भारत के नितेंद्र सिंह रावत (Nitendra Singh Rawat) शनिवार को यहां कॉमनवेल्थ गेम्स में पुरुषों की मैराथन दौड़ में 12वें स्थान पर रहे. 35 वर्षीय रावत ने युगांडा के विक्टर किपलांगट (2:10:55) द्वारा जीती गई दौड़ में 2 घंटे 19 मिनट 22 सेकंड का समय निकाला. तंजानिया के अल्फोंस फेलिक्स सिम्बु (2:12:29) ने रजत और केन्या के माइकल मुगो गिथे (2:13:16) ने कांस्य पदक जीतने में सफलता हांसिल की. रावत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2:16:05 है जो उन्होंने मार्च में नई दिल्ली मैराथन में देखा था. वह स्वर्ण विजेता से आठ मिनट 27 सेकंड पीछे थे.
कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा लेने बर्मिंघम पहुंचे एथलीट नितेंद्र सिंह रावत का सफर आसान नहीं था. नितेंद्र सिंह रावत v ने गरीबी को झेलते हुए बर्मिंघम में खेले जा रहे कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए जगह बनाई. साल 2016 में रियो ओलंपिक में नितेंद्र सिंह रावत ने भारत का प्रतिनिधित्व किया था. नितेंद्र बचपन से ही कठिनाईयों का सामना किया था. नितेंद्र सिंह ने एथलीट में कॅरियर बनाने का तय किया और अपने आप को साबित भी किया.
नितेंद्र सिंह (Nitendra Singh) की उपलब्धियों की बात करें तो साल 2013 में एशियन ग्रांड प्रिक्स में तीन व्यक्तिगत गोल्ड जीतने में सफल हुए थे. साल 2015 के मैराथन और दूसरी बार में किया ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था. साल 2016 के रियो ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया था, इसके साथ ही साउथ एशियन गेम्स में व्यक्तिगत गोल्ड जीता था.
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नितेंद्र ने साल 2017 में नई दिल्ली में हाफ मैराथन में भाग लिया. साल 2018 में मुंबई में स्टैडर्ड चाटर्ट मैराथन में हिस्सा लिया. साल 2019 में लंदन गेम्स में भाग लिया. साल 2021 में बोस्टन मैराथन में हिस्सा लिया. साल 2022 में हुए एजेस फेडरल लाइफ इंसोरेंस मैराथन में हिस्सा लिया.