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BYJU'S पर BCCI के 86 करोड़ बकाया, जल्द ही हो सकता है नया कॉन्ट्रैक्ट

टीम इंडिया (Team India) की जर्सी और वह अनुबंध अब नवीनीकरण के इंतजार में है. लेकिन बीसीसीआई और बायजू दोनों अनुबंध बढ़ाने के लिए चर्चा कर रहे हैं. उम्मीद है कि बायजू और बीसीसीआई के बीच बात बन जाएगी.

Updated on: 22 Jul 2022, 10:40 PM

नई दिल्ली:

क्रिकेट जगत में शुक्रवार की सुबह उस वक्त खलबली मच गई, जब बीसीसीआई (BCCI) की आधिकारिक जर्सी प्रायोजक बायजू (Byju’s) क्रिकेट बोर्ड का 86.21 करोड़ रुपये के बकाए का मामला सामने आया. बायजू ने आज से ठीक तीन साल पहले सितंबर 2019 में ओप्पो को रिप्लेस किया था. टीम इंडिया (Team India) की जर्सी और वह अनुबंध अब नवीनीकरण के इंतजार में है. लेकिन बीसीसीआई और बायजू दोनों अनुबंध बढ़ाने के लिए चर्चा कर रहे हैं. उम्मीद है कि बायजू और बीसीसीआई के बीच बात बन जाएगी. 

मीडिया रिपोर्ट की मानें तो बायजू पर 86.21 करोड़ रुपये का बीसीसीआई (BCCI) का पैसा बकाया है. इंडस्ट्री के सूत्रों ने एक मीडिया संस्थान को बताया कि लंबित पैसा अनुबंध समाप्त होने के बाद मैचों की संख्या के लिए है और नया अनुबंध तैयार होने के दौरान, अभी तक इस पर हस्ताक्षर नहीं किया गया है. इसलिए, बकाया राशि अनुबंध पर हस्ताक्षर होने के बाद ही जारी की जा सकती है. 

जबकि बीसीसीआई (BCCI) के शीर्ष सूत्रों ने भी सहमति व्यक्त की कि बायजू ने मौजूदा अनुबंध के अनुसार क्रिकेट बोर्ड को अपने सभी पिछले भुगतानों को मंजूरी दे दी है, और यह भी स्वीकार किया कि क्रिकेट बोर्ड के पास बायजू की बैंक गारंटी है जो बकाया राशि से कहीं अधिक है.  

आपको बता दें कि अगर यह सच है कि बायजू (Byju’s) की राशि पेंडिंग है, तो बीसीसीआई (BCCI) को केवल बैंक गारंटी को भुनाना होगा. क्योंकि पिछला अनुबंध समाप्त हो गया है और नया कॉन्ट्रेक्ट पर सहमति होने की उम्मीद है. बस केवस हस्ताक्षर होना बाकी है. 

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बीसीसीआई (BCCI) के अधिकारी पिछले 12 घंटों से इस बात पर अफसोस जता रहे हैं कि कैसे गलत और चुनिंदा खबरें हाल के दिनों में उनके अपने हितों को नुकसान पहुंचा रही हैं. मीडिया में लीक हुई राशि 86.21 करोड़ रुपए इतनी विशिष्ट है कि बीसीसीआई की शीर्ष परिषद की बैठक खत्म होने के कुछ घंटों बाद किसी ने इसे लीक कर दिया और जो लोग जानते हैं वे कहते हैं कि जानकारी गलत है क्योंकि कोई अनुबंध अभी तक नहीं हुआ है.

आपको बता दें कि साल 2019 में ओप्पो (Oppo) को अनुबंध खत्म करना था, यही वजह है कि बायजू को यह अधिकार दे दिया गया. इससे पहले साल 2015 में, पेप्सी ने आईपीएल (IPL) के साथ ऐसा ही किया था. जब वे क्रिकेट प्रायोजन स्थान से बाहर निकलना चाहते थे. लेकिन इस बार मामला लीक हो गया है.