Gautam Gambhir: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 5 मैचों की बॉर्डर-गावस्कर सीरीज खेली जा रही है. शुरुआती 4 टेस्ट में 1 जीत और 2 हार के साथ टीम इंडिया सीरीज 2-1 से पीछे है. सिडनी में खेला जाने वाला 5 वां टेस्ट भारतीय टीम के लिए काफी अहम है. अगर इसमें भी भारत की हार हुई तो फिर भारत 3-1 से हारी हुई टीम के वापस लौटेगा. जीत ही भारत के सम्मान की रक्षा कर सकती है. इस सीरीज में टीम इंडिया के जिन खिलाड़ियों की काफी चर्चा रही है उसमें चेतेश्वर पुजारा भी हैं जो टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं.
चेतेश्वर पुजारा की चर्चा क्यों?
भारतीय टीम की बल्लेबाजी इस सीरीज में बेहद निराशाजनक रही है. ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के सामने टीम इंडिया के बल्लेबाज हर बार बिखड़े हैं. रोहित, विराट, पंत, गिल जैसे खिलाड़ी पूरी तरह से फ्लॉप रहे हैं. बल्लेबाजों के खराब प्रदर्शन की वजह से चेतेश्वर पुजारा की काफी चर्चा रही है. पुजारा ने ऑस्ट्रेलिया में पिछले 2 टेस्ट सीरीज में भारत को मिली जीत में अहम रोल अदा किया था. इसलिए उन्हें टीम में जगह न मिलना काफी हैरानी भरा था और भारतीय चयनकर्ता, कोच कप्तान की आलोचना हुई है.
गंभीर की चर्चा क्यों?
1 जनवरी की सुबह से ये चर्चा चल रही है कि भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर चेतेश्वर पुजारा को ऑस्ट्रेलिया टेस्ट सीरीज के लिए टीम इंडिया का हिस्सा बनाना चाहते थे लेकिन चयनकर्ताओं ने उनकी बात नहीं मानी और इस दिग्गज खिलाड़ी को मौका नहीं दिया. चयनकर्ता किसे चयन करते हैं और किसे नहीं ये उनका अधिकार है लेकिन गंभीर की सिफारिश चयनकर्ता नजरअंदाज करें ये समझ से परे है.
विश्वास करना मुश्किल
गौतम गंभीर जब भारत के हेड कोच बने तो पूरा पावर अपने साथ लेकर आए. हार्दिक पांड्या की जगह सूर्यकुमार यादव को टी 20 का कप्तान बना दिया. कोचिंग टीम में मार्ने मॉर्केस, अभिषेक नायर, रियान टेन डोयशे को बोर्ड की नापसंदगी के बावजूद शामिल कराया. जब गंभीर कोचिंग टीम में बीसीसीआई की किसी सिफारिश या सलाह को न मानते हुए अपनी पसंद की कोचिंग टीम बना सकते हैं. अपनी शर्तों पर रोहित और विराट को छुट्टी से श्रीलंका वनडे सीरीज के लिए बुला सकते हैं. तो फिर उनके कहने पर पुजारा को टीम में जगह न मिले. इस पर विश्वास नहीं होता.
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