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Iran Hijab Controversy भारत में पहनने, तो दुनिया भर में उतारने की जिद

प्रगतिशील मुस्लिम महिलाएं हिजाब को नारी स्वतंत्रता में बाधा से जोड़ कर देख रही हैं. दूसरी तरफ भारत में कुछ संगठनों के उकसावे पर हिजाब पहनने की मांग सिर उठा चुकी है.

Updated on: 06 Oct 2022, 08:13 PM

highlights

  • ईरान में स्कूली लड़की के मारे जाने के बाद हिजाब विरोधी आंदोलन हुआ और हिंसक
  • ऑस्कर विजेता दो फ्रांसीसी अभिनेत्रियों ने बाल काट दिया ईरानी आंदोलन को समर्थन
  • स्वीडन की सांसद अबीर अल-सहलानी ने ईयू संसद में भाषण बाद अपने बालों को काटा 

नई दिल्ली:

ईरान में बीते महीने कुर्द युवती महसा अमीनी (Mahsa Amini) की हिजाब कानून के तहत हिरासत में लिए जाने के बाद हुई मौत ने महिलाओं और लड़कियों को उद्वेलित कर दिया है. ईरान (Iran) की पुलिस को आंदोलन को दबाने की खुली छूट दिए जाने के बावजूद स्थिति यह है कि स्कूली लड़कियां हिजाब कानूनों (Hijab Law) का सड़कों पर उतर कर विरोध कर रही हैं. ईरान की तमाम सेलिब्रिटीज इस कानून के विरोध में हैं. सिर्फ ईरान ही क्यों हिजाब कानूनों की खिलाफत की यह आग अब पश्चिमी देशों में फैल चुकी है. फ्रांसीसी मूल की दो ऑस्कर विजेता अभिनेत्रियों ने सोशल मीडिया पर अपने बाल काटते वीडियो शेयर कर महसा अमीनी और उसकी मौत के बाद आंदोलनरत ईरानी महिलाओं को अपना समर्थन दिया है, तो यूरोपीय संघ (EU) में स्वीडन की एक सांसद ने भरी संसद में ईरान सरकार के दमनात्मक रवैये की आलोचना कर विरोध स्वरूप अपने बाल काट दिए. एक तरह से देखा जाए तो ईरान के हिजाब कानूनों के विरोध में दुनिया के अलग-अलग हिस्से से अब आवाजें उठ रही हैं. यानी प्रगतिशील मुस्लिम महिलाएं हिजाब को नारी स्वतंत्रता में बाधा से जोड़ कर देख रही हैं. दूसरी तरफ भारत में कुछ संगठनों के उकसावे पर हिजाब पहनने की मांग सिर उठा चुकी है. धर्म वही है, हिजाब वही है... बस भारत और शेष विश्व की मुस्लिम महिलाओं का नजरिया अलग है. 

ईरान में बड़ी-बड़ी हस्तियां जुड़ रहीं हिजाब कानून विरोधी आंदोलन से 
ईरान की मॉरल पुलिस द्वारा तेहरान अपने भाई के साथ आई 22 साल की कुर्द युवती महसा अमीनी को हिरासत में लेने और फिर वहीं उसकी मौत के बाद महिलाओं का गुस्सा फूट पड़ा है. महसा अमीनी को सुपुर्द-ए-खाक करने के बाद तो आंदोलन ने हिंसक मोड़ ले लिया, जिसमें अब तक गैर सरकारी सूत्रों के मुताबिक कई सौ आंदोलनकारी पुलिस की सख्ती से मारे जा चुके हैं. हाल ही में एक 16 साल की छात्रा की मौत ने आंदोलन को और भड़का दिया है. इसके पहले एक 18 साल की लड़की संदेहास्पद स्थितियों में मृत पाई गई थी, जिसने कुछ दिन पहले खुले बालों के साथ हिजाब कानूनों के विरोध में एक सोशल मीडिया पोस्ट किया था. पूर्व राष्ट्रपति की बेटी को आंदोलन भड़काने की साजिश रचने के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है, तो ऐसी कई नामचीन हस्तियां सरकार और पुलिस के निशाने पर हैं, जो ईरान के दमनकारी हिजाब कानूनों का विरोध कर महसा अमीनी की हिरासत में हुई मौत के बाद सड़कों या सोशल मीडिया पर अपना विरोध जता रही हैं. 

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ऑस्कर विजेता अभिनेत्रियों ने बाल काट जताया ईरानी महिलाओं को समर्थन
अब फ्रांसीसी मूल की ऑस्कर विजेता अभिनेत्रियों मेरियन कॉटिलार्ड और जूलियट बिनोशे समेत अन्य कई अभिनेत्रियों और संगीत से जुड़ी हस्तियों ने एक वीडियो जारी किया है, जिसमें वे अपने बाल काट कर विरोध जता रही हैं. जूलियट बिनोशे ने 'स्वतंत्रता के लिए' ध्येय वाक्य के साथ वीडियो जारी किया है. इस वीडियो में ईरान में हिजाब कानूनों के खिलाफ सरकार के दमनकारी रूप को सामने लाती कुछ तस्वीरें भी हैं. इस वीडियो में मेरियन कॉटिलार्ड, जूलियट बिनोशे संग अन्य दर्जन भर फ्रांसीसी सिनेमा से जुड़ी महिलाएं हैं. इंस्टाग्राम पर जारी वीडियो में 'ईरान की महिलाओं को समर्थन दें' की अपील के साथ शेयर किया गया है. इंस्टाग्राम पोस्ट में आगे लिखा हुआ है, 'ये महिलाएं... ये पुरुष हमारा समर्थन मांग रहे हैं. उनकी हिम्मत और उनकी गरिमा हमें भी बाध्य करती है. ऐसे में हम सभी ने निर्णय लिया है कि समर्थन मांगती उनकी अपील का जवाब दिया जाए और हम भी अपने बालों की कुछ लटों को काट कर उनके प्रति अपना समर्थन देते हैं.' इस वीडियो में चॉर्लेट रैंपलिंग और चॉर्लेट गेंसबरु भी दिखाई दे रही हैं. फ्रांसीसी गायिका जेन बिर्किन भी अपने बाल काटते दिख रही हैं. 

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स्वीडन की सांसद ने ईयू सदन में काट दिए अपने बाल
इस बीच यूरोपीय संघ में स्वीडन की एक सांसद अबीर अल-सहलानी ने यूरोपीय संसद में अपने बाल काटकर ईरान में हिजाब विरोधी आंदोलनकारियों को अपना समर्थन दिया. इसके पहले उन्होंने यूरोपीय सदन में कहा, 'हम, यूरोपीय संघ के लोग और नागरिक, ईरान में महिलाओं और पुरुषों के खिलाफ सभी हिंसा को बिना शर्त और तत्काल रोकने की मांग करते हैं. जब तक ईरान हिजाब से आजाद नहीं होगा तब तक हमारा रोष उत्पीड़कों से भी बड़ा होगा. जब तक आप, ईरान की महिलाएं आजाद नहीं हैं, हम आपके साथ खड़े रहेंगे,' इसके बाद उन्होंने सदन में ही कैंची से अपने बाल काट दिए. इसके बाद उन बालों को लहराते हुए अल-सहलानी ने, 'महिला, जीवन, स्वतंत्रता' का नारा भी बुलंद किया. गौरतलब है कि ईरान का हिजाब विरोधी आंदोलन अब दुनिया के कई देशों में फैल चुका है. ईरान सरकार ने कुछ देशों के तो  राजदूतों को तलब कर कड़ा विरोध भी जताया है.