Harbhajan Singh: 'टेस्ट क्रिकेट के लिए मजाक है', हरभजन सिंह ने ईडन-गार्डन्स की पिच पर जताई नाराजगी

Harbhajan Singh: भारतीय दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह ने कोलकाता टेस्ट में टीम इंडिया को मिली हार पर प्रतिक्रिया दी है और ईडन-गार्डन्स की पिच पर नाराजगी जाहिर की है.

Harbhajan Singh: भारतीय दिग्गज स्पिनर हरभजन सिंह ने कोलकाता टेस्ट में टीम इंडिया को मिली हार पर प्रतिक्रिया दी है और ईडन-गार्डन्स की पिच पर नाराजगी जाहिर की है.

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Sonam Gupta
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Harbhajan Singh is upset with Eden Gardens pitch saying it was a joke for Test cricket

Harbhajan Singh is upset with Eden Gardens pitch saying it was a joke for Test cricket

Harbhajan Singh: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच पहला टेस्ट मैच कोलकाता के ईडन-गार्डन्स पर खेला गया. जहां, अफ्रीकी टीम के हाथों भारत को करारी हार का सामना करना पड़ा और मैच तीसरे दिन ही खत्म हो गया. कोलकाता की बेहद उछाल वाली पिच से तमाम दिग्गज खफा हैं, जिसमें हरभजन सिंह का नाम भी शामिल है. कोलकाता टेस्ट के खत्म होने के बाद भज्जी ने पिच पर प्रतिक्रिया दी है और ऐसी पिच को मजाक बताया है.

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क्या बोले हरभजन सिंह?

साउथ अफ्रीका और भारत के बीच खेले गए कोलकाता टेस्ट मैच में दोनों ही टीमें बल्ले से संघर्ष करती दिखीं. कोई भी पारी 200 के पार नहीं गई और इस तरह भारत को हार का सामना करना पड़ा. कोलकाता की टर्निंग पर बल्लेबाजों को संघर्ष को हरभजन ने समझा और कहा कि ऐसे विकेट पर तो विराट कोहली और सचिन तेंदुलकर जैसे बल्लेबाज भी टिक नहीं पाते. 

पूर्व भारतीय स्पिनर ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, 'इस पिच पर कौशल के बजाए भाग्य की लड़ाई थी. सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली जैसे बल्लेबाज भी इस पिच पर शायद बल्लेबाजी नहीं कर पाते. ईडन गार्डन की पिच टेस्ट क्रिकेट के लिए मजाक थी. ईडन गार्डन में टेस्ट देखने के लिए फैंस इकट्ठा हुए थे, ये बेहद खुशी की बात है. लेकिन पिच ने सभी को निराश किया. साउथ अफ्रीका टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 159 रन पर सिमट गई.'

विराट और तेंदुलकर जैसे बल्लेबाज भी नहीं टिक पाते

हरभजन सिंह का मानना है कि कोलकाता में पहले टेस्ट मैच के दौरान जैसी पिच बनाई गई थी, वैसी पिच पर तो सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली जैसे बल्लेबाज भी नहीं टिक पाते.

भज्जी ने आगे कहा, 'मुझे भारतीय टीम से बेहतर बल्लेबाजी की उम्मीद थी, लेकिन वो भी 189 रन ही बना सकी. भारत की 30 रन की बढ़त 300 रन की लगी थी. टेस्ट क्रिकेट के लिए ये शुभ संकेत नहीं है. पिछले कुछ सालों में हमें भारत में ऐसी पिच देखने को मिली है. इस वजह से टेस्ट क्रिकेट का मजाक बना है.'

'ऐसी पिच पर आपकी टैक्निक कितनी भी अच्छी हो, चाहे बल्लेबाज तेंदुलकर या विराट ही क्यों न हों, मुझे नहीं लगता कि वे यहां टिक पाते. बॉल कहीं से भी उछल रही है, कभी नीची रहती है तो कभी स्पिन लेती है. ऐसी परिस्थितियों में काबिलियत से ज्यादा भाग्य के भरोसे काम होता है. हमने पहले कभी ऐसी परिस्थिति नहीं देखी. यह ठीक नहीं है.'

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