शुभमन गिल भारतीय टेस्ट टीम के 37वें कैप्टन हैं. उन्हें रोहित शर्मा के जाने के बाद ये बड़ी जिम्मेदारी सौंपी गई. इंग्लैंड सीरीज परमानेंट कैप्टन के तौर पर उनका पहला बड़ा टास्क है. 25 वर्षीय खिलाड़ी ने अपनी कप्तानी में टीम इंडिया को एजबेस्टन में ऐतिहासिक जीत दिलाई. जिसके बाद गिल के नेतृत्व कौशल की जमकर सराहना की गई.
हालांकि कप्तान के तौर पर उन्हें पूरी तरह से परिपक्व होने में अभी समय लगेगा. कई पहलुओं पर अभी भी उन्हें सुधार करने की जरूरत है. पिछले दिनों ऑस्ट्रेलिया के पूर्व महान बल्लेबाज ग्रेग चैपल ने शुभमन गिल को कप्तानी से जुड़े कुछ अहम टिप्स दिए.
ग्रेग चैपल ने शुभमन गिल की दी सलाह
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ग्रेग चैपल ने हाल ही में ईएसपीएन क्रिकइंफो के लिए एक आर्टिकल लिखा. जिसमें उन्होंने भारतीय कप्तान शुभमन गिल को लेकर बात की. इस दिग्गज ने युवा खिलाड़ी को बेहतर कप्तान बनने के लिए जरूरी सलाह दी. चैपल ने कहा कि शुभमन को एक अच्छा वक्ता बनना पड़ेगा.
इसके पीछे उनका तर्क था कि जितने भी महान कप्तान रहे हैं, वो सभी बेहतर वक्ता थे. साथ ही ग्रेग का यह भी कहना था कि गिल को मैदान के अलावा ड्रेसिंग रूम से लेकर नेट्स तक अपने खिलाड़ियों को स्पष्ट संचार देकर उन्हें एकजुट रखना होगा.
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पूर्व ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ने कही ये बात
"महान कप्तान बेहतरीन वक्ता होते हैं. गिल को भी ऐसा ही बनना होगा. और वो भी जल्दी से. चाहे वह ट्रेनिंग के दौरान हो, मैदान पर हो या ब्रेक के दौरान ड्रेसिंग रूम में. स्पष्ट संचार आवश्यक है. उनका बल्ला हमेशा नहीं बोलेगा. उन्हें इस तरह बोलना सीखना होगा जो टीम को एकजुट करे, विश्वास को बढ़ावा दे और विश्वास पैदा करे. उन्हें सही दृष्टिकोण भी स्पष्ट करना होगा".
"बल्लेबाजों को सकारात्मक खेलने और साझेदारी में बल्लेबाजी करने के लिए कहा जाना चाहिए. अगर किसी बल्लेबाज को अच्छी शुरुआत मिलती है, तो उसका आगे बढ़कर बड़ा स्कोर बनाना ज़रूरी है. पतन तब होता है जब क्रीज पर जम चुके खिलाड़ी यह तय कर लेते हैं कि वे इतनी मेहनत नहीं करना चाहते. गेंदबाजों को पता होना चाहिए कि यह केवल विकेट लेने के बारे में नहीं है, बल्कि दबाव बनाने के बारे में है. उनका अच्छी गेंदें, अच्छे ओवर और अच्छे स्पेल फेंकना जरूरी है. दबाव गलतियां पैदा करता है. यह कोई जादू नहीं, बल्कि खेल का तरीका है".
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