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IGI Chaos आखिर क्यों दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल 3 पर लग रही लंबी-लंबी लाइनें, क्या करें आप

पीक ट्रैवल सीजन शुरू होते ही दिल्ली हवाई अड्डे पर यात्रियों की लंबी-लंबी लाइनें लग रही हैं. चेक-इन के लिए सिक्योरिटी चेक और उसके लिए भी घंटों का इंतजार सोशल मीडिया पर यात्रियों के गुस्से के रूप में फूट पड़ा है. क्या हो रहा है यह...

Updated on: 12 Dec 2022, 06:17 PM

highlights

  • इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की टर्मिनल 3 पर कई दिनों से अव्यवस्था
  • यात्रियों को चेक-इन के लिए सिक्योरिटी चेक में लग रहे हैं कई-कई घंटे
  • ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को निरीक्षण कर दिए कई दिशा-निर्देश

नई दिल्ली:

केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने सोमवार को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे (IGI) का निरीक्षण किया. उन्हें ऐसा हवाई अड्डे के टर्मिनल 3 (Terminal 3) से यात्रा करते समय लंबी सुरक्षा जांच कतारों, बोर्डिंग में देरी और सुचारू प्रबंधन की कमी की शिकायतों की सोशल मीडिया पर आई बाढ़ के बाद करना पड़ा. बीते कुछ दिनों से इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल तीन का यही नजारा है. सोशल मीडिया (Social Media) पर आईजीआई हवाई अड्डे की लंबी कतारों के भुक्तभोगी वीडियो और पोस्ट अपडेट कर गुस्सा निकाल रहे हैं. ऐसे में सोमवार को आईजीआई के निरीक्षण के बाद सिंधिया ने एक टीवी समाचार चैनल से कहा, 'इस समस्या के समाधान के लिए सामूहिक रूप से हमने कुछ कार्रवाई बिंदु तय किए हैं. पीक सीजन शुरू हो चुका है और हम उम्मीद करते हैं कि अगले 10 दिनों में इसका समाधान हो जाएगा.' सवाल यह उठता है कि आखिर दिल्ली हवाई अड्डे पर क्या हो रहा है, इसे ठीक करने के लिए क्या किया जा रहा है और आपको अपनी यात्रा की योजना क्यों इसके हिसाब से बनानी चाहिए?

दिल्ली हवाई अड्डे पर आखिर यह देरी क्यों है?
सोशल मीडिया ऐसे वीडियो और फोटो से भरा पड़ा है, जिनमें आईजीआई एयरपोर्ट पर अफरातफरी के दृश्य दिख रहे हैं. यात्रा के लिए आईजीआई  एयरपोर्ट पहुंचे लोग घंटों की कतारों से उक्ता इन वीडियो और फोटो को पोस्ट कर अपना गुस्सा निकाल रहे हैं. आलम यह है कि तमाम यात्रियों को हवाईअड्डे के अंदर जाने में कठिनाई हो रही थी, वहीं कुछ के मुताबिक सुरक्षा जांच के दौरान  मशीनें काम नहीं कर रही थीं, जिससे चेक-इन प्रक्रिया की गति धीमी हो रही है.

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Good morning - 5:30 am Delhi T3 and welcome to HELL … 35 minutes to get into the airport - 25 minutes at a comparatively empty Vistara and now … the mother of all security lines … SECURITY !!! Abandon hope all ye who enter here @JM_Scindia @ShereenBhan pic.twitter.com/uPBvVSJG5E

