत ने 341 रन बनाए और पहली पारी के आधार पर बढ़त ले ली थी. भारत की ओर से दिलीप वेंगसरकर ने 126 रनों की शतकीय पारी खेली थी. ये वही मैच है, जिसमें सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने 133 गेंद पर मात्र 34 रन ही बनाए थे और ये सबसे धीमे टेस्ट शतकों में से एक है.
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इसके बाद जब इंग्लैंड की टीम दूसरी पारी में बल्लेबाजी करने उतरी तोे उनकी पूरी टीम 180 रन ही बना सकी थी. दूसरी पारी में भारतीय टीम को जीत के लिए मात्र 136 रनों की ही दरकार थी. भारतीय टीम ने पांच विकेट खोकर इस ल क्ष्य को आसानी से हासिल कर लिया था. भारत की ओर से इस दूसरी पारी में किसी भी बल्लेबाज ने अर्धशतक तक नहीं लगाया था. सबसे ज्यादा 33 रन दिलीप वेंगसरकर ने बनाए थे. वहीं पहली पारी में बहुत धीमा खेलने वाले सुनील गावस्कर ने 58 गेंद पर 22 रनों की पारी खेली थी. इस मैच को भारत ने पांच विकेट से जीता था. इस जीत को भले आज 38 साल हो गए हैं, लेकिन भारतीय टेस्ट इतिहास की जब भी बात आती है तो ये मैच हमेशा याद किय जाता है.
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