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Ukraine में कब्जे वाले नए क्षेत्रों में जनमत संग्रह कराएगा रूस, जेलेंस्की ने दी बड़ी चेतावनी

जेलेंस्की ने रविवार देर रात को अपने संबोधन में बेलौस अंदाज में कहा कि यदि यूक्रेन के अपने कब्जे वाले नए क्षेत्रों में रूस जनमत संग्रह कराता है तो फिर कीव या उसके वैश्विक सहयोगियों के साथ कोई बातचीत नहीं होगी.

Updated on: 08 Aug 2022, 12:37 PM

highlights

  • जेलेंस्की ने अपने नए वीडियो संदेश में मॉस्को को दिखाए तेवर
  • रूस यूक्रेन के कब्जे वाले नए क्षेत्रों में जनमत संग्रह की तैयारी में
  • इस पर कीव की मॉस्को से सारी बातचीत बंद करने की चेतावनी

कीव:

रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine War) छठे महीने में प्रवेश कर चुका है और मॉस्को अभी तक कीव (Kyiv) का मनोबल तोड़ने में नाकाम रहा है. इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Volodymyr Zelensky) ने दो-टूक चेतावनी दी है कि यदि मॉस्को युद्ध ग्रस्त देश में अपने कब्जे वाले नए इलाकों में जनमत संग्रह कराता है, तो रूस (Russia) से किसी भी तरह की बातचीत नहीं की जाएगी. अपने एक हालिया वीडियो संदेश में जेलेंस्की ने कहा है कि कीव अपनी उस नीति पर मजबूती से कायम है कि रूस को यूक्रेन का जरा सा भी हिस्सा नहीं दिया जाएगा. जेलेंस्की ने वीडियो संदेश में कड़े शब्दों में अपना पक्ष दोहराते हुए कहा, 'जो कुछ भी हमारा है, उसे किसी सूरत में नहीं छोड़ेंगे'. गौरतलब है कि रूस के लगभग पूर्ण कब्जे वाले लुहान्स्क (Luhansk) के गवर्नर ने संकेत दिया था कि मॉस्को यूक्रेन के नए कब्जे वाले क्षेत्रों में जनमत संग्रह (Referendum) की तैयारी कर रहा है. ''

कीव नहीं करेगा रूस से कोई वार्ता
जेलेंस्की ने रविवार देर रात को अपने संबोधन में बेलौस अंदाज में कहा कि यदि यूक्रेन के अपने कब्जे वाले नए क्षेत्रों में रूस जनमत संग्रह कराता है तो फिर कीव या उसके वैश्विक सहयोगियों के साथ कोई बातचीत नहीं होगी. उन्होंने कहा, 'इस मामले में हमारे देश की स्थिति कतई बदलने वाली नहीं.  जो भी हमारा है उसे हम कतई नहीं छोड़ेंगे. यदि कब्जाधारी छद्म जनमत संग्रह का रास्ता अपनाता है, तो वह यूक्रेन और शेष विश्व के साथ किसी भी तरह की बातचीत के सारे अवसरों का द्वार बंद कर लेगा. रूस के समक्ष ऐसी स्थिति कभी न कभी तो आने वाली ही है.'

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खेरसॉन में जनमत संग्रह कराने के संकेत
रूसी सेना ने दक्षिणी यूक्रेन के खेरसॉन क्षेत्र के ज्यादातर हिस्से पर कब्जा कर लिया है. वहां तैनात रूसी अधिकारियों ने संकेत दिया है कि रूस का हिस्सा बनने के लिए आने वाले हफ्तों या महीनों में जनमत संग्रह कराया जा सकता है. गौरतलब है कि रूस ने इसी तरह क्रीमिया पर कई साल पहले अपना कब्जा जमाया था.

जनमत संग्रह के लिए लुभावने ऑफर दे रहा मॉस्को
रूसी सेना के लगभग पूर्ण नियंत्रण वाले लुहान्स्क क्षेत्र के गवर्नर ने विगत दिनों संकेत दिया था कि रूस अपने कब्जे वाले यूक्रेन के नए इलाकों में जनमत संग्रह कराने की तैयारियां कर रहा है. इसके साथ ही गवर्नर ने यह भी कहा था कि मॉस्को जनमत संग्रह में भाग लेने के लिए क्षेत्रीय लोगों को प्रोत्साहित कर रहा है और इसके लिए कई किस्म के लुभावने ऑफर दे रहा है. 

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जेपोरीजिया पॉवर प्लांट के तीन रेडियेशन सेंसर बमबाजी में क्षतिग्रस्त
इसके साथ रविवार को ही यूक्रेन की ओर से बयान आया कि रूसी सेना की ताजा बमबारी से जेपोरीजिया पॉवर प्लांट के तीन रेडियेशन सेंसर्स को नुकसान पहुंचा है. इस बमबाजी में एक कर्मचारी भी घायल हुआ है. गौरतलब है कि यूक्रेन के चार बड़े परमाणु बिजली संयत्रों में जेपोरीजिया सबसे बड़ा प्लांट है, जिससे यूक्रेन देश के लगभग आधे हिस्से को बिजली की आपूर्ति की जाती है. 

जेलेंस्की ने रूस को बताया आतंकी राष्ट्र
जेलेंस्की ने रूसी बमबाजी और मिसाइल हमलों को 'रूसी परमाणु आतंकवाद' करार दिया है. उन्होंने कहा कि दुनिया का कोई भी देश खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर सकता है जब आतंकी राष्ट्र उसके परमाणु बिजली घर को निशाना बनाएं.