logo-image

पाकिस्तान एयरफोर्स का काल Su-30MKI, फिर गरजेगा कश्मीर में

पाकिस्तानी वायुसेना के लिए दुःस्वप्न साबित हुए यही Su-30MKI लड़ाकू विमान एक बार फिर कश्मीर के आकाश में गरजने जा रहे हैं. इससे पाकिस्तान फिर से कांप रहा है कि कहीं मोदी सरकार फरवरी 2019 जैसी सर्जिकल स्ट्राइक दोबारा न कर दे.

Updated on: 23 Sep 2021, 09:54 AM

highlights

  • पाकिस्तान के एफ-16 और जेएफ-17 को चटाई थी धूल
  • यही संहारक लड़ाकू विमान डल झील के ऊपर उड़ान भरेंगे
  • 2008 के बाद पहली बार मोदी सरकार करा रही एयर शो

नई दिल्ली:

पुलवामा हमले (Pulwama Attack) के बाद भारत की सर्जिकल स्ट्राइक (Surgical Strike) के बाद बौखलाई पाकिस्तानी वायुसेना ने अत्याधुनिक एफ-16 और जेएफ-17 का एक पूरा बेड़ा भारतीय सीमा की ओर रवाना किया था. यह अलग बात है कि भारतीय वायुसेना (Indian Airforce) के सुखोई Su-30MKI लड़ाकू विमान ने न सिर्फ पाकिस्तानी (Pakistan) वायु सेना के इन अत्याधनिक लड़ाकू विमानों को धूल चटाई, बल्कि यह भी सिद्ध कर दिया कि दान में मिले विध्वंसक विमान भी भारतीय जांबाजों का बाल बींका नहीं कर सकते हैं. पाकिस्तानी वायुसेना के लिए दुःस्वप्न साबित हुए यही Su-30MKI लड़ाकू विमान एक बार फिर कश्मीर के आकाश में गरजने जा रहे हैं. इससे पाकिस्तान फिर से कांप रहा है कि कहीं मोदी सरकार फरवरी 2019 जैसी सर्जिकल स्ट्राइक दोबारा न कर दे.

26 सितंबर को डल झील के ऊपर होगा एयर शो
Su-30MKI विमान एक बार फिर पाकिस्तान सीमा के करीब से 26 सितंबर को उड़ान भरेंगे. 2008 के बाद पहली बार मोदी सरकार कश्मीर की डल झील को ऊपर एक अद्भुत एयर शो का आयोजन करने जा रही है. इस एय़र शो का मकसद जम्मू-कश्मीर राज्य के युवाओं को भारतीय वायुसेना की ओर आकर्षित करना है. Su-30MKI के अलावा इस एय़र शो में वायुसेना का एक और जांबाज मिग-21 बायसन लड़ाकू विमान भी आकर्षण का केंद्र होगा. इन लड़ाकु विमानों के अलावा स्काय डाइविंग के लिए दुनिया भर में मशहूर आकाश गंगा समेत आसमान में हैरतअंगेज करतब दिखाने वाला सूर्यकिरण दस्ता भी इस एयर शो का खास हिस्सा होगा. इसका आयोजन आजादी के अमृत महोत्सन कार्यक्रम के तहत किया जा रहा है. 

यह भी पढ़ेंः टूटी दशकों पुरानी परंपरा, एयर इंडिया वन से सीधे अमेरिका पहुंचे पीएम मोदी

भारतीय वायुसेना में संहारक है Su-30MKI
Su-30MKI की गिनती भारतीय वायुसेना में संहारक बतौर होती है. 38,800 किलो भार वाले Su-30MKI की लंबाई 21.9 मीटर है, तो विंग स्पैन 14.7 मीटर और ऊंचाई 6.4 मीटर है. भारत ने सबसे पहले इस विमान को रूस से सन् 2000 में किए गए अनुबंध के तहत एचएएल में बनाना शुरू किया था. इस अनुबंध से पहले यह लड़ाकू विमान इरकुत्स्क एयरक्राफ्ट प्रोडक्शन एसोसिएशन तैयार करती थी. अब Su-30MKI विमान भारत-रूस के सहयोग से तैयार ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल से भी लैस हो चुका है. ब्रह्मोस 290 किमी दूर स्थित दुश्मन के विमान या इलाके को नष्ट करने की क्षमता रखती है. 

यह भी पढ़ेंः  J-K: शोपियां के काशवा में एनकाउंटर में सुरक्षाबलों ने 1 आतंकी को मार गिराया

पाकिस्तानी वायुसेना को चबवा दिए थे नाकों चने
भारतीय वायुसेना के Su-30MKI लड़ाकू विमानों से पाकिस्तान भी थर-थर कांपता है. इसकी वजह बना 26 फरवरी 2019 को उसके नापाक इरादों का मुंहतोड़ जवाब. पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारतीय वायु सेना ने बालाकोट में सर्जिकल स्ट्राइक की थी. इससे बौखलाए और भारत को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पाकिस्तान ने एफ-16 और जेएफ-17 सरीखे आधुनिक लड़ाकू विमानों के 24 विमान भारतीय सीमा की ओर रवाना कर दिए थे. पाकिस्तान को पूरा भरोसा था कि उसके एफ-16 और जेएफ-17 का कोई तोड़ नहीं है. हुआ इसका उलटा, भारत ने जवाब में भेजे दो Su-30MKI ने एफ-16 विमानों की निशानेबाजी पर सवालिया निशान लगा दिया, बल्कि पाकिस्तानी वायुसेना के लड़ाकू विमानों को भारतीय आकाश में घुसने नहीं गे दुम दबा कर भागने के लिए मजबूर कर दिया. पाकिस्तान के एफ-16 AIM-120 C5 जैसी आधुनिक मिसाइलों से लैस थे, जिन्हें भारतीय Su-30MKI ने भोथरा साबित कर दिया. इससे पाकिस्तान का दान में मिले विमानों का दंभ चकनाचूर हो गया. अब यही विमान एक बार फिर पाकिस्तान की ऐन नाक के नीचे कश्मीर के आकाश पर उड़ान भरेंगे, जहां से पाक अधिकृत कश्मीर में चल रहे आंतकी कैंप क्षण भर की दूरी पर होंगे. यही उसके डरने की बड़ी वजह है.