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द्रौपदी मुर्मू कल ही नहीं, राष्ट्रपति कार्यकाल के आखिरी दिन भी रचेंगी इतिहास

द्रौपदी मुर्मू जब अपना राष्ट्रपति पद का कार्यकाल पूरा कर विदा होंगी तो उस वक्त नई संसद देश में मौजूद होगी और उनकी विदाई वहीं से होगी. इस नए संसद भवन से विदाई लेने वाली भी वह पहली राष्ट्रपति होंगी.

Updated on: 24 Jul 2022, 08:39 AM

highlights

  • द्रौपदी मुर्मू शपथ लेते ही बन जाएंगी इस पद को ग्रहण करने वाली पहली महिला आदिवासी
  • द्रौपदी मुर्मू सेंट्रल विस्टा में बन रहे नए संसद भवन से विदा लेने वाली पहली राष्ट्रपति होंगी
  • रामनाथ कोविंद मौजूदा संसद भवन से विदा लेने वाले आखिरी राष्ट्रपति बतौर इतिहास में दर्ज

नई दिल्ली:

भारत की नवनिर्वाचित 15वीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) 25 जुलाई को शपथ लेते ही इतिहास रच देंगी. वह इस सर्वोच्च संवैधानिक पद को ग्रहण करने वाली आदिवासी समुदाय की पहली महिला होंगी. सोमवार को होने वाले शपथ ग्रहण के साथ ही वह अपने कार्यकाल के आखिरी दिन भी रचे जाने वाले इतिहास की ओर कदम बढ़ा देंगी. वह इतिहास बनेगा सेंट्रल विस्टा (Central Vista) प्रोजेक्ट में बन रहे नए संसद भवन से विदाई लेने वाली पहली राष्ट्रपति का. इसी के साथ रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) ने भी एक इतिहास रच दिया है. वह वर्तमान संसद भवन से विदाई लेने वाले आखिरी राष्ट्रपति के तौर पर इतिहास में दर्ज हो गए. उन्होंने उस संसद से शनिवार को विदाई ली, जहां विलियम माउंटबेटन से लेकर अब तक के सभी राष्ट्रपतियों ने विदाई ली. 

लॉर्ड इर्विन ने किया था संसद भवन का उद्घाटन
इस संसद भवन की आधारशिला 12 फरवरी 1921 को द डय़ूक ऑफ कनॉट ने रखी थी.  इस भवन के निर्माण में छह वर्ष लगे. इसका उद्घाटन भारत के तत्कालीन गवर्नर जनरल लॉर्ड इर्विन ने 18 जनवरी 1927 को किया. उस वक्त इसके निर्माण पर 83 लाख रुपये का खर्च आया था. इस संसद भवन की डिजाइन ब्रिटिश आर्किटेक्ट एड्विन लैंडसियर लूट्यन्स और सर हर्बर्ट बेकर ने की थी. लगभग 6 एकड़ क्षेत्रफल में फैले इस संसद भवन का व्यास 560 फीट है, जिसका घेरा 533 मीटर है. इस संसद भवन में 4,700 कमरे हैं, लेकिन सेंट्रल विस्टा में नए संसद भवन के निर्माण के साथ ही यह भी इतिहास में दर्ज हो जाएगा. इसी के साथ रामनाथ कोविंद भी इस संसद भवन के साथ विदा लेने वाले आखिरी राष्ट्रपति बतौर इतिहास में दर्ज हो गए.

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नया संसद भवन मौजूदा भवन से होगा तीन गुना
सेंट्रल विस्टा में बन रहा नया संसद भवन 64,500 वर्ग मीटर में फैला है. इस नए संसद भवन में लोकसभा का आकार मौजूदा सदन से लगभग तिगुना होगा. लोकसभा को 888 सदस्यों के बैठने के लिहाज से बनाया जा रहा है. दूसरी ओर राज्यसभा को 326 सीटें होंगी. नए संसद भवन में संयुक्त सत्र के दौरान 1224 सदस्य एक साथ बैठ सकेंगे. संसद भवन की नई इमारत सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट जल्द ही पूरा हो जाएगा. इसे पहले से ज्यादा भव्य और खूबसूरत बनाया गया है. त्रिकोणीय आकार में संसद भवन की नई इमारत तीन मंजिला है. नई बिल्डिंग की डिजाइन में लोकसभा, राज्यसभा और एक खुला आंगन है. यहां सांसदों के लिए डिजिटल सुविधाएं उपलब्ध होंगी. साथ ही नए सदन में सांसदों की बैठने की व्यवस्था ज्यादा खुली व आरामदेह होगी. द्रौपदी मुर्मू जब अपना राष्ट्रपति पद का कार्यकाल पूरा कर विदा होंगी तो उस वक्त नई संसद देश में मौजूद होगी और उनकी विदाई वहीं से होगी. इस नए संसद भवन से विदाई लेने वाली भी वह पहली राष्ट्रपति होंगी.