Milind Rege Dies: मुंबई क्रिकेट के दिग्गज मिलिंद रेगे का हुआ निधन, उन्होंने भारत को दिया था सचिन तेंदुलकर जैसा टैलेंट

Milind Rege Dies: मुंबई के पूर्व सिलेक्टर और कप्तान रहे मिलिंद रेगे का निधन हो गया है. आपको बता दें रेगे का भारतीय क्रिकेट में अहम योगदान रहा है.

Milind Rege Dies: मुंबई के पूर्व सिलेक्टर और कप्तान रहे मिलिंद रेगे का निधन हो गया है. आपको बता दें रेगे का भारतीय क्रिकेट में अहम योगदान रहा है.

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Sonam Gupta
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milind rege dies Photograph: (Social media)

Milind Rege Dies: भारतीय दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर के बचपन के साथी और मुंबई के जाने-माने खिलाड़ी रहे मिलिंद रेगे का बुधवार को निधन हो गया है. उन्होंने 76 साल की उम्र में आखिरी सांस ली और दुनिया को अलविदा कह दिया. उन्हें ब्रीच कैंडी अस्पताल की ICU में एडमिट कराया गया था, जहां सुबह लगभग 6 बजे के करीब उनका निधन हो गया.

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मिलिंद रेगे का हुआ निधन

मुंबई के पूर्व चयनकर्ता मिलिंद रेगे का 76 वर्ष की आयु में निधन हो गया है. उनके गुजरने की जानकारी देते हुए एमसीए अध्यक्ष अजिंक्य नाइक ने एक बयान में कहा, 'मिलिंद रेगे सर के निधन के बारे में सुनकर गहरा दुख हुआ. मुंबई क्रिकेट के दिग्गज, एक खिलाड़ी, चयनकर्ता और संरक्षक के रूप में उनका योगदान अमूल्य था.'

मिली जानकारी के मुताबिक, 76 साल के मिलिंद को कार्डिएक अरेस्ट हुआ जिसके चलते उनका निधन हो गया. उनकी किडनी ने भी काम करना बंद कर दिया था, जिसके चलते उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट किया गया था. आपको बता दें, 16 फरवरी को ही मिलिंग ने अपना 76वां जन्मदिन मनाया था.

रवि शास्त्री ने जताया दुख

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी रवि शास्त्री ने मिलिंद रेगे के निधन पर शोक जताते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर किया है. उन्होंने लिखा-  मेरे दोस्त मिलिंद रेगे के निधन के बारे में सुनकर वास्तव में बहुत दुख हुआ. मुंबई और टाटा के क्रिकेट में ऑलराउंडर कॉन्ट्रिब्यूशन के लिए एक सच्चे चैंपियन. बेस्ट टीचर. उनके परिवार के प्रति हार्दिक संवेदना. भगवान उनकी आत्मा को आशीर्वाद दें.

सचिन तेंदुलकर को दिया था मौका

एक वेबसाइट में छपी खबर की मानें, तो उन्हें 26 साल की उम्र में हार्ट अटैक आ गया था, जिसके चलते वह क्रिकेट नहीं खेल पाए. मिलिंद रेगे का मुंबई क्रिकेट में अहम योगदान रहा है. मिलिंद ही वह सिलेक्टर थे, जिन्होंने 1988-89 के सीजन में बतौर सेलेक्टर ही सचिन तेंदुलकर को मुंबई की फर्स्ट क्लास और लिस्ट ए टीम में चुना. 15 साल की उम्र के सचिन पर उन्होंने भरोसा जताया, जिसने भारतीय क्रिकेट को अगले मुकाम तक पहुंचाने में अहम योगदान दिया.

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