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ब्रिटेन के नए सम्राट चार्ल्स तृतीय के सामने चुनौतियां भी नहीं हैं कम

यूनाइटेड किंग्डम के नए महाराजा के तौर पर ताजपोशी के तुरंत बाद सम्राट चार्ल्स तृतीय के समक्ष शाही नस्लवाद और प्रिंस एँड्रयू के रूप में कई चुनौतियां भी विद्यमान हैं.

Updated on: 11 Sep 2022, 02:43 PM

highlights

  • सम्राट चार्ल्स के छोटे भाई प्रिंस एंड्रयू पर है यौन उत्पीड़न का आरोप
  • हैरी और उनकी पत्नी मेघन राजशाही पर लगातार उठाते रहे सवाल
  • चार्ल्स के निकट सहयोगी पर लगा था आर्थिक अनियमितता का आरोप

लंदन:

शनिवार को सम्राट चार्ल्स की औपचारिक ताजपोशी भी हो गई. सेंट जेम्स पैलेस में उनकी ताजपोशी के ऐतिहासिक समारोह का पहली बार टीवी पर सीधा प्रसारण भी किया गया. ताजपोशी के तुरंत बाद ब्रिटेन के महाराजा चार्ल्स तृतीय (King Charles) ने कहा कि वह अपनी महान विरासत और कर्तव्यों व संप्रभुता की भारी जिम्मेदारियों के बारे में गहराई से समझते हैं तथा अपनी मां, दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II) के प्रेरक उदाहरण का अनुसरण करने का प्रयास करेंगे. हालांकि यौन शोषण के मामले में बदनाम एक छोटे भाई प्रिंस एंड्रयू (Prince Andrew) से लेकर शाही नस्लवाद के आरोपों तक ब्रिटेन के नए महाराजा चार्ल्स को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा. यहां कुछ ऐसे ही मुद्दे दिए गए हैं, जिनसे उन्हें निपटना पड़ेगा.

प्रिंस एंड्रयू पर यौन उत्पीड़न का आरोप
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को अपने दूसरे बेटे प्रिंस एंड्रयू से कुछ ज्यादा लगाव था. हालांकि प्रिंस एंड्रयू को 2019 में ब्रिटिश राजशाही के उत्तरदायित्व छोड़ने पड़ गए. इसका सबब बना एक टीवी इंटरव्यू, जिसमें दिवंगत अमेरिकी फाइनेंसर और यौन अपराधी जैफ्री एप्सटीन से उनका संबंध सामने आया. इसी वजह से जनवरी 2021 में प्रिंस एंड्रयू को ब्रिटिश सेना से अपने संबंधों और राजकीय संरक्षण से हाथ धोना पड़ गया. इसके साथ ही उन्हें रॉयल हाईनेस की उपाधि भी छोड़नी पड़ी. इसके एक महीने के बाद प्रिंस एंड्रयू को पूर्व अमेरिकी मॉडल वर्जीनिया गिफ्रे के साथ अदालत के बाहर समझौता करना पड़ा. वर्जीनिया गिफ्रे ने आरोप लगाया था कि जब वह 17 साल की थीं तो एप्सटीन उन्हें प्रिंस एंड्रयू के पास ले गए थे, जहां एंड्रयू ने उनसे संबंध बनाए थे. इस मामले में एप्सटीन मुख्य आरोपी बनाए गए थे. हालांकि अदालत के बाहर बेहद मोटी रकम पर समझौता करने से प्रिंस एंड्रयू जेल जाने से बच गए. यही नहीं, प्रिंस एंड्रयू ने इन आरोपों का खंडन कर कहा था कि उन्होंने कोई भी आपराधिक कृत्य नहीं किया. ऐसे में अब सम्राट चार्ल्स तृतीय को देखना पड़ेगा कि वह अपने छोटे भाई संग क्या रवैया अख्तियार करते हैं, जो आज भी आधिकारिक तौर पर ड्यूक ऑफ यॉर्क हैं. इसके साथ ही सम्राट चार्ल्स की राजशाही में प्रिंस एंड्रयू की भूमिका क्या होगी, यह तय करने की जिम्मेदारी भी नए महाराजा की होगी.  

