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IPL फ्रेंचाइजियों के सामने खड़ी हुई अब नई मुसीबत, रविवार को होने वाली बैठक में हो सकता है अंतिम फैसला

आईपीएल में हिस्सा लेने वाली फ्रेंचाइजियों से कहा गया है कि वे अपने साथ अधिकतम 20 खिलाड़ियों का ग्रुप ही रखें, ताकि मैच के दौरान ड्रेसिंग रूम में ज्यादा भीड़भाड़ न हो.

Updated on: 31 Jul 2020, 03:54 PM

नई दिल्ली:

इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन की तैयारियों को अंतिम रूप देने के लिए रविवार को आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल की बैठक होनी है. बैठक में मुख्य रूप से टूर्नामेंट के आयोजन, नियम-कानून और कोविड-19 को देखते हुए दिशा-निर्देशों जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा की जा सकती है. इसके साथ ही बैठक में यूएई में खेले जाने वाले आईपीएल के 13वें सीजन के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर यानि SOP को भी अंतिम रूप दिया जाएगा. कोविड-19 को देखते हुए आईपीएल में हिस्सा लेने वाली फ्रेंचाइजियों को कम से कम सदस्यों के साथ यूएई जाना पड़ सकता है. आमतौर पर एक फ्रेंचाइजी के साथ 35 से 40 लोगों का एक बड़ा ग्रुप होता है, जिसमें करीब 25 से 28 खिलाड़ी और 10 से 15 लोगों का सपोर्ट स्टाफ होता है. लेकिन कोविड-19 महामारी को देखते हुए सदस्यों की कुल संख्या में कटौती की जा सकती है. खबरों की मानें तो फ्रेंचाइजियों को आईपीएल शुरू होने से करीब 1 महीना पहले यूएई पहुंचना होगा.

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आईपीएल में हिस्सा लेने वाली फ्रेंचाइजियों से कहा गया है कि वे अपने साथ अधिकतम 20 खिलाड़ियों का ग्रुप ही रखें, ताकि मैच के दौरान ड्रेसिंग रूम में ज्यादा भीड़भाड़ न हो. लेकिन फ्रेंचाइजी, खिलाड़ियों की संख्या में कटौती करने के पक्ष में नहीं हैं. फ्रेंचाइजियों का मानना है कि वे अपने ग्रुप में सपोर्ट स्टाफ की संख्या में कटौती कर सकते हैं लेकिन खिलाड़ियों की संख्या में कटौती करना मुश्किल होगा. एक फ्रेंचाइजी के अधिकारी ने बताया कि ग्रुप में शामिल सदस्यों की कुल संख्या पर लिमिट लगाई जाए तो इससे ज्यादा दिक्कतें नहीं होंगी, क्योंकि वे अपने हिसाब से खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ को उस लिमिट में एडजस्ट कर लेंगे. आईपीएल फ्रेंचाइजी यूएई जाने के लिए खिलाड़ियों और सपोर्ट स्टाफ को चुनने का काम अपने कोच और टीम मैनेजमेंट को सौंप सकती हैं. जिसके बाद कोच और टीम मैनेजमेंट ही ये तय करेगा कि कौन-कौन से खिलाड़ी और सपोर्ट स्टाफ यूएई जाएंगे.

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यूएई पहुंचने वाले खिलाड़ियों की प्रेक्टिस के लिए उन्हें बेहतर सुविधाएं मुहैया कराना भी फ्रेंचाइजी के लिए एक बड़ी चुनौती है. कोरोना वायरस को देखते हुए खिलाड़ियों के लिए एक स्वस्थ और सुरक्षित वातावरण की बहुत जरूरत है ताकि संक्रमण फैसले का खतरा न रहे. आईपीएल फ्रेंचाइजियों का मानना है कि जहां एक ओर संक्रमण के खतरे से बचने के लिए कम खिलाड़ियों को ले जाने पर चर्चा चल रही है तो वहीं दूसरी ओर किसी खिलाड़ी के बीमार पड़ने की स्थिति में उसके रीप्लेसमेंट के लिए किसी उच्च स्तरीय खिलाड़ी की ही जरूरत पड़ेगी. जिसकी वजह से वे यूएई जाने के लिए अपने खिलाड़ियों की संख्या में कटौती नहीं करना चाहते हैं. आईपीएल में हिस्सा लेने वाली सभी टीमों कों यूएई में करीब 2 से ढाई महीने का वक्त बिताना है.

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आईपीएल का 13वां सीजन 19 सितंबर से यूएई में खेला जाएगा, जबकि इसका फाइनल मुकाबला 8 नवंबर को फिक्स किया गया है. लेकिन अब ऐसी खबरें आ रही हैं कि आईपीएल सीजन 13 के फाइनल मैच की तारीख को फिर से बदला जा सकता है. आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल प्रसारणकर्ता स्टार इंडिया के हितों को देखते हुए इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन का फाइनल मैच अब 8 के बजाए 10 नवंबर को कराना चाहती है. यदि ऐसा होता है तो आईपीएल का 13वां सीजन 51 दिनों से बढ़कर 53 दिनों का हो जाएगा. आईपीएल सीजन 13 की फाइनल मैच की तारीख यदि बदल जाती है तो ऐसा पहली बार होगा जब इंडियन प्रीमियर लीग का फाइनल मैच रविवार के बजाए किसी दूसरे दिन खेला जाएगा. अभी तक आईपीएल के सभी सीजन के फाइनल मैच रविवार को ही खेले गए हैं. 8 नवंबर को भी रविवार ही है, लेकिन 10 नवंबर को मंगलवार पड़ रहा है. रविवार को होने वाली गवर्निंग काउंसिल की बैठक में ही आईपीएल 13 के फाइनल मुकाबले की अंतिम तारीख को लेकर भी फैसला लिया जाएगा.