December 11, 2022

क्यों फैली आईजीआई की टर्मिनल 3 पर यह अव्यवस्था
हवाईअड्डे के अधिकारियों के अनुसार इसका बड़ा कारण कम काउंटर, कम जगह पर अधिक यात्री संख्या और सीमित सुरक्षा कर्मचारी हैं. भीड़-भाड़ से उपजी इस अव्यवस्था के लिए साल के अंत में यात्रियों की बढ़ी संख्या भी आंशिक रूप से जिम्मेदार है. कोरोना महामारी से लगातार दो वर्षों तक पर्यटन गतिविधियां लगभग ठप हो गई थीं. अब फिर से शुरू होने से लोग अपने पसंदीदा गंतव्य स्थल की ओर छुट्टियां मनाने निकल पड़े हैं. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मानते हैं कि कोरोना काल में यात्रियों की संख्या लगभग शून्य रही. अब घरों से निकले लोगों ने कोरोना काल से पहले के आंकड़ों को भी पार कर लिया है. गौरतलब है कि इस साल की शुरुआत में कोरोना की तीसरी लहर के दौरान संक्रमण से अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या में कमी आई. इससे भारत में पर्यटन फिर से तेजी पकड़ रहा है. उदाहरण के लिए इस साल नवंबर में हिमाचल प्रदेश में पर्यटकों की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में तीन गुना अधिक देखी गई. ऐसे में कुछ एयरलाइंस कंपनियां यात्रियों को अपनी उड़ान के निर्धारित समय से कम से कम साढ़े तीन घंटे पहले हवाई अड्डे पर पहुंचने के लिए कह रही हैं.

इस अव्यवस्था को ठीक करने के लिए आखिर किया क्या जा रहा?
दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डीआईएएल) टर्मिनल 3 की मांग को पूरा करने के लिए दिन-रात काम कर रही है. इसके लिए अतिरिक्त सिस्टम और कर्मचारियों की तैनाती की व्यवस्था हो रही है. यात्रियों के मार्गदर्शन के लिए अतिरिक्त कर्मी तैनात किए गए हैं. खासकर जहां भीड़-भाड़ ज्यादा होने से देरी हो रही है. अतिरिक्त एक्स-रे मशीन लगाई गई हैं. स्थिति को बेहतर बनाने के लिए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल और इमिग्रेशन तक के मोर्चे पर अतिरिक्त कर्मियों की दरकार पड़ रही है. आंकड़ों की भाषा में बात करें तो आईजीआई के टर्मिनल 3 से 500 से अधिक घरेलू और 250 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित होती हैं. यहां से हर रोज 1.9-1.95 लाख यात्री आवाजाही कर रहे हैं, जिसने इसे देश के व्यस्ततम हवाई अड्डों में से एक बना दिया है. दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के अनुसार भीड़ कम करने के लिए उड़ानों की संख्या घटा दी गई है. कोरोना काल से पहले की 22 उड़ानें प्रति घंटे के बजाय नवंबर से 19 उड़ानें ही संचालित की जा रही हैं.

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समाधान क्या खोजा जा रहा है?
नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सोमवार को दिल्ली हवाई अड्डे का निरीक्षण कर एयरपोर्ट पर भीड़ से उपजी अव्यवस्था को दूर करने के तरीकों पर चर्चा की. एयरपोर्ट अधिकारियों के मुताबिक केंद्रीय मंत्री ने कुछ दिशा-निर्देश दिए हैं, जिनके लिए समयसीमा भी तय कर दी गई है. इन्हें जल्द ही लागू कर दिया जाएगा, जिससे सात से दस दिनों में अंतर साफ देखा जा सकेगा. आईजीआई के तीन टर्मिनलों पर पीक आवर्स के दौरान उड़ानों की संख्या कम करने के लिए एयरलाइंस कंपनियों से भी बात चल रही है. प्रयास यह किए जा रहे हैं कि पीक आवर्स के दौरान टी3 से 14, टी2 से 11 और टी1 से आठ उड़ानें ही संचालित हों. सबसे व्यस्त समय सुबह पांच बजे से नौ बजे और शाम चार बजे से रात आठ बजे तक का होता है. इसके अलावा स्कैनिंग मशीनों की संख्या भी 14 से बढ़ाकर 16 की जा रही है. साथ ही रिजर्व लाउंज को तोड़ दिया जाएगा. टर्मिनल 3 के गेट 1ए और गेट 8बी एंट्री प्वाइंट्स को यात्रियों के इस्तेमाल के लिए खोल दिया जाएगा.