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प्रिंस हैरी और नस्लवाद
चार्ल्स ने अर्से पहले संकेत दे दिया था कि उनका इरादा राजशाही को सीमित करने का है. इसमें उनका परिवार यानी पत्नी कैमिला और उनके बेटे प्रिंस विलियम और हैरी समेत उनके-उनके जोड़ीदार और बच्चे शामिल थे. हालांकि अपनी अमेरिकी पत्नी मेघन के साथ ब्रिटेन छोड़ कर जाने के फैसले से हैरी को 2020 में अपनी शाही भूमिका छोड़ने के लिए मजबूर कर दिया. अमेरिका जा बसने के बाद से हैरी और मेघन बकिंघम पैलेस की परोक्ष-अपरोक्ष आलोचना के केंद्र बन कर भी उभरे. और तो और, हैरी और मेघन ने बगैर नाम का खुलासा किए राजशाही के एक सदस्य पर नस्लवाद का आरोप तक लगाया. उन्होंने कहा था कि चार्ल्स और विलियम शाही संस्था में फंसे हुए हैं. ड्यूक ऑफ ससेक्स रहे हैरी ने पारिवारिक भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा था कि पिता और भाई संग उनके संबंधों को सहज नहीं बताया था. हालांकि सम्राट बतौर ताजपोशी के बाद अपने पहले संबोधन चार्ल्स तृतीय ने हैरी के साथ संबंधों को सहज करने के संकेत दिए. सम्राट चार्ल्स ने कहा, 'मैं अपने बेटे हैरी और मेघन के प्रति अपने प्यार का भी इजहार करता हूं, जो विदेश में रह कर अपनी जिंदगी बिता रहे हैं.'  

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निजी सहयोगी पर लगा आर्थिक अनियमितता का आरोप
नवंबर 2021 में चार्ल्स को दशकों से बेहद विश्वस्त सहयोगी माइकल फॉसेट की वजह से कथित आर्थिक अनियमितताओं का आरोप भी झेलना पड़ा. फॉसेट सम्राट चार्ल्स के द प्रिंस फाउंडेशन से जुड़े धर्मार्थ कार्यों की देख-रेख किया करते थे. उन पर आरोप लगा था कि सउदी अरब के एक शख्स को चंदा देने के एवज में सम्मानित किया गया. कुछ महीनों बाद लंदन पुलिस ने आपराधिक जांच शुरू करने की बात भी कही. इसके साथ ही अन्य नियामक संस्थाएं अलग से जांच कर रही थीं. हालांकि चार्ल्स के कार्यालय की ओर से यही बयान आया था कि उन्हें किसी गलत बात की जानकारी नहीं थी. इसके साथ ही चैरिटी फाउंडेशन ने फॉसेट और उनकी इवेंट कंपनी से अपने हर तरह के संबंध विच्छेद कर लिए थे. जून 2022 में द संडे टाइम्स ने एक रिपोर्ट में खुलासा किया की चार्ल्स ने कतर के पूर्व प्रधानमंत्री से 3.2 मिलियन पौंड की बड़ी रकम ली थी. हालांकि द संडे टाइम्स की रिपोर्ट का खंडन करते हुए चार्ल्स के ऑफिस का आधिकारिक बयान आया. इस बयान में कहा गया था कि कतर के पूर्व प्रधानमंत्री से ली गई रकम एक धर्मार्थ कार्य के लिए दान दी गई. इस लेन-देन में विधिक प्रक्रिया अपनाई गई थी. साथ ही राजशाही से जुड़े एक सदस्य ने भी कहा था कि बतौर चंदा बड़ी रकम का लेन-देन काफी पहले से बंद किया जा चुका है.