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Pee Gate: आरोपी शंकर मिश्रा को बचाने वकील ने दिया कत्थक डांसर्स का हवाला, जानें क्या रहा इसके पीछे तर्क

एयर इंडिया की फ्लाइट पर आरोपी शंकर मिश्रा द्वारा अपनी यह-यात्री पर की गई पेशाब मामले में अब कत्थक डांसर्स भी घसीट ली गई हैं. यही वजह है कि वकील के कत्थक डांसर्स से जुड़े दावे को खारिज करते हुए शंकर मिश्रा को तमाम लानते-मलानते भेजी जा रही हैं.

Updated on: 15 Jan 2023, 01:19 PM

highlights

  • आरोपी के वकील ने यूरिनरी इंफेक्शन का दिया था हवाला
  • कहा था कि बीमारी से ग्रस्त पीड़िता ने खुद ही कर ली पेशाब
  • दावा किया था कि 80 फीसदी कत्थक डांसर्स इससे हैं पीड़ित

नई दिल्ली:

अपने क्लाइंट को बचाने के लिए अमूमन बचाव पक्ष के वकील पीड़ित को ही कठघरे में खड़ा कर ऐसे-ऐसे सवाल करते हैं कि किसी को भी गुस्सा आ जाए. कुछ ऐसा ही एयर इंडिया (Air India) में सहयात्री पर पेशाब करने के आरोपी शंकर मिश्रा (Shankar Mishra) के वकील ने भी किया. पुलिस द्वारा मांगी गई हिरासत के बजाय न्यायिक हिरासत की मांग पर बहस करते हुए आरोपी के वकील ने कहा कि उनका क्लाइंट बेकसूर है. वास्तव में पीड़िता ने ही खुद पेशाब (Pee Gate) की थी. इसके लिए उन्होंने कत्थक (Kathak) डांसर्स को होने वाले यूरिनरी इंफेक्शन को आधार बनाया. जाहिर है पीड़िता ने शंकर मिश्रा के वकील के इस दावे को सिरे से खारिज कर इसे पूरी तरह से झूठा और मनगढ़ंत बताया. साथ ही कहा कि आरोपी की ओर से दिया गया बयान न सिर्फ अपमानजनक है, बल्कि नीचा दिखाने वाला भी है. 

शंकर मिश्रा ने खुद को बताया बेकसूर
गौरतलब है कि शंकर मिश्रा के वकील ने शुक्रवार को दावा किया था कि उनके क्लाइंट यानी आरोपी शंकर मिश्रा ने कोई अपराध नहीं किया है. साथ ही दावा किया था कि पीड़िता ने खुद पेशाब की थी, न कि आरोपी शंकर मिश्रा ने. इसके लिए वकील साहब ने तर्क दिया था कि शिकायतकर्ता प्रोस्टेट संबंधी बीमारी से पीड़ित है, जिससे अधिकांश कत्थक डांसर पीड़ित होते हैं. एएनआई समाचार एजेंसी के मुताबिक आरोपी के वकील ने कहा था कि महिला असंयमित पेशाब समस्या से ग्रस्त है और उसने खुद ही पेशाब कर लिया. यही नहीं वकील ने दावा किया था कि शिकायतकर्ता एक कथक नृत्यांगना हैं और 80 फीसद कथक नर्तकियों की यही समस्या है.

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कत्थक से जुड़े दिग्गजों ने वकील के दावे का किया खंडन
इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए अभियोजन पक्ष के वकील ने तर्क दिया था कि आरोपी ने अपने द्वारा किए गए घृणित कार्य पर पश्चाताप करने के बजाय पीड़ित को और परेशान करने के इरादे से गलत सूचना और झूठ फैलाने का रास्ता अपनाया है. जाहिर है आरोपी के वकील के इस बयान पर कत्थक नृत्य से जुड़े दिग्गजों ने इसका खंडन कर बयान को बेबुनियाद बताया है. शंकर मिश्रा के वकील के कत्थक डांसर्स के प्रोस्टेट बीमारी से ग्रस्त होने पर सोशल मीडिया पर भी बहस छिड़ गई है. ऐसे में आइए जानते हैं कि पेशाब कांड के आरोपी शंकर मिश्रा के वकील का यह तर्क स्वास्थ्य पैमाने पर कितना खरा उतरता है...

पहले समझे असंयमित पेशाब से जुड़ी बीमारी होती क्या है
मेडिकल न्यूज टुडे के अनुसार पेशाब के अनैच्छिक रिसाव को असंयमित पेशाब समस्या के रूप में जाना जाता है. यह उस स्थिति को दर्शाता है जब किसी के नहीं चाहते हुए भी पेशाब निकल जाती है. दूसरे शब्दों में कहें तो पेशाब को रोकने वाला या उस पर नियंत्रण रखने का तंत्र कमजोर हो जाता है. इस वजह से संबंधित शख्स न चाहते हुए भी पेशाब कर देता है. असंयमित पेशाब एक आम समस्या है जो बड़ी संख्या में लोगों को प्रभावित करती है. द अमेरिकन यूरोलॉजिकल एसोसिएशन के अनुसार संयुक्त राज्य अमेरिका में एक-चौथाई से लेकर एक-तिहाई पुरुष और महिलाएं इस समस्या से पीड़ित हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि पुरुषों की तुलना में महिलाएं असंयमित पेशाब से अधिक पीड़ित होती हैं. एक अनुमान के मुताबिक 30-60 वय की 30 फीसदी महिलाएं इससे पीड़ित हैं, जबकि अमेरिका में इससे पीड़ित पुरुषों की संख्या 1.5-5 प्रतिशत ही है. 

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समस्या का यह है असल कारण 

  • असंयमित पेशाब का सबसे आम कारण पेशाब को रोकने के इस्तेमाल में आने वाली मांसपेशियों का कमजोर होना या उनका क्षतिग्रस्त होना है. ब्रिटेन की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा का कहना है इस बीमारी में मूलतः पैल्विक फ्लोर और मूत्रमार्ग को बाधित करने वाली मांसपेशियां कमजोर या क्षतिग्रस्त हो जाती है. 
  • मूत्राशय को नियंत्रित करने वाली डेट्रसर मांसपेशियों की अतिसक्रियता भी आमतौर पर असंयमित पेशाब का कारण बनती है.
  • मूत्राशय में किसी किस्म की रुकावट या ब्लॉकेज भी उसे पूरी तरह से खाली होने से रोकता है. इस कारण भी असंयमित पेशाब हो जाती है. 
  • शतप्रतिशत असंयमित पेशाब की बीमारी कई मामलों में जन्मजात होती है. यानी संबंधित शख्स के मूत्राशय में पैदा होने से दोष, रीढ़ की हड्डी में चोट या मूत्राशय और आस-पास के क्षेत्र (फिस्टुला) के बीच एक छोटी सुरंग जैसा छेद होना.