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यह इंटरनेशनल अंपायर अब पाकिस्तान में बेच रहा जूते, सट्टेबाजी और यौन उत्पीड़न में लगा था आरोप

असद रऊफ (Asad Rauf) जिन्होंने 2000 और 2013 के बीच 170 अंतरराष्ट्रीय मैचों में अंपायरिंग की. बाद में रऊफ को प्रतिबंधित कर दिया गया था.

Updated on: 24 Jun 2022, 07:18 PM

इस्लामाबाद:

Asad Rauf pakistani umpire : श्रीलंका के विश्व कप विजेता क्रिकेटर रोशन महानामा (Roshan Mahanama) को आर्थिक संकट के बीच चाय और बन परोसते हुए देखे जाने के कुछ दिनों बाद अब पाकिस्तान के एक पूर्व अंपायर को लेकर भी इसी तरह की खबरें पढ़ने और देखने को मिल रही है. कभी आईसीसी की अंपायरों (ICC umpire) की प्रमुख सूची का हिस्सा रहे असद रुऊफ (Asad rauf) पाकिस्तान के प्रसिद्ध लांडा बाजार (Landa bazar) में एक दुकान चलाते नजर आए. असद रऊफ (Asad Rauf) जिन्होंने 2000 और 2013 के बीच 170 अंतरराष्ट्रीय मैचों में अंपायरिंग की. बाद में रऊफ को प्रतिबंधित कर दिया गया था. रऊफ को अब क्रिकेट में कोई दिलचस्पी नहीं है और वर्तमान में जूते और कपड़े (Shoe and costume) बेचने वाले एक स्टोर चला रहे हैं.

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असद रऊफ (Asad Rauf) ने हाल ही में एक पाकिस्तानी समाचार चैनल Paktv.tv को दिए एक साक्षात्कार में कहा. मैंने अपने पूरे जीवन में इतने सारे खेलों में अंपायरिंग की है, अब कोई देखने वाला नहीं बचा है. मैं 2013 से खेल के संपर्क में नहीं हूं, क्योंकि एक बार जब मैं कुछ छोड़ देता हूं तो मैं इसे पूरी तरह से छोड़ देता हूं. भ्रष्ट आचरण और खेल को बाधित करने के दोषी पाए जाने के बाद रऊफ को 2016 में बीसीसीआई (BCCI) ने प्रतिबंधित कर दिया था. उन पर सट्टेबाजों से कीमती उपहार स्वीकार करने और 2013 के आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग (IPL Spot Fixing) घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाया गया था. एक साल पहले रऊफ पर मुंबई की एक मॉडल द्वारा यौन शोषण (Sexual Harrasment) का भी आरोप लगाया गया था, जब उसने दावा किया था कि रऊफ ने उससे शादी करने का वादा किया था, लेकिन वह पीछे हट गए. 10 साल बाद  रऊफ को कोई पछतावा नहीं है और वह जो कर रहा है उसे करने में खुश है. हालांकि दुकान चलाना यह नहीं दर्शाता है कि वह किसी तरह के आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं.

रऊफ (Asad Rauf) ने कहा, मैं जो भी काम करता हूं उसके चरम पर पहुंचना मेरी आदत है. मैंने एक दुकानदार के रूप में काम शुरू किया, मैं अपने चरम पर पहुंच गया हूं. रऊफ (Asad Rauf) ने कहा, मैंने क्रिकेट खेला, मैं चरम पर पहुंच गया और फिर जब मैंने एक अंपायर के रूप में शुरुआत की तो मैंने खुद से कहा कि मुझे यहां भी चरम पर पहुंचने की जरूरत है. मुझे कोई लालच नहीं है. असद रुऊफ (Asad Rauf) ने कहा, मैंने बहुत सारा पैसा देखा है और मैंने दुनिया को प्रोटोकॉल के साथ देखा है.